सीबीएसई बोर्ड के 10वीं और 12वीं के एग्जाम चल रहे थे कि बीच में ही लॉकडाउन लग गया। इसकी वजह से अब एग्जाम रुक गए। अब जो भी होगा वह लॉकडाउन के बाद ही होगा। लंबे समय से लॉकडाउन के चलते अब सब कुछ पहले की तरह कराकर रिजल्ट दे पाना मुमकिन नहीं है। इसलिए बोर्ड ने तय किया है कि वह कुछ ही सब्जेक्ट के एग्जाम कराएगा और बाकी विषयों में स्टूडेंट्स को पिछले रिकॉर्ड के आधार पर पास कर देगा। इस तरह बोर्ड ने कुल मिलाकर 10वीं और 12वीं के 29 विषयों की लिस्ट तैयार की है जिनके एग्जाम कराने हैं। एचआरडी मिनिस्टर निशंक पोखरियाल ने बताया कि हम 1-2 दिन में निर्णय लेने वाले है कि सीबीएसई बोर्ड के एग्जाम कब होंगे।
एक बार लॉकडाउन खुलने के बाद साफ हो जाएगा कि एग्जाम कब होने हैं। सीबीएसई बोर्ड की तरफ से बताया गया है कि एग्जाम शुरू कराने से 10 दिन पहले इसकी जानकारी देगा। लॉकडाउन के दौरान शिक्षा व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई है, लेकिन सीबीएसई बोर्ड समेत अन्य कई बोर्ड ने इससे निपटने के लिए ई-लर्निंग का तरीका निकाला है। ई-लर्निंग के जरिए छात्र अपने घरों में रहकर भी आगे की पढ़ाई जारी रख सकते हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार, देश भर में कोरोनोवायरस महामारी और परिणामी लॉकडाउन के मद्देनजर स्थिति की निगरानी करते हुए शिक्षा बोर्ड CBSE बोर्ड परीक्षा 2020 के निर्धारित के बारे में विचार-विमर्श कर रहा है।
कोरोनावायरस महामारी के चलते पैदा हुई स्थिति को ध्यान में रखते हुए विदेशों में 10वीं और 12वीं कक्षाओं की लंबित परीक्षाएं नहीं आयोजित की जाएंगी। 9वीं और 11वीं क्लास के स्टूडेंट्स को प्रोजेक्ट्स, टेस्ट, टर्म एग्जाम आदि के आधार पर पास करने के लिए कहा गया है।
लॉकडाउन के दौरान शिक्षा व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई है, लेकिन सीबीएसई बोर्ड समेत अन्य कई बोर्ड ने इससे निपटने के लिए ई-लर्निंग का तरीका निकाला है। ई-लर्निंग के जरिए छात्र अपने घरों में रहकर भी आगे की पढ़ाई जारी रख सकते हैं।
कोरोनावायरस महामारी के चलते पैदा हुई स्थिति को ध्यान में रखते हुए केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) विदेशों में 10वीं और 12वीं कक्षाओं की लंबित परीक्षाएं नहीं लेगा। सीबीएसई के सचिव अनुराग त्रिपाठी ने कहा, ‘‘25 देशों में कई सीबीएसई स्कूल स्थित हैं।
बोर्ड ने जारी सर्कुलर में कहा, “यह देखा गया है कि मौजूदा गणित का पाठ्यक्रम साइंस स्ट्रीम की पढ़ाई के साथ तो ठीक है मगर विश्वविद्यालय शिक्षा में कॉमर्स या सोशल साइंस आधारित विषयों के साथ नहीं।”
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) कक्षा 11वीं और 12वीं के छात्रों के लिए शैक्षणिक वर्ष 2021 से एक वैकल्पिक पाठ्यक्रम के रूप में एक नया विषय ‘Applied Mathematics’ लाने जा रहा है।
