केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) की कक्षा 10 और कक्षा 12 की परीक्षा की तारीखों पर फैसला आज होने की संभावना थी, लेकिन अब शायद बोर्ड शुक्रवार को जरूरी घोषणा कर सकता है। CBSE बोर्ड 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं में शामिल हुए छात्रों को अभी भी अपनी बची हुई परीक्षाओं की डेट्स जारी होने का इंतजार है। दिल्ली में बीते माह फैली सांप्रदायिक हिंसा के चलते कई इलाकों में बोर्ड परीक्षाएं रद्द हो गई थीं। इसके बाद से देश में कोरोना महामारी के चलते लॉकडाउन लागू है। ऐसे में बोर्ड को परीक्षा आयोजित कराने का समय ही नहीं मिल सका। बोर्ड अधिकारी परीक्षा कराने की तैयारी पूरी कर चुके हैं तथा लॉकडाउन खत्म होने का इंतजार कर रहे हैं।
CBSE Board Class 10th, 12th Exam Date 2020 :Check Here
बता दें कि केवल हिंसा प्रभावित इलाकों में रद्द हुई 10वीं की परीक्षाएं ही दोबारा आयोजित की जाएंगी तथा 10वीं के अन्य किसी भी छात्र के लिए परीक्षा आयोजित नहीं की जाएंगी। बोर्ड 12वीं के छात्रों के लिए उन सब्जेक्ट्स की लिस्ट जारी कर चुका है जिनकी परीक्षाएं आयोजित की जानी हैं। केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक कल बची हुई बोर्ड परीक्षाओं की डेट्स की घोषणा कर सकते हैं। छात्रों को परीक्षा से पहले तैयारी के लिए पर्याप्त समय दिया जाएगा। ताजा अपडेट्स देखने के लिए हमारे साथ बने रहें।
Sarkari Naukri Result 2020 LIVE Updates: Check Here
Highlights
कोरोनावायरस महामारी के चलते पैदा हुई स्थिति को ध्यान में रखते हुए केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) विदेशों में 10वीं और 12वीं कक्षाओं की लंबित परीक्षाएं नहीं लेगा। सीबीएसई के सचिव अनुराग त्रिपाठी ने कहा, ‘‘25 देशों में कई सीबीएसई स्कूल स्थित हैं।
बोर्ड ने निर्णय लिया कि वह अपनी कुछ वार्षिक बोर्ड परीक्षाओं का आयोजन नहीं करेगा, जो कोरोनावायरस महामारी और राष्ट्रीय लॉकडाउन द्वारा बाधित हो गई हैं। परीक्षा केवल 29 प्रमुख पत्रों पर आयोजित की जाएगी जो आगे प्रोमेशन के लिए आवश्यक है और शायद उच्च शिक्षण संस्थानों में प्रवेश के लिए महत्वपूर्ण हैं।
कोरोनावायरस महामारी के चलते पैदा हुई स्थिति को ध्यान में रखते हुए विदेशों में 10वीं और 12वीं कक्षाओं की लंबित परीक्षाएं नहीं आयोजित की जाएंगी। 9वीं और 11वीं क्लास के स्टूडेंट्स को प्रोजेक्ट्स, टेस्ट, टर्म एग्जाम आदि के आधार पर पास करने के लिए कहा गया है।
मंत्री ने यह भी बताया कि संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) मेन 2020 18 जुलाई से 23 जुलाई तक आयोजित की जाएगी, जबकि जेईई एडवांस 2020 अगस्त में आयोजित किया जाएगा। NEET परीक्षा 2020 अब 26 जुलाई को होगी।
कक्षा 10 और कक्षा 12 की परीक्षा की तारीखों पर फैसला आज होने की संभावना थी, लेकिन अब शायद बोर्ड शुक्रवार को जरूरी घोषणा कर सकता है।
पूर्वी दिल्ली में स्थित स्कूलों में 12वीं क्लास के लिए अंग्रेजी इलेक्टिव - एन, 2. अंग्रेजी इलेक्टिव -सी, इंग्लिश कोर, गणित, इकोनॉमिक्स, बायोलॉजी, राजनीति विज्ञान, इतिहास, फीजिक्स, अकाउंट्स और केमिस्ट्री की परीक्षाएं आयोजित की जाएंगी।
अफवाहों से गुमराह होने से बचने के लिए, सभी छात्रों और अभिभावकों को सूचित किया जाता है कि वे केवल बोर्ड द्वारा आधिकारिक घोषणाओं पर भरोसा करें जो बोर्ड की वेबसाइट पर किए गए हैं। बोर्ड ने गलत खबर फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की चेतवानी दी है जिसके लिए बोर्ड लिखित सूचना भी जारी कर चुका है। छात्र केवल आधिकारिक वेबसाइट पर जानकारी पर ही भरोसा करें।
