सीबीएसई बोर्ड के तहत 10वीं 12वीं की पढ़ाई करने वाले स्टूडेंट्स को अपने एग्जाम का इंतजार है। बोर्ड दिल्ली दंगों में प्रभावित इलाकों में 10वीं के एग्जाम भी कराएगा। इसके अलावा 10वीं के एग्जाम कहीं नहीं होंगे। सीबीएसई बोर्ड ने 10वीं और 12वीं के केवल बचे हुए महत्वपूर्ण विषयों के एग्जाम कराने का फैसला लिया गया है। सीबीएसई बोर्ड ने 10वीं 12वीं को मिलाकर 29 विषयों की लिस्ट तैयार की है। अब केवल 29 विषयों के ही एग्जाम होंगे। बाकी बचे हुए विषयों में बिना एग्जाम के ही पास कर दिया जाएगा।
CBSE Board Class 10, 12 Remaining Exam Date 2020 Latest Update: Check Here
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (Central Board of Secondary Education, CBSE) ने 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा, परिणाम को लेकर ‘फर्जी खबर’ फैलाने की कोशिश करने वालों पर एफआईआर दर्ज करने की बात कही है। इस संबंध में बोड ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर नोटिस भी जारी की है जिसमें पूरी जानकारी मौजूद है। मानव संसाधन विकास मंत्री ने पहले कहा था कि बोर्ड परिणाम जल्द ही जारी करने की कोशिश कर रहा है और जुलाई के अंत तक परिणाम घोषित करने का प्रयास किया जा रहा है।
Board Exam Date, Result 2020 LIVE Updates: Check Here
Highlights
CBSE बोर्ड की 10वीं और 12वीं की बची हुई परीक्षाएं पहले तय किए गए एग्जाम सेंटर्स के बजाय छात्रों को अपने स्कूल में ही होगी। ऐसे स्कूल जो कंटेनमेंट ज़ोन में आते हैं, वहां परीक्षा नहीं आयोजित की जाएगी। कंटेनमेंट ज़ोन में एग्जाम सेंटर न बनाने का फैसला गृह मंत्रालय ने लिया है।
परीक्षाओं का सुचारू प्रबंधन सुनिश्चित करने के लिए, CBSE ने प्रत्येक जिले में कम से कम एक ऐसे एग्जाम सेंटर देने का फैसला किया है जो एक परीक्षा केंद्र से दूसरे में स्थानांतरित होने वाले उम्मीदवारों के लिए नोडल परीक्षा केंद्र होगा।
बोर्ड ने परीक्षाएं आयोजित कराने के लिए तैयारी पूरी कर ली है। बोर्ड का कहना है कि लॉकडाउन खत्म होने के बाद केवल महत्वपूर्ण विषयों की परीक्षाएं आयोजित की जाएंगी और वे भी बगैर ज्यादा समय खर्च किए। 01 जुलाई से परीक्षाएं शुरू हो जाएंगी।
बोर्ड ने अफवाहों से गुमराह होने से बचने के लिए, सभी छात्रों और अभिभावकों को सुझाव दिया है कि वे केवल बोर्ड द्वारा आधिकारिक घोषणाओं पर भरोसा करें जो बोर्ड की वेबसाइट पर किए गए हैं। किसी भी अन्य स्रोत से प्राप्त जानकारी पर छात्र भरोसा न करें।
परीक्षाओं का सुचारू प्रबंधन सुनिश्चित करने के लिए, CBSE ने प्रत्येक जिले में कम से कम एक ऐसे एग्जाम सेंटर देने का फैसला किया है जो एक परीक्षा केंद्र से दूसरे में स्थानांतरित होने वाले उम्मीदवारों के लिए नोडल परीक्षा केंद्र होगा।
बता दें कि नॉर्थ ईस्ट दिल्ली के हिंसा प्रभावित इलाकों में रद्द हुई परीक्षाएं बोर्ड दोबारा आयोजित करेगा मगर बाकी देश में 10वीं की बची हुई परीक्षाएं आयोजित नहीं की जाएंगी। बोर्ड ये जानकारी 01 अप्रैल को जारी अपने सर्कुलर में पहले ही दे चुका है।
ऑनलाइन LSAT- भारत का संचालन अब 19 जुलाई से किया जाएगा। LSAT-India को पहले 14 जुलाई, 2020 से आयोजित किया जाना था।
अगला पेपर नॉर्थ ईस्ट दिल्ली के लिए केमेस्ट्री का होगा। इसका सब्जेक्ट कोड 043 है तथा परीक्षा की टाइमिंग वही रहेगी। यह एग्जाम सोमवार 06 जुलाई को आयोजित किया जाएगा।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (Central Board of Secondary Education, CBSE) ने 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा, परिणाम को लेकर 'फर्जी खबर' फैलाने की कोशिश करने वालों पर एफआईआर दर्ज करने की बात कही है। इस संबंध में बोड ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर नोटिस भी जारी की है जिसमें पूरी जानकारी मौजूद है।