आरोग्य सेतु एप सभी छात्रों, स्कूलों के फैकल्टी मेंबर्स और टीचर्स के साथ-साथ इन सभी के फैमिली मेंबर्स के लिए कोविड -19 से लड़ने में सहायक साबित होगा। आरोग्य सेतु एप को आईओएस और एंड्रॉयड प्लेटफॉर्मों पर लांच किया गया है और जिसे आईओएस एप-स्टोर या प्लेस्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है। ऐप्प डाउनलोड के लिए लिंक सीबीएसई के नोटिस में भी दिया गया है।
बोर्ड ने निर्णय लिया कि वह अपनी कुछ वार्षिक बोर्ड परीक्षाओं का आयोजन नहीं करेगा, जो कोरोनावायरस महामारी और राष्ट्रीय लॉकडाउन द्वारा बाधित हो गई हैं। परीक्षा केवल 29 प्रमुख पत्रों पर आयोजित की जाएगी जो आगे प्रोमेशन के लिए आवश्यक है और शायद उच्च शिक्षण संस्थानों में प्रवेश के लिए महत्वपूर्ण हैं।
एक्सपर्ट्स की माने तो अगर CBSE बोर्ड के बचे बाकी एग्जाम मई महीने में ही करा लिए जाते हैं तो CBSE Board Exam Result 2020 मई में जारी होने की पूरी संभावना है। बोर्ड जल्द ही परीक्षा की तिथियों की घोषण कर सकता है।
उत्तर पूर्वी दिल्ली में स्थित स्कूलों को छोड़कर 10वीं की परीक्षा दोबारा आयोजित नहीं की जाएंगी। पूर्वी दिल्ली के स्कूलों में कक्षा 10वीं की परीक्षाएं केवल हिंदी कोर्स ए, हिंदी कोर्स बी, इंग्लिश कम्युनिकेशन, इंग्लिश लैंगवेज एंड लिट्रेचर, साइंस और सोशल साइंस विषयों के लिए आयोजित की जाएंगी।
बोर्ड निदेशक ने यह भी कहा कि परीक्षा आयोजित किए जाने से 10 दिन पहले छात्रों को सूचित कर दिया जाएगा ताकि वे अपनी तैयारी कर लें। छात्रों को सुझाव है कि वे आधिकारिक वेबसाइट पर किसी भी नोटिस के लिए नज़र बनाकर रखें।
यह संभावना थी कि बोर्ड 21 दिन का लॉकडाउन समाप्त होने के बाद सीबीएसई कक्षा 10 और कक्षा 12 बोर्ड परीक्षा की तारीखों की घोषणा करेगा, लेकिन अब लॉक डाउन को 3 मई तक के लिए बढ़ा दिया गया है। इसलिए अब तारीखों की घोषणा लॉक डाउन के बाद ही होने की उम्मीद है।
बोर्ड परीक्षाओं के रिजल्ट जारी होने में ज्यादा समय नहीं है। CBSE बोर्ड पहले ही कह चुका है कि बचे हुए सभी विषयों की परीक्षा नहीं ली जाएगी बल्कि केवल महत्वपूर्ण विषयों की परीक्षा आयोजित कराकर रिजल्ट जारी कर दिए जाएंगे। इसका अर्थ है कि बोर्ड ज्यादा समय नहीं लगाने वाला है।
एनसीईआरटी का वैकल्पिक शैक्षणिक कैलेंडर, जिसका उल्लेख केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल 'निशंक' ने भी किया था, में कहीं भी इस बात का उल्लेख नहीं है कि किसी भी वर्ग के लिए पाठ्यक्रम कम किया गया है।
अनुमान लगाया जा रहा है कि सीबीएसई यह सिलेबस ट्रिम करने के लिए चुन सकता है, क्योंकि लॉकडाउन आसान होने के बाद बोर्ड पहले ही नए शैक्षणिक सत्र में आ जाएगा। नए सत्र के अकादमिक कैलेंडर को बनाए रखने और वर्तमान शैक्षणिक सत्र की गतिविधियों के साथ आने के लिए, बोर्ड पाठ्यक्रम को छोटा कर सकता है; लेकिन बोर्ड को अभी इस बारे में कोई जानकारी नहीं है।