बोर्ड ने कहा था कि कक्षा 10 और कक्षा 12 के छात्रों के लिए 29 विषयों की शेष सभी परीक्षाएं होंगी।
सीबीएसई के लिए कक्षा 10 और कक्षा 12 परीक्षाओं के बारे में गलत सूचना के प्रसार के बाद, बोर्ड ने पहले अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर एक बयान जारी किया था जिसमें कहा गया था कि बोर्ड परीक्षाओं की उनकी स्थिति में कोई बदलाव नहीं हुआ है।
मानव संसाधन विकास (एचआरडी) मंत्री रमेश पोखरियाल ने मंगलवार को एक एक वेबिनार में कहा था कि सीबीएसई बोर्ड परीक्षाओं पर निर्णय एक या दो दिन में लिया जाएगा और जल्द ही नई तारीखों की घोषणा की जाएगी।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) की कक्षा 10 और कक्षा 12 की परीक्षा की तारीखों पर फैसला आज होने की संभावना है।
कोरोनावायरस महामारी के चलते पैदा हुई स्थिति को ध्यान में रखते हुए विदेशों में 10वीं और 12वीं कक्षाओं की लंबित परीक्षाएं नहीं आयोजित की जाएंगी। 9वीं और 11वीं क्लास के स्टूडेंट्स को प्रोजेक्ट्स, टेस्ट, टर्म एग्जाम आदि के आधार पर पास करने के लिए कहा गया है।
बोर्ड परीक्षाओं के रिजल्ट जारी होने में ज्यादा समय नहीं है। CBSE बोर्ड पहले ही कह चुका है कि बचे हुए सभी विषयों की परीक्षा नहीं ली जाएगी बल्कि केवल महत्वपूर्ण विषयों की परीक्षा आयोजित कराकर रिजल्ट जारी कर दिए जाएंगे। इसका अर्थ है कि बोर्ड ज्यादा समय नहीं लगाने वाला है।
सीबीएसई और फिट इंडिया, सरकार का प्रमुख फिटनेस आंदोलन, COVID-19 महामारी के कारण देश भर में लॉकडाउन के दूसरे चरण में फिट रहने के लिए बुधवार से स्कूली छात्रों के लिए लाइव फिटनेस सेशन शुरू की है।
लॉकडाउन के दौरान शिक्षा व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई है, लेकिन सीबीएसई बोर्ड समेत अन्य कई बोर्ड ने इससे निपटने के लिए ई-लर्निंग का तरीका निकाला है। ई-लर्निंग के जरिए छात्र अपने घरों में रहकर भी आगे की पढ़ाई जारी रख सकते हैं।
कोरोनावायरस महामारी के चलते पैदा हुई स्थिति को ध्यान में रखते हुए केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) विदेशों में 10वीं और 12वीं कक्षाओं की लंबित परीक्षाएं नहीं लेगा। सीबीएसई के सचिव अनुराग त्रिपाठी ने कहा, ‘‘25 देशों में कई सीबीएसई स्कूल स्थित हैं।
बोर्ड ने निर्णय लिया कि वह अपनी कुछ वार्षिक बोर्ड परीक्षाओं का आयोजन नहीं करेगा, जो कोरोनावायरस महामारी और राष्ट्रीय लॉकडाउन द्वारा बाधित हो गई हैं। परीक्षा केवल 29 प्रमुख पत्रों पर आयोजित की जाएगी जो आगे प्रोमेशन के लिए आवश्यक है और शायद उच्च शिक्षण संस्थानों में प्रवेश के लिए महत्वपूर्ण हैं।
पिछले सप्ताह बोर्ड ने एक विज्ञप्ति जारी की जिसमें अभिभावकों द्वारा बोर्ड से पूछे गए सवालों के जवाब दिए गए। बोर्ड ने अधिकांश सवालों के जवाब दिए हैं तथा इसके संबंध में pdf भी जारी की है जिससे छात्रों को या अभिभावकों को अपनी समस्या का समाधान आसानी से मिल सके।