जारी किया गया मॉड्यूल साइबर सुरक्षा के कई विषयों को कवर करेगा, जैसे कि सामाजिक बहिष्कार, धमकी, मानहानि, भावनात्मक उत्पीड़न, ऑनलाइन यौन दुर्व्यवहार, साइबर कट्टरता, ऑनलाइन हमले और धोखाधड़ी तथा ऑनलाइन स्टॉकिंग आदि। यह डिजिटल हैंडबुक छात्रों को डिजिटल एक्सेस, साक्षरता, संचार, शिष्टाचार, स्वास्थ्य और भलाई, अधिकारों, स्वतंत्रता और जिम्मेदारी, सुरक्षा और कानून का भी परिचय कराएगा।
CBSE ने स्कूलों को सलाह दी है कि वे पाठ्यक्रम में बदलाव न करें ताकि छात्रों के सीखने के स्तर के आकलन पर प्रभाव न पड़े। बोर्ड ने जारी नोटिफिकेशन में कहा, “यह देखा गया है कि पाठ्यक्रम के कोई भी बदलाव छात्र के सीखने के स्तर के मूल्यांकन और बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी को गंभीरता से प्रभावित कर सकता है। कृपया ध्यान दें कि मूल्यांकन वर्तमान शैक्षणिक वर्ष के लिए दिए गए पाठ्यक्रम के अनुसार ही किया जाएगा।”
मानव संसाधन विकास मंत्री ने पहले कहा था कि बोर्ड परिणाम जल्द ही जारी करने की कोशिश कर रहा है और जुलाई के अंत तक परिणाम घोषित करने का प्रयास किया जा रहा है।
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने सीबीएसई के निर्णय का स्वागत करते हुए इसे बच्चों के हित में बताया। उन्होंने कहा कि जो जिस जिले में हैं, उसे अपने स्कूल में इसकी सूचना देनी पड़ेगी, ताकि संबंधित जिले में परीक्षा देने की अनुमति दी जा सके। सीबीएसई इस संबंध में विस्तृत गाइडलाइन भी जारी करेगा।
दूसरी समस्या उन छात्रों की थी जो हजारों किलोमीटर की दूरी तय करके अपने गृह राज्य में चले गए हैं। सभी की समस्या को देखते हुए सीबीएसई बोर्ड ने यह फैसला किया है कि जो छात्र जिस जनपद में हैं वे वहीं परीक्षा दे सकते हैं।
-स्कूल खुलने के बाद, शिक्षकों और छात्रों की सेहत का पूरा ख्याल रखना पहली जिम्मेदारी होगी।
-यूजीसी एक टास्क फोर्स तैयार करेगी और एनसीआरटी की गाइडलाइंस को ध्यान में रखा जाएगा।
-स्कूल और कॉलेज 30% उपस्थिति के साथ खोले जा सकते हैं जबकि कक्षा 8वीं से नीचे यानी कक्षा 1 से 7वीं तक छोटे बच्चे घर पर ही रहेंगे।
-ग्रीन और ऑरेंज जोन में आने वाले शैक्षिक संस्थानों को फिर से खोला जाएगा।
-सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों और एक साथ कम से कम उपस्थिति के लिए, स्कूल दो शिफ्ट में होगा।
सीबीएसई बोर्ड ने चेतावनी दी है कि अगर छात्रों या अभिभावकों से नंबर बढ़ाने के पैसे मांगे जाते हैं और उन्हें पैसे दिए जाते हैं तो ऐसे में छात्र या अभिभावक की भी गलती मानी जाएगी। बोर्ड किसी भी तरह से इसका जिम्मेदार नहीं होगा।
सीबीएसई बोर्ड 10वीं और 12वीं क्लास के छात्रों से कुछ लोग छात्रों के नंबर बढ़ाने के लिए पैसे मांग रहे हैं और अपना अकाउंट नंबर भी दे रहे हैं। बोर्ड ऐसे जालसाजों से बचने के लिए आगाह किया है।
मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने अगस्त के बाद स्कूल और कॉलेज खोलने की बात कही है। लगभग 33 करोड़ छात्रों को स्कूल, कॉलेजों के फिर से खोलने का इंतजार कर रहे हैं। कोरोनावायरस COVID-19 महामारी और लॉकडाउन के बीच ये दूसरी बार है जब स्कूल, कॉलेज खुलने को लेकर मंत्री ने छात्रों की कनफ्यूजन दूर करने की कोशिश की है। अधिक जानकारी के लिए यहां क्लिक करें-
