बिहार स्कूल एग्जामिनेशन बोर्ड (BSEB) ने COVID-19 महामारी के कारण बड़ा फैसला लिया है। बोर्ड ने राज्य में मौजूदा हालात में 10वीं और 12वीं के कंपार्टमेंट छात्रों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए प्रमोट कर दिया है। कोरोनावायरस महामारी के संक्रमण से छात्रों को बचाने के लिए ग्रेस मार्क्स देकर दो लाख से अधिक छात्रों को पास घोषित किया गया है, जो पहले वार्षिक परीक्षा में एक या दो पेपर में फेल हो गए थे। 10वीं और 12वीं के जिन छात्रों की इस साल कंपार्टमेंट आई थी वे अब बिहार बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट onlinebseb.in पर जाकर अपना रिजल्ट चेक कर सकते हैं। रिजल्ट चेक करने के लिए होमपेज पर परिणाम लिंक पर क्लिक करना होगा। एडमिट कार्ड में दिए गए रोल नंबर से लॉग-इन करके रिजल्ट कंप्यूटर स्क्रीन पर खुल जाएगा। छात्र मार्कशीट की ऑनलाइन कॉपी को डाउनलोड भी कर सकते हैं।
Bihar Board BSEB 10th, 12th Result 2020 Live Updates: Check Here
बता दें कि इस साल कोरोनावायर के कारण लगभग सभी राज्यों के एग्जाम रिजल्ट की तारीख प्रभावित हुई थी और परिणाम देर से जारी हुए थे। बिहार बोर्ड ने 24 मार्च को ही कक्षा 12वीं के परिणाम घोषित कर दिए थे, लेकिन मैट्रिक के परिणाम 26 मई को घोषित किए गए थे। इस साल कुल 340633 छात्र बीएसईबी 10 वीं और 12 वीं की परीक्षा में फेल हो गए थे, जिसमें से 2 लाख 14 हजार 287 छात्रों को प्रमोट किया गया है। हालांकि केवल उन छात्रों को प्रमोट किया गया है जो कम नबंरों से परीक्षा पास नहीं कर पाए थे।
UGC Guidelines 2020 Live Updates: Check Here
यदि कोई छात्र किसी एक विषय में अधिकतम 8 प्रतिशत नंबरों से अथवा दो विषयों में अधिकतम 4 प्रतिशत नंबरों से फेल होता है, तो उसे ग्रेस मार्क्स की मदद से पास किया जाएगा। यदि कोई छात्र 75 प्रतिशत नंबरों के साथ भी किसी एक विषय में 8 प्रतिशत से अधिक नंबरों से फेल होता है तो उसे किसी भी नियम से पास नहीं किया जा सकेगा।
प्रथम श्रेणी में चार लाख 43 हजार 284, द्वितीय श्रेणी में चार लाख 69 हजार 439 और तृतीय श्रेणी में 56 हजार 115 विद्यार्थी सफल हुए।
बिहार बोर्ड ने कक्षा 12वीं के रिजल्ट 24 मार्च को ही घोषित कर दिए थे, जबकि मैट्रिक के रिजल्ट 26 मई को जारी किए गए थे। बोर्ड ने इस वर्ष सबसे पहले 12वीं बोर्ड का रिजल्ट जारी करने का रिकार्ड बनाया है। याद दिला दें कि पिछले वर्ष भी बिहार बोर्ड ने ही 10वीं और 12वीं के रिजल्ट सबसे पहले जारी किए थे।
यदि कोई छात्र किसी एक विषय में अधिकतम 8 प्रतिशत नंबरों से अथवा दो विषयों में अधिकतम 4 प्रतिशत नंबरों से फेल होता है, तो उसे ग्रेस मार्क्स की मदद से पास किया जाएगा। यदि कोई छात्र 75 प्रतिशत नंबरों के साथ भी किसी एक विषय में 8 प्रतिशत से अधिक नंबरों से फेल होता है तो उसे किसी भी नियम से पास नहीं किया जा सकेगा।
इस वर्ष पासिंग पर्सेंटेज 80.59 पर्सेंट रहा है। पिछले वर्ष 80.73 पर्सेंट छात्र परीक्षा में पास हुए थे। रिजल्ट बगैर प्रेस कांफ्रेंस के जारी किए गए हैं।
बिहार के रोहतास के एक सुदूर गाँव के छात्र हिमांशु राज ने बिहार बोर्ड की कक्षा 10 की परीक्षा में 500 में से 481 अंक हासिल किए हैं। टॉप करने के लिए 15 वर्षीय हिमांशु ने 14.94 लाख से अधिक छात्रों को पीछे छोड़ दिया है।