अनुमान लगाया जा रहा है कि सीबीएसई यह सिलेबस ट्रिम करने के लिए चुन सकता है, क्योंकि लॉकडाउन आसान होने के बाद बोर्ड पहले ही नए शैक्षणिक सत्र में आ जाएगा। नए सत्र के अकादमिक कैलेंडर को बनाए रखने और वर्तमान शैक्षणिक सत्र की गतिविधियों के साथ आने के लिए, बोर्ड पाठ्यक्रम को छोटा कर सकता है; लेकिन बोर्ड को अभी इस बारे में कोई जानकारी नहीं है।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (Central Board of Secondary Education, CBSE) ने 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा, परिणाम को लेकर 'फर्जी खबर' फैलाने की कोशिश करने वालों पर एफआईआर दर्ज करने की बात कही है। इस संबंध में बोड ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर नोटिस भी जारी की है जिसमें पूरी जानकारी मौजूद है।
कोरोनावायरस महामारी के चलते पैदा हुई स्थिति को ध्यान में रखते हुए विदेशों में 10वीं और 12वीं कक्षाओं की लंबित परीक्षाएं नहीं आयोजित की जाएंगी। 9वीं और 11वीं क्लास के स्टूडेंट्स को प्रोजेक्ट्स, टेस्ट, टर्म एग्जाम आदि के आधार पर पास करने के लिए कहा गया है।
लॉकडाउन के दौरान शिक्षा व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई है, लेकिन सीबीएसई बोर्ड समेत अन्य कई बोर्ड ने इससे निपटने के लिए ई-लर्निंग का तरीका निकाला है। ई-लर्निंग के जरिए छात्र अपने घरों में रहकर भी आगे की पढ़ाई जारी रख सकते हैं।
सीबीएसई बोर्ड ने छात्रों, अभिभावकों और मीडिया को भी इस नोटिफिकेशन के जरिए सूचित किया है कि वे ऐसी अफवाहों पर विश्वास न करें और बोर्ड के आधिकारिक हैंडल पर आधिकारिक घोषणाओं की जांच करें।
बोर्ड निदेशक ने यह भी कहा कि परीक्षा आयोजित किए जाने से 10 दिन पहले छात्रों को सूचित कर दिया जाएगा ताकि वे अपनी तैयारी कर लें। छात्रों को सुझाव है कि वे आधिकारिक वेबसाइट पर किसी भी नोटिस के लिए नज़र बनाकर रखें।
यह संभावना थी कि बोर्ड 21 दिन का लॉकडाउन समाप्त होने के बाद सीबीएसई कक्षा 10 और कक्षा 12 बोर्ड परीक्षा की तारीखों की घोषणा करेगा, लेकिन अब लॉक डाउन को 17 मई तक के लिए बढ़ा दिया गया है। HRD मिनिस्टर आज एग्जाम डेट्स की घोषणा कर सकते हैं।
मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार, केंद्र संचालित स्कूल बोर्ड परीक्षा की कॉपियां टीचर्स को घर पर देने की योजना बना रहा है और इसलिए, राज्य प्रशासन के सहयोग की आवश्यकता है। टीचर्स वर्क फ्रॉम होम करते हुए कॉपियां चेक करें तो रिजल्ट जल्द जारी हो सकते हैं।
केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री ने राज्य सरकारों से कहा कि वे अपनी बोर्ड परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन शुरू करें और ऐसा करने में CBSE की सहायता करें। सभी बोर्ड अब एक एक कर जल्द परीक्षा के रिजल्ट जारी करना शुरू करेंगे।
बोर्ड ने परीक्षाएं आयोजित कराने के लिए तैयारी पूरी कर ली है। बोर्ड का कहना है कि लॉकडाउन खत्म होने के बाद केवल महत्वपूर्ण विषयों की परीक्षाएं आयोजित की जाएंगी और वे भी बगैर ज्यादा समय खर्च किए। उम्मीद है कि 30 मई से परीक्षाएं शुरू हो सकती हैं।
बोर्ड परीक्षाओं के रिजल्ट जारी होने में ज्यादा समय नहीं है। CBSE बोर्ड पहले ही कह चुका है कि बचे हुए सभी विषयों की परीक्षा नहीं ली जाएगी बल्कि केवल महत्वपूर्ण विषयों की परीक्षा आयोजित कराकर रिजल्ट जारी कर दिए जाएंगे। इसका अर्थ है कि बोर्ड ज्यादा समय नहीं लगाने वाला है।
एनसीईआरटी का वैकल्पिक शैक्षणिक कैलेंडर, जिसका उल्लेख केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल 'निशंक' ने भी किया था, में कहीं भी इस बात का उल्लेख नहीं है कि किसी भी वर्ग के लिए पाठ्यक्रम कम किया गया है।