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने बड़े फर्जीवाड़े की आशंका के मद्देनजर एक नोटिस जारी किया है। इस नोटिस के माध्यम से बोर्ड सभी 10वीं और 12वीं के छात्रों और अभिभावकों को फर्जीवाड़ा करने वालों से बचने के लिए सावधान किया है।
भारत में,1. बिजनेस स्टडीज़, 2. भूगोल, 3. हिंदी कोर, 4. हिंदी इलेक्टिव, 5. होम साइंस, 6. सोशलॉजी, 7. कंप्यूटर साइंस (Old), 8. कंप्यूटर साइंस (New), 9. इनफॉर्मेशन प्रैक्टिस (old), 10. इनफॉर्मेशन प्रैक्टिस (new), 11. इनफॉर्मेशन टेक्नॉलोजी, 12. बायो- टेक्नॉलोजी
बोर्ड ने यह स्पष्ट कर दिया है कि उत्तरी दिल्ली में फैली सांप्रदायिक हिंसा के चलते जिन इलाकों में परीक्षाएं नहीं हो सकी हैं वहां अब सभी विषयों की परीक्षाएं कराने के बजाय केवल जरूरी विषयों की परीक्षाएं कराई जाएंगी। बोर्ड ने इसके संबंध में 29 विषयों की लिस्ट भी जारी की है। परीक्षा की तिथियों की घोषणा लॉकडाउन खत्म होने के बाद की जा सकती है।
एचआरडी मंत्री रमेश निशंक पोखरियाल ने बीबीसी न्यूज हिंदी यूट्यूब चैनल को दिए एक साक्षात्कार में बताया कि 16 मार्च के बाद से बंद हुए स्कूल और कॉलेज अगस्त 2020 के बाद फिर से खुल जाएंगे। लगभग 33 करोड़ छात्र अपनी कनफ्यूजन को दूर करने के लिए स्कूल के फिर से खोलने की खबर का इंतजार कर रहे हैं।
कोरोनावायरस महामारी के दौरान छात्रों की पढ़ाई के बारे में बताते हुए एमएचआरडी मंत्री ऑनलाइन शिक्षा पर जोर देते रहे हैं। वहीं जो छात्र इंटरनेट के जरिए पढ़ाई नहीं कर सकते हैं उन्हें दूरदर्शन और रेडियो के उपयोग द्वारा उन छात्रों को भी शिक्षा ग्रहण करने का अवसर मिलेगा।
कोरोना वायरस के प्रकोप के कारण, सीबीएसई बोर्ड अब आगामी बोर्ड परीक्षाओं के लिए नियमों और दिशा-निर्देशों का एक सेट तैयार कर रहा है. छात्रों और शिक्षकों की सुरक्षा के लिए, सोशल डिस्टेंसिंग का खास ध्यान रखा जा रहा है. परीक्षा के दौरान सख्त नियम अपनाएं जाएंगे. छात्रों और शिक्षकों के लिए सभी आवश्यक किटों के साथ परीक्षा केंद्र तैयार किए जाएंगे.
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) का पर्यवेक्षण भारत सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय के सचिव, स्कूली शिक्षा और साक्षरता द्वारा किया जाता है।
आरोग्य सेतु एप सभी छात्रों, स्कूलों के फैकल्टी मेंबर्स और टीचर्स के साथ-साथ इन सभी के फैमिली मेंबर्स के लिए कोविड -19 से लड़ने में सहायक साबित होगा। आरोग्य सेतु एप को आईओएस और एंड्रॉयड प्लेटफॉर्मों पर लांच किया गया है और जिसे आईओएस एप-स्टोर या प्लेस्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है। ऐप्प डाउनलोड के लिए लिंक सीबीएसई के नोटिस में भी दिया गया है।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) कक्षा 11वीं और 12वीं के छात्रों के लिए शैक्षणिक वर्ष 2021 से एक वैकल्पिक पाठ्यक्रम के रूप में एक नया विषय ‘Applied Mathematics’ लाने जा रहा है।
बोर्ड ने परीक्षाएं आयोजित कराने के लिए तैयारी पूरी कर ली है। बोर्ड का कहना है कि केवल महत्वपूर्ण विषयों की परीक्षाएं आयोजित की जाएंगी और वे भी बगैर ज्यादा समय खर्च किए। परीक्षाएं 1 जुलाई से 15 जुलाई के आयोजित होंगी।
डेटशीट को डाउनलोड करने के लिए दिख रही लिस्ट पर राइट क्लिक करें तथा Save as Image पर क्लिक करें। मोबाइल ऐप्प पर डेटशीट को टच करके होल्ड करें और Save Image का ऑप्शन चुनें।
