सीबीएसई बोर्ड 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा के परिणाम 15 अगस्त तक घोषित कर सकता है। अंग्रेजी न्यूज वेबसाइट ‘टाइम्स ऑफ इंडिया’ से बातचीत में, ‘HRD मिनिस्टर डॉ. रमेश पोखरियाल ने बताया कि शेष परीक्षाओं चलेंगी और मूल्यांकन कार्य भी चलता रहेगा, इसके बाद परिणामों की घोषणा की जाएगी। हम सीबीएसई बोर्ड परीक्षा परिणाम 15 अगस्त तक घोषित करने की पूरी कोशिश करेंगे।’ दरअसल, सीबीएसई बोर्ड के 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं एक महीने से भी कम समय बचा है। स्टूडेंट्स अपने एग्जाम की तैयारी में जुटे हैं। हालांकि सभी विषयों की परीक्षाएं नहीं होनी हैं। केवल उन्हीं विषयों के एग्जाम होंगे जिनके बारे में सीबीएसई बोर्ड की तरफ से बताया गया है। सीबीएसई बोर्ड ने पहले ही एक लिस्ट जारी कर दी है कि कहां और किस विषय के एग्जाम होने हैं। 10वीं 12वीं के कुल मिलाकर 29 विषय हैं जिनके एग्जाम होने हैं। इसके अलावा कोई और एग्जाम नहीं होना है।
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एग्जाम 1 से 15 जुलाई तक होने हैं। परीक्षाओं का सुचारू प्रबंधन सुनिश्चित करने के लिए, CBSE ने प्रत्येक जिले में कम से कम एक ऐसे एग्जाम सेंटर देने का फैसला किया है जो एक परीक्षा केंद्र से दूसरे में स्थानांतरित होने वाले उम्मीदवारों के लिए नोडल परीक्षा केंद्र होगा।
CBSE Board Class 10, 12 Remaining Exam Date 2020 Latest Update Check Here
Highlights
बिहार बोर्ड ने लगातार दूसरे वर्ष 10वीं और 12वीं के रिजल्ट सबसे पहले जारी करने का रिकॉर्ड बनाया है। बोर्ड ने 12वीं के रिजल्ट मार्च महीने में तथा 10वीं के रिजल्ट अप्रैल में जारी किए हैं। बाकी सभी बोर्ड कॉपियों की चेकिंग का काम पूरा करके जल्द रिजल्ट जारी करने वाले हैं।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) द्वारा 12वीं कक्षा की बची हुई परीक्षाओं को रद्द कराने के लिए छात्रों के अभिभावक अब सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गए हैं। 12वीं के कुछ छात्रों के अभिभावकों ने COVID-19 महामारी के कारण देश में मौजूदा हालात को देखते हुए परीक्षाओं के आयोजन को छात्रों के लिए खतरा बताया और उच्चतम न्यायालय में याचिका दाखिल की है।
पैरेंट्स का मानना है कि इस मुश्किल समय में छात्रों को परीक्षा के लिए भेजना उनकी जान को खतरे में डालने के बराबर है। दाखिल की गई याचिका के मुताबिक, पैरेंट्स चाहते हैं कि 12वीं की शेष बची हुईं परीक्षाएं रद्द हों और छात्रों के परिणाम, आंतरिक मूल्यांकन अंकों के साथ औसत आधार पर तैयार होने चाहिए।
सीबीएसई बोर्ड 10वीं और 12वीं क्लास के छात्रों से कुछ लोग छात्रों के नंबर बढ़ाने के लिए पैसे मांग रहे हैं और अपना अकाउंट नंबर भी दे रहे हैं। बोर्ड ने अभिभावकों को ऐसे जालसाजों से बचने के लिए आगाह किया है।
HRD मंत्री ने कहा था कि 32 SWAYAM प्रभा चैनलों को DTH पर 24X7 प्रसारित किया जा रहा है और यह DD, DISH TV, TATA Sky और Reliance Jio चैनल पर भी उपलब्ध हैं।
- सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों और एक साथ कम से कम उपस्थिति के लिए, स्कूल दो शिफ्ट में होगा।- शिक्षकों को मास्क के साथ दस्ताने पहनना भी जरूरी होगा।- स्कूलों में थर्मल स्कैनर लगाए जाएंगे।- क्लास में केवल तीन सीट वाले डेस्क पर दो छात्र ही बैठेंगे।
कोरोनावायरस महामारी के चलते पैदा हुई स्थिति को ध्यान में रखते हुए केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) विदेशों में 10वीं और 12वीं कक्षाओं की लंबित परीक्षाएं नहीं लेगा। सीबीएसई के सचिव अनुराग त्रिपाठी ने कहा, "25 देशों में कई सीबीएसई स्कूल स्थित हैं।"
केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री ने राज्य सरकारों से कहा कि वे अपनी बोर्ड परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन शुरू करें और ऐसा करने में CBSE की सहायता करें। सभी बोर्ड अब एक एक कर जल्द परीक्षा के रिजल्ट जारी करना शुरू करेंगे।
CBSE बोर्ड ने चेतावनी दी है कि अगर छात्रों या अभिभावकों से नंबर बढ़ाने के पैसे मांगे जाते हैं और उन्हें पैसे दिए जाते हैं तो ऐसे में छात्र या अभिभावक की भी गलती मानी जाएगी। बोर्ड किसी भी तरह से इसका जिम्मेदार नहीं होगा।
छात्रों की परेशानी को देखते हुए संबंधित जिले के परीक्षा केंद्र पर ही उपस्थित होने का निर्णय लिया गया है। कॉपियों के मूल्यांकन की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। जुलाई के अंत तक रिजल्ट की घोषणा संभावित है।
यह निश्चित रूप से उन छात्रों के लिए अच्छी खबर है, जिन्हें कोविड -19 लॉकडाउन से पहले या उसके दौरान सीबीएसई बोर्ड परीक्षा 2020 के लिए एक शहर से दूसरे शहर जाना पड़ता। बोर्ड के इस निर्देश के बाद छात्रों को ट्रेन से भी सफर करने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
सीबीएसई द्वारा 10वीं में 100 से अधिक स्किल विषय चलाए जा रहे हैं। अब तक मुख्य विषय में फेल होने वाले विद्यार्थियों को कंपार्टमेंटल परीक्षा देनी होती थी। 10वीं में छठे विषय के तौर पर स्किल विषय की सुविधा 2019 में शुरू हुई थी। 2019 में नौवीं के छात्रों को भी यह सुविधा दी गई।
गृह मंत्रालय (MHA) ने सभी छात्रों के स्वास्थ्य और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए CBSE और कुछ राज्य बोर्ड के लंबित बोर्ड परीक्षाओं के संचालन के बारे में कई दिशानिर्देश जारी किए हैं। दिशानिर्देशों में यह भी कहा गया है कि लंबित बोर्ड परीक्षाओं के एग्जाम सेंटर रेड जोन के स्कूल में नहीं होना चाहिए ताकि परीक्षा के लिए उपस्थित होने वाले सभी छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
सीबीएसई 2022 से 12वीं के छात्रों को भी स्किल विषय चुनने का मौका देने जा रही है। सीबीएसई ने इस सत्र के 11वीं के छात्रों को स्किल विषय रखने का अवसर दिया है, जो छात्र स्किल विषय रखेंगे, उन्हें बोर्ड परीक्षा में किसी एक विषय में फेल होने पर स्किल विषय से रिप्लेस करने का मौका मिलेगा।
CBSE ने छात्रों के बीच सुरक्षित और स्वस्थ डिजिटल आदतों को सुनिश्चित करने के लिए एक ‘साइबर सिक्योरिटी हैंडबुक’ जारी की है। बोर्ड ने कहा कि लोगों में यह गलत धारणा बनी है कि छात्र डिजिटल प्लेटफार्म के बारे में अधिक जानकार होते हैं क्योंकि वे टेक्नोलॉजी के प्रति ज्यादा सहज हैं।
परीक्षाओं का सुचारू प्रबंधन सुनिश्चित करने के लिए, CBSE ने प्रत्येक जिले में कम से कम एक ऐसे एग्जाम सेंटर देने का फैसला किया है जो एक परीक्षा केंद्र से दूसरे में स्थानांतरित होने वाले उम्मीदवारों के लिए नोडल परीक्षा केंद्र होगा।
केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री ने राज्य सरकारों से कहा कि वे अपनी बोर्ड परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन शुरू करें और ऐसा करने में CBSE की सहायता करें। सभी बोर्ड अब एक एक कर जल्द परीक्षा के रिजल्ट जारी करना शुरू करेंगे।