CBSE ने स्कूलों को सलाह दी है कि वे पाठ्यक्रम में बदलाव न करें ताकि छात्रों के सीखने के स्तर के आकलन पर प्रभाव न पड़े। बोर्ड ने जारी नोटिफिकेशन में कहा, “यह देखा गया है कि पाठ्यक्रम के कोई भी बदलाव छात्र के सीखने के स्तर के मूल्यांकन और बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी को गंभीरता से प्रभावित कर सकता है। कृपया ध्यान दें कि मूल्यांकन वर्तमान शैक्षणिक वर्ष के लिए दिए गए पाठ्यक्रम के अनुसार ही किया जाएगा।”
पूर्वी दिल्ली में स्थित स्कूलों में 12वीं क्लास के लिए अंग्रेजी इलेक्टिव - एन, 2. अंग्रेजी इलेक्टिव -सी, इंग्लिश कोर, गणित, इकोनॉमिक्स, बायोलॉजी, राजनीति विज्ञान, इतिहास, फीजिक्स, अकाउंट्स और केमिस्ट्री की परीक्षाएं आयोजित की जाएंगी।
पिछले सप्ताह बोर्ड ने एक विज्ञप्ति जारी की जिसमें अभिभावकों द्वारा बोर्ड से पूछे गए सवालों के जवाब दिए गए। बोर्ड ने अधिकांश सवालों के जवाब दिए हैं तथा इसके संबंध में pdf भी जारी की है जिससे छात्रों को या अभिभावकों को अपनी समस्या का समाधान आसानी से मिल सके।
सीबीएसई 10वीं बोर्ड के छात्रों की केवल इन 6 सब्जेक्ट्स की परीक्षाएं होनी हैं। हिंदी कोर्स-ए, हिंदी कोर्स-बी, इंग्लिश, इंग्लिश लैंग्वेज एंड लिट्रेचर, साइंस तथा सोशल साइंस। अन्य किसी सब्जेक्ट के पेपर अब नहीं कराए जाएंगे। रिजल्ट भी इन्हीं के आधार पर तैयार किया जाएगा।
उत्तर पूर्वी दिल्ली में स्थित स्कूलों को छोड़कर 10वीं की परीक्षा दोबारा आयोजित नहीं की जाएंगी। पूर्वी दिल्ली के स्कूलों में कक्षा 10वीं की परीक्षाएं हिंदी कोर्स ए, हिंदी कोर्स बी, इंग्लिश कम्युनिकेशन, इंग्लिश लैंगवेज एंड लिट्रेचर, साइंस और सोशल साइंस विषयों के लिए आयोजित की जाएंगी।
उत्तर पूर्वी दिल्ली में स्थित स्कूलों को छोड़कर 10वीं की परीक्षा दोबारा आयोजित नहीं की जाएंगी। पूर्वी दिल्ली के स्कूलों में कक्षा 10वीं की परीक्षाएं हिंदी कोर्स ए, हिंदी कोर्स बी, इंग्लिश कम्युनिकेशन, इंग्लिश लैंगवेज एंड लिट्रेचर, साइंस और सोशल साइंस विषयों के लिए आयोजित की जाएंगी।
बोर्ड ने निर्णय लिया कि वह अपनी कुछ वार्षिक बोर्ड परीक्षाओं का आयोजन नहीं करेगा, जो कोरोनावायरस महामारी और राष्ट्रीय लॉकडाउन द्वारा बाधित हो गई हैं। परीक्षा केवल 29 प्रमुख पत्रों पर आयोजित की जाएगी जो आगे प्रोमेशन के लिए आवश्यक है और शायद उच्च शिक्षण संस्थानों में प्रवेश के लिए महत्वपूर्ण हैं।
भारत में नॉवेल कोरोना वायरस COVID-19 प्रकोप से बचाव के तौर पर लॉकडाउन लागू है, जो अब 17 मई 2020 तक रहेगा। लॉकडाउन के दौरान सभी को अपने-अपने घरों में रहने के लिए कहा गया है इसलिए 17 मई तक कोई परीक्षा आयोजिन होना मुमकिन नहीं है।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने 10वीं, 12वीं बोर्ड एग्जाम से जुड़ी जानकारी पढ़ने के लिए सीबीएसई की आधिकारिक वेबसाइट पर या इस डायरेक्ट लिंक https://cbse.nic.in/newsite/attach/PRESS RELEASE 01.04.20.pdf पर विजिट कर सकते हैं।