CBSE बोर्ड ने अपनी बची हुई 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं के लिए डेट शीट जारी कर दी है। शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। छात्र पूरा एग्जाम शिड्यूल बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर विजिट कर डाउनलोड कर सकते हैं।
डेटशीट को डाउनलोड करने के लिए दिख रही लिस्ट पर राइट क्लिक करें तथा Save as Image पर क्लिक करें। मोबाइल ऐप्प पर डेटशीट को टच करके होल्ड करें और Save Image का ऑप्शन चुनें।
बोर्ड ने यह स्पष्ट कर दिया है कि उत्तरी दिल्ली में फैली सांप्रदायिक हिंसा के चलते जिन इलाकों में परीक्षाएं नहीं हो सकी हैं वहां अब सभी विषयों की परीक्षाएं कराने के बजाय केवल जरूरी विषयों की परीक्षाएं कराई जाएंगी। बोर्ड ने इसके संबंध में 29 विषयों की लिस्ट भी जारी की है। परीक्षा की तिथियों की घोषणा आज ही की गई है।
बोर्ड ने जारी सर्कुलर में कहा, “यह देखा गया है कि मौजूदा गणित का पाठ्यक्रम साइंस स्ट्रीम की पढ़ाई के साथ तो ठीक है मगर विश्वविद्यालय शिक्षा में कॉमर्स या सोशल साइंस आधारित विषयों के साथ नहीं।”
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक स्कूलों के लिए करिकुलम जारी कर दिया है। बोर्ड ने अपनी अधिसूचना में कहा है कि कोरोनोवायरस महामारी के चलते स्कूलों को बंद करने के कारण शैक्षणिक सत्र 2020-21 में हुई अनुदेशात्मक समय की संभावित हानि पर विचार किया जाएगा।
बोर्ड ने पहले ही यह स्पष्ट कर दिया था कि उत्तरी दिल्ली में फैली सांप्रदायिक हिंसा के चलते जहां परीक्षाएं नहीं हो सकी हैं वहां अब सभी विषयों की परीक्षाएं कराने के बजाय केवल जरूरी विषयों की परीक्षाएं कराई जाएंगी। बोर्ड ने इसके संबंध में 29 विषयों की लिस्ट भी जारी की है। परीक्षा की तिथियों की घोषणा जल्द की जाएगी।
ऑनलाइन LSAT- भारत का संचालन अब 19 जुलाई से किया जाएगा। LSAT-India को पहले 14 जुलाई, 2020 से आयोजित किया जाना था। ऐसा बोर्ड परीक्षाओं में हुई देरी के कारण किया जा रहा है।
CBSE ने स्कूलों को सलाह दी है कि वे पाठ्यक्रम में बदलाव न करें ताकि छात्रों के सीखने के स्तर के आकलन पर प्रभाव न पड़े। बोर्ड ने जारी नोटिफिकेशन में कहा, “यह देखा गया है कि पाठ्यक्रम के कोई भी बदलाव छात्र के सीखने के स्तर के मूल्यांकन और बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी को गंभीरता से प्रभावित कर सकता है। कृपया ध्यान दें कि मूल्यांकन वर्तमान शैक्षणिक वर्ष के लिए दिए गए पाठ्यक्रम के अनुसार ही किया जाएगा।”
अनुमान लगाया जा रहा है कि सीबीएसई यह सिलेबस ट्रिम करने के लिए चुन सकता है, क्योंकि लॉकडाउन आसान होने के बाद बोर्ड पहले ही नए शैक्षणिक सत्र में आ जाएगा। नए सत्र के अकादमिक कैलेंडर को बनाए रखने और वर्तमान शैक्षणिक सत्र की गतिविधियों के साथ आने के लिए, बोर्ड पाठ्यक्रम को छोटा कर सकता है; लेकिन बोर्ड को अभी इस बारे में कोई जानकारी नहीं है।
बोर्ड परीक्षाओं के रिजल्ट जारी होने में ज्यादा समय नहीं है। CBSE बोर्ड पहले ही कह चुका है कि बचे हुए सभी विषयों की परीक्षा नहीं ली जाएगी बल्कि केवल महत्वपूर्ण विषयों की परीक्षा आयोजित कराकर रिजल्ट जारी कर दिए जाएंगे। इसका अर्थ है कि बोर्ड ज्यादा समय नहीं लगाने वाला है।
एचआरडी मिनिस्टर ने वैकल्पिक शैक्षणिक कैलेंडर जारी किया है। यह कैलेंडर शिक्षकों को विभिन्न तकनीकी उपकरणों और सोशल मीडिया टूल्स का उपयोग करने के लिए दिशा-निर्देश प्रदान करता है, जो मज़ेदार, दिलचस्प तरीकों से शिक्षा प्रदान करने के लिए उपलब्ध हैं, जिनका उपयोग शिक्षार्थी घर बैठे भी कर सकते हैं।