यदि कोई उम्मीदवार अभी भी एक या दो विषयों में फेल रहता है तो उसे कम्पार्टमेंट परीक्षा में बैठने का मौका मिलेता। कंपार्टमेंट परीक्षा के लिए आवेदन प्रक्रिया इसी महीने शुरू होनी थी लेकिन राज्य में बढ़ते कोरोनावायरस संक्रमण के मामलों के देखते हुए बोर्ड ने छात्रों को ग्रेस मार्क्स देकर प्रमोट करने का फैसला लिया है।
बिहार बोर्ड कक्षा 10 की परीक्षा में इस साल, 12,04,030 छात्र पास हुए हैं। कुल 6,13,485 पुरुष छात्र सफल हुए, जबकि 5,90,545 महिला छात्रों ने परीक्षा पास की है।
BSEB द्वारा OFSS पोर्टल पर कुल 3 मेरिट सूची जारी की जाएगी। छात्रों को वर्णित विकल्पों के अनुसार बाद की मेरिट सूची में एक बेहतर कॉलेज / स्कूल की पेशकश की जा सकती है। इसके बाद चुने गए संबंधित स्कूलों में पंजीकरण कराना होगा।
राज्य के शिक्षा विभाग ने महामारी की स्थिति के कारण कक्षा 10 और 12 में अधिकतम दो विषयों में फेल होने वाले छात्रों को पास करने के लिए बोर्ड के प्रस्ताव को पारित किया।
बिहार के शिक्षा मंत्री कृष्ण नंदन प्रसाद वर्मा ने उन उम्मीदवारों की सूची जारी की है, जिन्हें गुरुवार को ग्रेस मार्क्स से सम्मानित किया गया है।
12वीं पास करके कॉलेज में एडमिशन की तलाश में लगे स्टूडेंट्स के लिए पहली लिस्ट बिहार बोर्ड ने जारी कर दी है। लिस्ट जारी होने के साथ ही कॉलेजों में दाखिला शुरू हो गया है। यह 12 अगस्त तक जारी रहेगा। पटना के एएन कॉलेज, बीडी कॉलेज, कॉलेज ऑफ कॉमर्स, जेडी वीमेंस इत्यादि सभी कॉलेज ऑनलाइन दाखिला ले रहे हैं। कोविड-19 के कारण छात्रों को कॉलेज नहीं बुलाया जा रहा है।
2012 में हुए टॉपर्स के घोटाले की वजह से, राज्य बोर्ड ने कई परीक्षा सुधार शुरू किए थे, जिनमें OMR शीट आदि शामिल हैं। इस साल जहां लड़कियों का पास प्रतिशत 90.28 प्रतिशत था, वहीं लड़कों का रिजल्ट 84.12 प्रतिशत रहा है।
बोर्ड ने जारी सूचना में यह स्पष्ट कर दिया है कि छात्रों को ग्रेस मार्क्स के साथ पास करने की यह व्यवस्था केवल एक बार के लिए अपनाई जा रही है। ऐसा देश में फैल रहे कोरोना संक्रमण के चलते किया जा रहा है।
BSEB द्वारा OFSS पोर्टल पर कुल 3 मेरिट सूची जारी की जाएगी। छात्रों को वर्णित विकल्पों के अनुसार बाद की मेरिट सूची में एक बेहतर कॉलेज / स्कूल की पेशकश की जा सकती है। इसके बाद चुने गए संबंधित स्कूलों में पंजीकरण कराना होगा।
बिहार स्कूल परीक्षा बोर्ड, BSEB इंटरमीडिएट कक्षाओं में प्रवेश के लिए पहली चयन सूची या मेरिट सूची जारी कर दी है। आधिकारिक नोटिस के अनुसार सूची आधिकारिक वेबसाइट ofssbihar.in पर जारी की गई है।
कंपार्टमेंट एग्जाम के बिना 2 लाख से अधिक छात्रों को प्रमोट करने के बाद, कक्षा 12 का पास प्रतिशत 54.81% दर्ज किया गया, जबकि कक्षा 10वीं का परिणाम 68.07% रहा।
ग्रेस मार्क्स प्राप्त करने के बाद, कुल 72,610 और 1,41,677 छात्रों ने क्रमशः कक्षा 12वीं और कक्षा 10वीं की परीक्षा पास कर ली है।
बिहार के शिक्षा मंत्री कृष्ण नंदन प्रसाद वर्मा ने उन उम्मीदवारों की सूची जारी की है, जिन्हें गुरुवार को ग्रेस मार्क्स से सम्मानित किया गया है।
राज्य के शिक्षा विभाग ने महामारी की स्थिति के कारण कक्षा 10 और 12 में अधिकतम दो विषयों में फेल होने वाले छात्रों को पास करने के लिए बोर्ड के प्रस्ताव को पारित किया।
इस वर्ष पासिंग पर्सेंटेज 80.59 पर्सेंट रहा है। पिछले वर्ष 80.73 पर्सेंट छात्र परीक्षा में पास हुए थे। रिजल्ट बगैर प्रेस कांफ्रेंस के जारी किए गए हैं।
