सीबीएसई बोर्ड के 10वीं और 12वीं के बोर्ड एग्जाम कोरोनावायरस COVID-19 और लॉकडाउन के चलते 1 जुलाई से 15 जुलाई के बीच आयोजित किए जाएंगे। हालांकि अभी यह तय नहीं हुआ है कौन से दिन किस विषय का पेपर होगा। ऐसी उम्मीद की जा रही है कि लॉकडाउन खुलने के बाद डेटशीट भी जारी कर दी जाएगी। एचआरडी मंत्री रमेश पोखरियाल ने एग्जाम की तारीख घोषित करने के साथ ही मूल्यांकन कार्य तेजी से करने के लिए प्लान तैयार कर लिया है और इस काम के लिए सीबीएसई से मान्यता प्राप्त 3000 स्कूलों को चुना गया है। ताकि परिणाम भी जल्द जारी किए जा सके। उन्होंने ट्विट कर कहा कि, ‘ मुझे विश्वास है कि हम 173 विषयों की 1.5 करोड़ उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन जल्दी करेंगे और जैसे ही 29 विषयों की परीक्षाएं 1 से 15 जुलाई के बीच में संपन्न होगी, उनके मूल्याकंन के बाद शीघ्र ही परिणाम घोषित कर दिए जाएंगे।’
CBSE Board class 10 12 exam date 2020: Check Schedule
दूसरी ओर, पूर्व एचआरडी मंत्री कपिल सिब्बल मौजूदा हालात में बोर्ड एग्जाम आयोजन से नाखुश नजर आ रहे हैं। उन्होंने कहा है कि, सत्र 2020-21 में स्कूलों के सभी छात्रों को बिना परीक्षा दिए अगली कक्षा में भेजिए या परीक्षा के दबाव से बचने के लिए आंतरिक मूल्यांकन तंत्र का इस्तेमाल कीजिए।
बता दें कि, स्टूडेंट्स अपने एडमिट कार्ड को संभालकर रखें, बिना एडमिट कार्ड के एग्जाम हॉल में एंट्री नहीं मिलेगी। अगर एडमिट कार्ड खो गया है या खराब हो गया है तो अपने संबंधित स्कूल में संपर्क करें। बोर्ड ने निर्णय लिया कि वह अपनी कुछ वार्षिक बोर्ड परीक्षाओं का आयोजन नहीं करेगा, जो कोरोनावायरस महामारी और राष्ट्रीय लॉकडाउन द्वारा बाधित हो गई हैं। परीक्षा केवल 29 प्रमुख पत्रों पर आयोजित की जाएगी जो आगे प्रोमेशन के लिए आवश्यक है और शायद उच्च शिक्षण संस्थानों में प्रवेश के लिए महत्वपूर्ण हैं।
Sarkari Naukri-Result 2020 LIVE Updates: Check Here
बोर्ड परीक्षाओं के रिजल्ट जारी होने में ज्यादा समय नहीं है। CBSE बोर्ड पहले ही कह चुका है कि बचे हुए सभी विषयों की परीक्षा नहीं ली जाएगी बल्कि केवल महत्वपूर्ण विषयों की परीक्षा आयोजित कराकर रिजल्ट जारी कर दिए जाएंगे। इसका अर्थ है कि बोर्ड ज्यादा समय नहीं लगाने वाला है।
मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार, केंद्र संचालित स्कूल बोर्ड परीक्षा की कॉपियां टीचर्स को घर पर देने की योजना बना रहा है और इसलिए, राज्य प्रशासन के सहयोग की आवश्यकता है। टीचर्स वर्क फ्रॉम होम करते हुए कॉपियां चेक करें तो रिजल्ट जल्द जारी हो सकते हैं।
सीबीएसई बोर्ड ने छात्रों, अभिभावकों और मीडिया को भी इस नोटिफिकेशन के जरिए सूचित किया है कि वे ऐसी अफवाहों पर विश्वास न करें और बोर्ड के आधिकारिक हैंडल पर आधिकारिक घोषणाओं की जांच करें।
कोरोनावायरस महामारी के चलते पैदा हुई स्थिति को ध्यान में रखते हुए विदेशों में 10वीं और 12वीं कक्षाओं की लंबित परीक्षाएं नहीं आयोजित की जाएंगी। 9वीं और 11वीं क्लास के स्टूडेंट्स को प्रोजेक्ट्स, टेस्ट, टर्म एग्जाम आदि के आधार पर पास करने के लिए कहा गया है।