CBSE बोर्ड की 10वीं और 12वीं की बची हुई परीक्षाएं पहले तय किए गए एग्जाम सेंटर्स के बजाय छात्रों को अपने स्कूल में ही होगी। ऐसे स्कूल जो कंटेनमेंट ज़ोन में आते हैं, वहां परीक्षा नहीं आयोजित की जाएगी। कंटेनमेंट ज़ोन में एग्जाम सेंटर न बनाने का फैसला गृह मंत्रालय ने लिया है।
बोर्ड ने परीक्षाएं आयोजित कराने के लिए तैयारी पूरी कर ली है। बोर्ड का कहना है कि लॉकडाउन खत्म होने के बाद केवल महत्वपूर्ण विषयों की परीक्षाएं आयोजित की जाएंगी और वे भी बगैर ज्यादा समय खर्च किए। 01 जुलाई से परीक्षाएं शुरू हो जाएंगी।
सीबीएसई पहले ही घोषणा कर चुका है कि 10वीं और 12वीं की शेष परीक्षाएं संबंधित स्कूलों में भी होगी। परीक्षा होम सेंटर पर होगी, ताकि उन्हें कम यात्रा करनी पड़े। दिल्ली को छोड़कर अन्य केंद्रों पर 10वीं की परीक्षाएं नहीं होंगी। राज्य में 12वीं के 12 विषयों की परीक्षाएं होनी हैं।
कंटेन्मेंट जोन में किसी भी परीक्षा केंद्र की अनुमति नहीं होगी। तय तारीख तक स्कूलों के कंटेन्मेंट जोन के अलावा कोई विकल्प नहीं मिलता है तो इन स्कूलों के छात्रों का परीक्षा केंद्र कंटेन्मेंट जोन से बाहर आवंटित किया जाएगा।
परीक्षा केंद्र में केवल उसी जिले में प्रवेश की अनुमति दी जाएगी जिसमें आवेदक शिफ्ट हुआ है, और जिसमें सीबीएसई संबद्ध स्कूल हैं। इसके अलावा, अगर छात्र उस जिले में कोई सीबीएसई संबद्ध स्कूल नहीं है तो पड़ोसी जिले में एक परीक्षा केंद्र आवंटित किया जाएगा।
सहायता लाइन नंबर इन हेल्प लाइन नंबरों पर बात कर सकते हैं: -
सीबीएसई हेल्प लाइन नंबर 1800-11-8002
सेवाएं सभी कार्य दिवसों में सुबह 9.30 से शाम 5.00 बजे के बीच उपलब्ध रहेगी।
बोर्ड ने परीक्षाएं आयोजित कराने के लिए तैयारी पूरी कर ली है। बोर्ड का कहना है कि लॉकडाउन खत्म होने के बाद केवल महत्वपूर्ण विषयों की परीक्षाएं आयोजित की जाएंगी और वे भी बगैर ज्यादा समय खर्च किए। 01 जुलाई से परीक्षाएं शुरू हो जाएंगी।
नियमित अभ्यर्थियों की श्रेणी के बाद, जो अपने जिले के स्कूल से भारत के किसी अन्य जिले में चले गए हैं, परीक्षा केंद्र बदलने के लिए अनुरोध करने के लिए पात्र होंगे:
i) जो छात्र छात्रावासों में रह रहे थे।
ii) राज्य सरकारों द्वारा प्रायोजित छात्र।
iii) छात्र भारत के भीतर अपने स्कूल के जिले से किसी अन्य जिले में स्थानांतरित कर दिया है।
स्कूल खुलने के बाद, शिक्षकों और छात्रों की सेहत का पूरा ख्याल रखना पहली जिम्मेदारी होगी। यूजीसी एक टास्क फोर्स तैयार करेगी और एनसीआरटी की गाइडलाइंस को ध्यान में रखा जाएगा।
- सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों और एक साथ कम से कम उपस्थिति के लिए, स्कूल दो शिफ्ट में होगा।
- शिक्षकों को मास्क के साथ दस्ताने पहनना भी जरूरी होगा।
- स्कूलों में थर्मल स्कैनर लगाए जाएंगे।
- क्लास में केवल तीन सीट वाले डेस्क पर दो छात्र ही बैठेंगे।
1. अब पहले से आवंटित परीक्षा केंद्र के बजाय उम्मीदवारों के संबंधित स्कूलों में परीक्षा आयोजित की जाएगी।
2. सीबीएसई उन अभ्यर्थियों के संबंध में परीक्षा केंद्र बदलने की अनुमति देगा जो शिफ्ट हो चुके हैं और किसी अन्य जिले में रह रहे हैं।
सीबीएसई ने दो निर्णयों का पालन करके जुलाई में होने वाली बोर्ड परीक्षाओं के दौरान कोरोनावायरस से बचाव के मुद्दे पर कई कदम उठाए हैं। देश में COVID-19 महामारी के प्रसार की मौजूदा स्थिति के कारण, परीक्षाओं को सुरक्षित तरीके से आयोजित करने के लिए विशेष प्रयासों की आवश्यकता होती है। जैसा कि कई छात्रों ने अपने स्कूल के जिले से देश के किसी अन्य जिले में स्थानांतरित कर दिया है।