CBSE ने स्कूलों को सलाह दी है कि वे पाठ्यक्रम में बदलाव न करें ताकि छात्रों के सीखने के स्तर के आकलन पर प्रभाव न पड़े। बोर्ड ने जारी नोटिफिकेशन में कहा, “यह देखा गया है कि पाठ्यक्रम के कोई भी बदलाव छात्र के सीखने के स्तर के मूल्यांकन और बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी को गंभीरता से प्रभावित कर सकता है। कृपया ध्यान दें कि मूल्यांकन वर्तमान शैक्षणिक वर्ष के लिए दिए गए पाठ्यक्रम के अनुसार ही किया जाएगा।”
CBSE बोर्ड ने फैसला लिया है कि 10वीं की बची हुई विषयों की परीक्षाएं आयोजित नहीं की जाएंगी तथा केवल पहले हो चुकी परीक्षाओं के नंबरों के आधार पर ही छात्रों का रिजल्ट जारी किया जाएगा। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कल ही केन्द्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक के सामने यह सुझाव रखा था कि छात्रों को इंटर्नल मार्क्स के आधार पर ही प्रोमोट कर दिया जाए।
बोर्ड ने अफवाहों से गुमराह होने से बचने के लिए, सभी छात्रों और अभिभावकों को सुझाव दिया है कि वे केवल बोर्ड द्वारा आधिकारिक घोषणाओं पर भरोसा करें जो बोर्ड की वेबसाइट पर किए गए हैं। किसी भी अन्य स्रोत से प्राप्त जानकारी पर छात्र भरोसा न करें।
पुन: परीक्षा शुरू होने से लगभग 10 दिन पहले बोर्ड सभी छात्रों को इसके संबंध में सूचना जारी कर देगा। परीक्षा की तिथि तथा अन्य जानकारियां बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर जारी की जाएंगी। लॉकडाउन की अवधि अब बढ़कर 17 मई हो गई है, ऐसे में बोर्ड ने परीक्षा की किसी नई डेट की घोषणा नहीं की है।
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने विभिन्न प्रवेश परीक्षाओं के लिए चल रही आवेदन प्रक्रिया की अंतिम तिथि पहले ही बढ़ा दी है। इसलिए बोर्ड रिजल्ट के बाद एंट्रेस एग्जाम में शामिल होने वाले छात्रों को ज्यादा परेशान नहीं होगी।
बोर्ड ने यह साफ कर दिया है कि 10वीं की बची हुई परीक्षाएं आयोजित नहीं की जाएंगी तथा छात्रों के रिजल्ट इंटर्नल मार्क्स के आधार पर ही तैयार कर दिए जाएंगे। मगर 12वीं की परीक्षाओं को लेकर अभी संशय बरकरार है। बोर्ड का कहना है कि 12वीं के नंबर आगे कॉलेजों में एडमिशन तथा विदेशों में पढ़ाई के लिए जरूरी होते हैं, इसलिए लॉकडाउन खुलने के बाद 12वीं परीक्षाएं कराई जा सकती हैं।
बता दें कि नॉर्थ ईस्ट दिल्ली के हिंसा प्रभावित इलाकों में रद्द हुई परीक्षाएं बोर्ड दोबारा आयोजित करेगा मगर बाकी देश में 10वीं की बची हुई परीक्षाएं आयोजित नहीं की जाएंगी।
बोर्ड ने 10वीं की परीक्षाएं रद्द करने के संबंध में 01 अप्रैल को ही सर्कुलर जारी कर दिया था जिसमें यह जानकारी दी गई थी की 10वीं के बचे हुए विषयों की परीक्षाएं आयोजित नहीं की जाएंगी। बोर्ड निदेशक अनुराग ठाकुर ने आज मीडिया के सामने यह बात दोबारा दोहराई।
बोर्ड निदेशक ने यह भी कहा कि परीक्षा आयोजित किए जाने से 10 दिन पहले छात्रों को सूचित कर दिया जाएगा ताकि वे अपनी तैयारी कर लें। छात्रों को सुझाव है कि वे आधिकारिक वेबसाइट पर किसी भी नोटिस के लिए नज़र बनाकर रखें।
उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने बोर्ड परीक्षाओं के रिजल्ट के संदर्भ में कहा कि उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन 04 मई से शुरू किया जाएगा। लॉकडाउन खत्म होते ही कॉपियों की चेकिंग का काम शुरू हो जाएगा जिससे यह उम्मीद लगाई जा सकती है कि मई के अंत तक ही बोर्ड की परीक्षाओं के रिजल्ट जारी हो जाएंगे।
बोर्ड ने पहले ही यह स्पष्ट कर दिया था कि उत्तरी दिल्ली में फैली सांप्रदायिक हिंसा के चलते जहां परीक्षाएं नहीं हो सकी हैं वहां अब सभी विषयों की परीक्षाएं कराने के बजाय केवल जरूरी विषयों की परीक्षाएं कराई जाएंगी। बोर्ड ने इसके संबंध में 29 विषयों की लिस्ट भी जारी की है। परीक्षा की तिथियों की घोषणा जल्द की जाएगी।
CBSE बोर्ड की 12वीं की कुछ परीक्षाएं अभी बाकी हैं जिनके बाद ही बोर्ड रिजल्ट जारी कर सकता है। ऐसे में लॉकडाउन के चलते बोर्ड न ही परीक्षा आयोजित कर पा रहा है और न ही उससे पहले रिजल्ट जारी किया जा सकता है। परीक्षा की तिथि के संबंध में जानकारी जल्द जारी की जानी है।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (Central Board of Secondary Education, CBSE) ने 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा, परिणाम को लेकर 'फर्जी खबर' फैलाने की कोशिश करने वालों पर एफआईआर दर्ज करने की बात कही है। इस संबंध में बोड ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर नोटिस भी जारी की है जिसमें पूरी जानकारी मौजूद है।
सीबीएसई ने इस वर्ष कक्षा 10 सीबीएसई बोर्ड परीक्षा आयोजित करने से स्पष्ट रूप से मना कर दिया है। इसलिए, छात्रों को उनके आंतरिक मूल्यांकन के अंकों के आधार पर अगली कक्षा में पदोन्नत किया जाएगा।
सीबीएसई सचिव अनुराग त्रिपाठी ने कहा है, "चूंकि कक्षा 10 की बोर्ड परीक्षा के मामूली विषय लंबित थे, इसलिए इसे रद्द किया जा सकता है।"
सीबीएसई सचिव अनुराग त्रिपाठी ने कक्षा 12 वीं की सीबीएसई बोर्ड परीक्षा के बारे में कहा कि, "दुनिया कोरोनोवायरस प्रकोप के खिलाफ लड़ाई लड़ रही है, जिसमें सीबीएसई बोर्ड और संबंधित लोग भी शामिल हैं। हम सभी लॉकडाउन में फंसे हुए हैं। माता-पिता को घबराना नहीं चाहिए और अपने बच्चों को सेल्फ स्टडी करने देना चाहिए। एक बार स्थिति बेहतर हो जाएगी तो फैसला लिया जाएगा”12वीं बोर्ड एग्जाम के बारे में अधिकारी ने दी ये जानकारी
भारत में नॉवेल कोरोना वायरस COVID-19 प्रकोप से बचाव के तौर पर लॉकडाउन की अवधि अब 03 मई 2020 से आगे बढ़ाकर 17 मई तक कर दिया गया है। लॉकडाउन के दौरान सभी को अपने-अपने घरों में रहने के लिए कहा गया है इसलिए बोर्ड 12वीं परीक्षा परिणाम को लेकर जल्द ही कोई जरूरी घोषणा कर सकता है। क्योंकि फिलहाल 12वीं के कुछ महत्वपूर्ण विषयों की परीक्षा होनी थी, जिनके बारे में विचार विमर्श चल रहा है।