अनुमान लगाया जा रहा है कि सीबीएसई यह सिलेबस ट्रिम करने के लिए चुन सकता है, क्योंकि लॉकडाउन आसान होने के बाद बोर्ड पहले ही नए शैक्षणिक सत्र में आ जाएगा। नए सत्र के अकादमिक कैलेंडर को बनाए रखने और वर्तमान शैक्षणिक सत्र की गतिविधियों के साथ आने के लिए, बोर्ड पाठ्यक्रम को छोटा कर सकता है; लेकिन बोर्ड को अभी इस बारे में कोई जानकारी नहीं है।
बोर्ड ने निर्णय लिया कि वह अपनी कुछ वार्षिक बोर्ड परीक्षाओं का आयोजन नहीं करेगा, जो कोरोनावायरस महामारी और राष्ट्रीय लॉकडाउन द्वारा बाधित हो गई हैं। परीक्षा केवल 29 प्रमुख पत्रों पर आयोजित की जाएगी जो आगे प्रोमेशन के लिए आवश्यक है और शायद उच्च शिक्षण संस्थानों में प्रवेश के लिए महत्वपूर्ण हैं।
लॉकडाउन के दौरान शिक्षा व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई है, लेकिन सीबीएसई बोर्ड समेत अन्य कई बोर्ड ने इससे निपटने के लिए ई-लर्निंग का तरीका निकाला है। ई-लर्निंग के जरिए छात्र अपने घरों में रहकर भी आगे की पढ़ाई जारी रख सकते हैं।
सीबीएसई के लिए कक्षा 10 और कक्षा 12 परीक्षाओं के बारे में गलत सूचना के प्रसार के बाद, बोर्ड ने पहले अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर एक बयान जारी किया था जिसमें कहा गया था कि बोर्ड परीक्षाओं की उनकी स्थिति में कोई बदलाव नहीं हुआ है।
अफवाहों से गुमराह होने से बचने के लिए, सभी छात्रों और अभिभावकों को सूचित किया जाता है कि वे केवल बोर्ड द्वारा आधिकारिक घोषणाओं पर भरोसा करें जो बोर्ड की वेबसाइट पर किए गए हैं। बोर्ड ने गलत खबर फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की चेतवानी दी है जिसके लिए बोर्ड लिखित सूचना भी जारी कर चुका है। छात्र केवल आधिकारिक वेबसाइट पर जानकारी पर ही भरोसा करें।
मंत्री ने यह भी बताया कि संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) मेन 2020 18 जुलाई से 23 जुलाई तक आयोजित की जाएगी, जबकि जेईई एडवांस 2020 अगस्त में आयोजित किया जाएगा। NEET परीक्षा 2020 अब 26 जुलाई को होगी।
बोर्ड ने निर्णय लिया कि वह अपनी कुछ वार्षिक बोर्ड परीक्षाओं का आयोजन नहीं करेगा, जो कोरोनावायरस महामारी और राष्ट्रीय लॉकडाउन द्वारा बाधित हो गई हैं। परीक्षा केवल 29 प्रमुख पत्रों पर आयोजित की जाएगी जो आगे प्रोमेशन के लिए आवश्यक है और शायद उच्च शिक्षण संस्थानों में प्रवेश के लिए महत्वपूर्ण हैं।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक स्कूलों के लिए करिकुलम जारी कर दिया है। बोर्ड ने अपनी अधिसूचना में कहा है कि कोरोनोवायरस महामारी के चलते स्कूलों को बंद करने के कारण शैक्षणिक सत्र 2020-21 में हुई अनुदेशात्मक समय की संभावित हानि पर विचार किया जाएगा।