अनुमान लगाया जा रहा है कि सीबीएसई यह सिलेबस ट्रिम करने के लिए चुन सकता है, क्योंकि लॉकडाउन आसान होने के बाद बोर्ड पहले ही नए शैक्षणिक सत्र में आ जाएगा। नए सत्र के अकादमिक कैलेंडर को बनाए रखने और वर्तमान शैक्षणिक सत्र की गतिविधियों के साथ आने के लिए, बोर्ड पाठ्यक्रम को छोटा कर सकता है; लेकिन बोर्ड को अभी इस बारे में कोई जानकारी नहीं है।
CBSE ने स्कूलों को सलाह दी है कि वे पाठ्यक्रम में बदलाव न करें ताकि छात्रों के सीखने के स्तर के आकलन पर प्रभाव न पड़े। बोर्ड ने जारी नोटिफिकेशन में कहा, “यह देखा गया है कि पाठ्यक्रम के कोई भी बदलाव छात्र के सीखने के स्तर के मूल्यांकन और बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी को गंभीरता से प्रभावित कर सकता है। कृपया ध्यान दें कि मूल्यांकन वर्तमान शैक्षणिक वर्ष के लिए दिए गए पाठ्यक्रम के अनुसार ही किया जाएगा।”
भारत में नॉवेल कोरोना वायरस COVID-19 प्रकोप से बचाव के तौर पर लॉकडाउन लागू है, जो अब 17 मई 2020 तक रहेगा। लॉकडाउन के दौरान सभी को अपने-अपने घरों में रहने के लिए कहा गया है इसलिए 17 मई तक कोई परीक्षा आयोजिन होना मुमकिन नहीं है।
बोर्ड ने पहले ही यह स्पष्ट कर दिया था कि उत्तरी दिल्ली में फैली सांप्रदायिक हिंसा के चलते जहां परीक्षाएं नहीं हो सकी हैं वहां अब सभी विषयों की परीक्षाएं कराने के बजाय केवल जरूरी विषयों की परीक्षाएं कराई जाएंगी। बोर्ड ने इसके संबंध में 29 विषयों की लिस्ट भी जारी की है। परीक्षा की तिथियों की घोषणा जल्द की जाएगी।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक स्कूलों के लिए करिकुलम जारी कर दिया है। बोर्ड ने अपनी अधिसूचना में कहा है कि कोरोनोवायरस महामारी के चलते स्कूलों को बंद करने के कारण शैक्षणिक सत्र 2020-21 में हुई अनुदेशात्मक समय की संभावित हानि पर विचार किया जाएगा।
यह संभावना है कि बोर्ड 21 दिन की लॉकडाउन समाप्त होने के बाद ही सीबीएसई कक्षा 10 और कक्षा 12 बोर्ड परीक्षा की तारीखों की घोषणा करेगा। परीक्षाएं संभवत: मई माह में आयोजित की जाएं मगर परीक्षा की तिथियों की घोषणा पहले ही कर दी जाएगी। इसकी जानकारी के लिए छात्र आधिकारिक वेबसाइट को समय समय पर विजिट करते रहें।
अफवाहों से गुमराह होने से बचने के लिए, सभी छात्रों और अभिभावकों को सूचित किया जाता है कि वे केवल बोर्ड द्वारा आधिकारिक घोषणाओं पर भरोसा करें जो बोर्ड की वेबसाइट पर किए गए हैं। बोर्ड ने गलत खबर फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की चेतवानी दी है जिसके लिए बोर्ड लिखित सूचना भी जारी कर चुका है। छात्र केवल आधिकारिक वेबसाइट पर जानकारी पर ही भरोसा करें।
उपलब्ध जानकारी के अनुसार, मध्य पूर्व के देशों में और कुवैत में 3 अगस्त, 2020 तक स्कूलों को बंद कर दिया गया है। इसी तरह, ईरान, जापान, नाइजीरिया आदि स्कूल भी बंद हैं।
सीबीएसई बोर्ड परीक्षा, मूल्यांकन, पास, मापदंड के बारे में विभिन्न सोशल मीडिया समूहों के माध्यम से फर्जी खबरें फैलाने वालों की जांच कर रही है। दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ आईटी अधिनियम के तहत उचित कर्रवाई की जाएगी।
शिक्षा निदेशालय (DoE) के एक सीनियर अधिकारी के मुताबिक, 'सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में ग्रीष्मकालीन अवकाश 11 मई से 30 जून तक घोषित किया जाता है। COVID-19 महामारी को ध्यान में रखते हुए, छात्रों को गर्मियों की छुट्टी के दौरान किसी भी शिक्षण और शिक्षण गतिविधि के लिए स्कूलों में नहीं बुलाया जाएगा।'