सीबीएसई बोर्ड 10वीं और 12वीं क्लास के छात्रों से कुछ लोग छात्रों के नंबर बढ़ाने के लिए पैसे मांग रहे हैं और अपना अकाउंट नंबर भी दे रहे हैं। बोर्ड ने अभिभावकों को ऐसे जालसाजों से बचने के लिए आगाह किया।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) द्वारा 12वीं कक्षा की बची हुई परीक्षाओं को रद्द कराने के लिए छात्रों के अभिभावक अब सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गए हैं। 12वीं के कुछ छात्रों के अभिभावकों ने COVID-19 महामारी के कारण देश में मौजूदा हालात को देखते हुए परीक्षाओं के आयोजन को छात्रों के लिए
पैरेंट्स का मानना है कि इस मुश्किल समय में छात्रों को परीक्षा के लिए भेजना उनकी जान को खतरे में डालने के बराबर है। दाखिल की गई याचिका के मुताबिक, पैरेंट्स चाहते हैं कि 12वीं की शेष बची हुईं परीक्षाएं रद्द हों और छात्रों के परिणाम, आंतरिक मूल्यांकन अंकों के साथ औसत आधार पर तैयार होने चाहिए।
पैरेंट्स ने कहा है कि बोर्ड जुलाई, 2020 के महीने परीक्षा आयोजित कराना चाहता है जिसमें AIIMS डेटा के अनुसार, कोरोनावायरस महामारी का संक्रमण अपने चरम पर होगा। याचिका में कहा गया है कि इस साल अप्रैल में बोर्ड ने 9वीं और 11वीं क्लास के छात्रों को भी स्कूल के आकलन के आधार पर अगली क्लास में प्रमोट करने का निर्देश दिया था।
सीबीएसई बोर्ड 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा के परिणाम 15 अगस्त तक घोषित कर सकता है। अंग्रेजी न्यूज वेबसाइट 'टाइम्स ऑफ इंडिया' से बातचीत में, 'HRD मिनिस्टर डॉ. रमेश पोखरियाल ने बताया कि शेष परीक्षाओं चलेंगी और मूल्यांकन कार्य भी चलता रहेगा, इसके बाद परिणामों की घोषणा की जाएगी। हम सीबीएसई बोर्ड परीक्षा परिणाम 15 अगस्त तक घोषित करने की पूरी कोशिश करेंगे।'
ICSE बोर्ड के एक अधिकारी ने कहा कि परीक्षा को रद्द करना संभव नहीं है, क्योंकि बहुत सारे पेपर बाकी हैं। अगर आंतरिक परीक्षा के अंकों पर विचार किया जाता है, तो कई माता-पिता फिर से इस पर आपत्ति जता सकते हैं।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) द्वारा 12वीं कक्षा की बची हुई परीक्षाओं को रद्द कराने के लिए छात्रों के अभिभावक अब सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गए हैं। 12वीं के कुछ छात्रों के अभिभावकों ने COVID-19 महामारी के कारण देश में मौजूदा हालात को देखते हुए परीक्षाओं के आयोजन को छात्रों के लिए खतरा बताया और उच्चतम न्यायालय में याचिका दाखिल की है।
बोर्ड ने अफवाहों से गुमराह होने से बचने के लिए, सभी छात्रों और अभिभावकों को सुझाव दिया है कि वे केवल बोर्ड द्वारा आधिकारिक घोषणाओं पर भरोसा करें जो बोर्ड की वेबसाइट पर किए गए हैं। किसी भी अन्य स्रोत से प्राप्त जानकारी पर छात्र भरोसा न करें।
CBSE बोर्ड ने अपनी बची हुई 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं के लिए डेट शीट अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर जारी कर दी है। शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने ट्वीट कर इसकी जानकारी भी दी थी। छात्र पूरा एग्जाम शिड्यूल बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर विजिट कर डाउनलोड कर सकते हैं।
चौथी परीक्षा 04 जुलाई को अकाउंटेंसी सब्जेक्ट की होगी। सब्जेक्ट कोड 055 यानी अकाउंटेंसी सब्जेक्ट की परीक्षा भी सुबह की शिफ्ट यानी 10:30 बजे से 1:30 बजे तक ही आयोजित की जाएगी।
02 जुलाई को हिंदी इलेक्टिव का एग्जाम होगा। जिसका कोड 002 है। इसके अलावा हिंदी कोर भी उसी दिन होगा। इसका कोड 302 है। यह एग्जाम भी सुबह 10:30 से दोपहर 01:30 बजे तक होगा।