CBSE बोर्ड ने फैसला लिया है कि 10वीं की बची हुई विषयों की परीक्षाएं आयोजित नहीं की जाएंगी तथा केवल पहले हो चुकी परीक्षाओं के नंबरों के आधार पर ही छात्रों का रिजल्ट जारी किया जाएगा। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कल ही केन्द्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक के सामने यह सुझाव रखा था कि छात्रों को इंटर्नल मार्क्स के आधार पर ही प्रोमोट कर दिया जाए।
बोर्ड निदेशक ने यह भी कहा कि परीक्षा आयोजित किए जाने से 10 दिन पहले छात्रों को सूचित कर दिया जाएगा ताकि वे अपनी तैयारी कर लें। छात्रों को सुझाव है कि वे आधिकारिक वेबसाइट पर किसी भी नोटिस के लिए नज़र बनाकर रखें।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (Central Board of Secondary Education, CBSE) ने 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा, परिणाम को लेकर 'फर्जी खबर' फैलाने की कोशिश करने वालों पर एफआईआर दर्ज करने की बात कही है। इस संबंध में बोड ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर नोटिस भी जारी की है जिसमें पूरी जानकारी मौजूद है।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) कक्षा 11वीं और 12वीं के छात्रों के लिए शैक्षणिक वर्ष 2021 से एक वैकल्पिक पाठ्यक्रम के रूप में एक नया विषय ‘Applied Mathematics’ लाने जा रहा है। इस संबंध में बोर्ड ने आधिकारिक सूचना भी आधिकारिक वेबसाइट पर जारी की है।
पिछले सप्ताह बोर्ड ने एक विज्ञप्ति जारी की जिसमें अभिभावकों द्वारा बोर्ड से पूछे गए सवालों के जवाब दिए गए। बोर्ड ने अधिकांश सवालों के जवाब दिए हैं तथा इसके संबंध में pdf भी जारी की है जिससे छात्रों को या अभिभावकों को अपनी समस्या का समाधान आसानी से मिल सके।
देश भर में कोरोनोवायरस महामारी और परिणामी लॉकडाउन के मद्देनजर स्थिति की निगरानी करते हुए शिक्षा बोर्ड CBSE बोर्ड परीक्षा 2020 के निर्धारित के बारे में विचार-विमर्श कर रहा है।
एग्जाम पूरी तरह कैंसिल किए जाने की खबरों को बोर्ड अधिकारी ने बेबुनियाद बताया है। उन्होनें कहा कि परीक्षा की तिथियों पर लॉकडाउन खत्म होने के बाद फैसला लिया जाएगा तथा बोर्ड ने परीक्षाएं कैंसिल करने को लेकर कोई सूचना जारी नहीं की है। जिन सब्जेक्ट्स की परीक्षाएं होनी हैं उनकी लिस्ट बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध है।
एनसीईआरटी का वैकल्पिक शैक्षणिक कैलेंडर, जिसका उल्लेख केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल 'निशंक' ने भी किया था, में कहीं भी इस बात का उल्लेख नहीं है कि किसी भी वर्ग के लिए पाठ्यक्रम कम किया गया है।
कोरोनावायरस महामारी के चलते पैदा हुई स्थिति को ध्यान में रखते हुए केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) विदेशों में 10वीं और 12वीं कक्षाओं की लंबित परीक्षाएं नहीं लेगा। सीबीएसई के सचिव अनुराग त्रिपाठी ने कहा, ‘‘25 देशों में कई सीबीएसई स्कूल स्थित हैं।
बोर्ड ने जारी सर्कुलर में कहा, “यह देखा गया है कि मौजूदा गणित का पाठ्यक्रम साइंस स्ट्रीम की पढ़ाई के साथ तो ठीक है मगर विश्वविद्यालय शिक्षा में कॉमर्स या सोशल साइंस आधारित विषयों के साथ नहीं।”
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) कक्षा 11वीं और 12वीं के छात्रों के लिए शैक्षणिक वर्ष 2021 से एक वैकल्पिक पाठ्यक्रम के रूप में एक नया विषय ‘Applied Mathematics’ लाने जा रहा है।
आरोग्य सेतु एप सभी छात्रों, स्कूलों के फैकल्टी मेंबर्स और टीचर्स के साथ-साथ इन सभी के फैमिली मेंबर्स के लिए कोविड -19 से लड़ने में सहायक साबित होगा। आरोग्य सेतु एप को आईओएस और एंड्रॉयड प्लेटफॉर्मों पर लांच किया गया है और जिसे आईओएस एप-स्टोर या प्लेस्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है। ऐप्प डाउनलोड के लिए लिंक सीबीएसई के नोटिस में भी दिया गया है।
बोर्ड ने निर्णय लिया कि वह अपनी कुछ वार्षिक बोर्ड परीक्षाओं का आयोजन नहीं करेगा, जो कोरोनावायरस महामारी और राष्ट्रीय लॉकडाउन द्वारा बाधित हो गई हैं। परीक्षा केवल 29 प्रमुख पत्रों पर आयोजित की जाएगी जो आगे प्रोमेशन के लिए आवश्यक है और शायद उच्च शिक्षण संस्थानों में प्रवेश के लिए महत्वपूर्ण हैं।
बोर्ड निदेशक ने यह भी कहा कि परीक्षा आयोजित किए जाने से 10 दिन पहले छात्रों को सूचित कर दिया जाएगा ताकि वे अपनी तैयारी कर लें। छात्रों को सुझाव है कि वे आधिकारिक वेबसाइट पर किसी भी नोटिस के लिए नज़र बनाकर रखें।
कोरोनावायरस महामारी के चलते पैदा हुई स्थिति को ध्यान में रखते हुए केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) विदेशों में 10वीं और 12वीं कक्षाओं की लंबित परीक्षाएं नहीं लेगा। सीबीएसई के सचिव अनुराग त्रिपाठी ने कहा, ‘‘25 देशों में कई सीबीएसई स्कूल स्थित हैं।
बोर्ड ने जारी सर्कुलर में कहा, “यह देखा गया है कि मौजूदा गणित का पाठ्यक्रम साइंस स्ट्रीम की पढ़ाई के साथ तो ठीक है मगर विश्वविद्यालय शिक्षा में कॉमर्स या सोशल साइंस आधारित विषयों के साथ नहीं।”
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) कक्षा 11वीं और 12वीं के छात्रों के लिए शैक्षणिक वर्ष 2021 से एक वैकल्पिक पाठ्यक्रम के रूप में एक नया विषय ‘Applied Mathematics’ लाने जा रहा है।
आरोग्य सेतु एप सभी छात्रों, स्कूलों के फैकल्टी मेंबर्स और टीचर्स के साथ-साथ इन सभी के फैमिली मेंबर्स के लिए कोविड -19 से लड़ने में सहायक साबित होगा। आरोग्य सेतु एप को आईओएस और एंड्रॉयड प्लेटफॉर्मों पर लांच किया गया है और जिसे आईओएस एप-स्टोर या प्लेस्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है। ऐप्प डाउनलोड के लिए लिंक सीबीएसई के नोटिस में भी दिया गया है।
उत्तर पूर्वी दिल्ली में स्थित स्कूलों को छोड़कर 10वीं की परीक्षा दोबारा आयोजित नहीं की जाएंगी। पूर्वी दिल्ली के स्कूलों में कक्षा 10वीं की परीक्षाएं केवल हिंदी कोर्स ए, हिंदी कोर्स बी, इंग्लिश कम्युनिकेशन, इंग्लिश लैंगवेज एंड लिट्रेचर, साइंस और सोशल साइंस विषयों के लिए आयोजित की जाएंगी।
बोर्ड ने निर्णय लिया कि वह अपनी कुछ वार्षिक बोर्ड परीक्षाओं का आयोजन नहीं करेगा, जो कोरोनावायरस महामारी और राष्ट्रीय लॉकडाउन द्वारा बाधित हो गई हैं। परीक्षा केवल 29 प्रमुख पत्रों पर आयोजित की जाएगी जो आगे प्रोमेशन के लिए आवश्यक है और शायद उच्च शिक्षण संस्थानों में प्रवेश के लिए महत्वपूर्ण हैं।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने 10वीं, 12वीं बोर्ड एग्जाम से जुड़ी जानकारी पढ़ने के लिए सीबीएसई की आधिकारिक वेबसाइट पर या इस डायरेक्ट लिंक https://cbse.nic.in/newsite/attach/PRESS RELEASE 01.04.20.pdf पर विजिट कर सकते हैं।
CBSE ने स्कूलों को सलाह दी है कि वे पाठ्यक्रम में बदलाव न करें ताकि छात्रों के सीखने के स्तर के आकलन पर प्रभाव न पड़े। बोर्ड ने जारी नोटिफिकेशन में कहा, “यह देखा गया है कि पाठ्यक्रम के कोई भी बदलाव छात्र के सीखने के स्तर के मूल्यांकन और बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी को गंभीरता से प्रभावित कर सकता है। कृपया ध्यान दें कि मूल्यांकन वर्तमान शैक्षणिक वर्ष के लिए दिए गए पाठ्यक्रम के अनुसार ही किया जाएगा।”
CBSE बोर्ड ने फैसला लिया है कि 10वीं की बची हुई विषयों की परीक्षाएं आयोजित नहीं की जाएंगी तथा केवल पहले हो चुकी परीक्षाओं के नंबरों के आधार पर ही छात्रों का रिजल्ट जारी किया जाएगा। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने केन्द्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक के सामने यह सुझाव रखा था कि छात्रों को इंटर्नल मार्क्स के आधार पर ही प्रोमोट कर दिया जाए।
बोर्ड ने अफवाहों से गुमराह होने से बचने के लिए, सभी छात्रों और अभिभावकों को सुझाव दिया है कि वे केवल बोर्ड द्वारा आधिकारिक घोषणाओं पर भरोसा करें जो बोर्ड की वेबसाइट पर किए गए हैं। किसी भी अन्य स्रोत से प्राप्त जानकारी पर छात्र भरोसा न करें।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक स्कूलों के लिए करिकुलम जारी कर दिया है। बोर्ड ने अपनी अधिसूचना में कहा है कि कोरोनोवायरस महामारी के चलते स्कूलों को बंद करने के कारण शैक्षणिक सत्र 2020-21 में हुई अनुदेशात्मक समय की संभावित हानि पर विचार किया जाएगा।
सीबीएसई बोर्ड परीक्षा, मूल्यांकन, पास, मापदंड के बारे में विभिन्न सोशल मीडिया समूहों के माध्यम से फर्जी खबरें फैलाने वालों की जांच कर रही है। दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ आईटी अधिनियम के तहत उचित कर्रवाई की जाएगी।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक स्कूलों के लिए करिकुलम जारी कर दिया है। बोर्ड ने अपनी अधिसूचना में कहा है कि कोरोनोवायरस महामारी के चलते स्कूलों को बंद करने के कारण शैक्षणिक सत्र 2020-21 में हुई अनुदेशात्मक समय की संभावित हानि पर विचार किया जाएगा।
बोर्ड ने अफवाहों से गुमराह होने से बचने के लिए, सभी छात्रों और अभिभावकों को सुझाव दिया है कि वे केवल बोर्ड द्वारा आधिकारिक घोषणाओं पर भरोसा करें जो बोर्ड की वेबसाइट पर किए गए हैं। किसी भी अन्य स्रोत से प्राप्त जानकारी पर छात्र भरोसा न करें।