यदि कोई छात्र किसी एक विषय में अधिकतम 8 प्रतिशत नंबरों से अथवा दो विषयों में अधिकतम 4 प्रतिशत नंबरों से फेल होता है, तो उसे ग्रेस मार्क्स की मदद से पास किया जाएगा। यदि कोई छात्र 75 प्रतिशत नंबरों के साथ भी किसी एक विषय में 8 प्रतिशत से अधिक नंबरों से फेल होता है तो उसे किसी भी नियम से पास नहीं किया जा सकेगा।
बिहार बोर्ड कक्षा 10 की परीक्षा में इस साल, 12,04,030 छात्र पास हुए हैं। कुल 6,13,485 पुरुष छात्र सफल हुए, जबकि 5,90,545 महिला छात्रों ने परीक्षा पास की है।
बिहार बोर्ड मैट्रिक परिणाम जारी हो चुके हैं। इस साल पास प्रतिशत 80.59 प्रतिशत पर पहुंच गया जबकि पिछले साल का पास प्रतिशत 80.73 प्रतिशत था।
यदि कोई उम्मीदवार अभी भी एक या दो विषयों में फेल रहता है तो उसे कम्पार्टमेंट परीक्षा में बैठने का मौका मिलेता। कंपार्टमेंट परीक्षा के लिए आवेदन प्रक्रिया इसी महीने शुरू होनी थी लेकिन राज्य में बढ़ते कोरोनावायरस संक्रमण के मामलों के देखते हुए बोर्ड ने छात्रों को ग्रेस मार्क्स देकर प्रमोट करने का फैसला लिया है।
2012 में हुए टॉपर्स के घोटाले की वजह से, राज्य बोर्ड ने कई परीक्षा सुधार शुरू किए थे, जिनमें OMR शीट आदि शामिल हैं। इस साल जहां लड़कियों का पास प्रतिशत 90.28 प्रतिशत था, वहीं लड़कों का रिजल्ट 84.12 प्रतिशत रहा है।
बिहार के रोहतास के एक सुदूर गाँव के छात्र हिमांशु राज ने बिहार बोर्ड की कक्षा 10 की परीक्षा में 500 में से 481 अंक हासिल किए हैं। टॉप करने के लिए 15 वर्षीय हिमांशु ने 14.94 लाख से अधिक छात्रों को पीछे छोड़ दिया है।
- सबसे पहले biharboard.online पर जाएं।
- अब होमपेज पर दिख रहे Inter Result के लिंक पर क्लिक करें।
- इस पेज पर अपनी रजिस्ट्रेशन डिटेल्स डालें।
- सब्मिट पर क्लिक करें और आपका रिजल्ट आपके सामने आ जाएगा।
10वीं परीक्षा में शामिल हुए छात्रों में से 1,019 छात्रों को कम्पार्टमेंट एग्जाम के लिए उपस्थित होना था। इनमें से 550 लड़कियां हैं जबकि 469 लड़के शामिल थे।
पास प्रतिशत बेहतर करने के लिए बिहार बोर्ड ने ग्रेस मार्क्स देने की नीति अपना रखी है। इसके मुताबिक अगर कोई छात्र किसी एक विषय में 8 प्रतिशत या इससे कम नंबर या दो विषयों में 4-4 प्रतिशत व उससे कम नंबर से फेल हो जाता है तो उसे ग्रेस नंबर देकर अगली कक्षा में प्रमोट कर दिया जाता है।
पहले दिन ज्यादा छात्रों का दाखिला नहीं हुआ है। जिन छात्रों का सेलेक्शन पहली लिस्ट में हुआ है वे बिहार बोर्ड की वेबसाइट http://www.ofssbihar.in पर जाकर लॉगिन कर इंटिमेशन लेटर डाउनलोड कर सकते हैं। बिहार बोर्ड ने कहा है कि प्रथम चयन सूची में चयनित छात्र अगर आवंटित संस्थानों में एडमिशन नहीं लेते हैं तो वर्तमान सत्र में उनका नाम ओएफएसएस सिस्टम से हटा दिया जाएगा।
इस वर्ष की इंटरमीडिएट बोर्ड की परीक्षा में, कुल 1,32,486 उम्मीदवारों को कम्पार्टमेंट परीक्षा के लिए उपस्थित होना था। बिहार बोर्ड मैट्रिक परीक्षा में 2,08,147 उम्मीदवार मैट्रिक परीक्षा में शामिल होने थे। बोर्ड ने इन सभी उम्मीदवारों को अब पास कर दिया है।
12वीं पास करके कॉलेज में एडमिशन की तलाश में लगे स्टूडेंट्स के लिए पहली लिस्ट बिहार बोर्ड ने जारी कर दी है। लिस्ट जारी होने के साथ ही कॉलेजों में दाखिला शुरू हो गया है। यह 12 अगस्त तक जारी रहेगा। पटना के एएन कॉलेज, बीडी कॉलेज, कॉलेज ऑफ कॉमर्स, जेडी वीमेंस इत्यादि सभी कॉलेज ऑनलाइन दाखिला ले रहे हैं। कोविड-19 के कारण छात्रों को कॉलेज नहीं बुलाया जा रहा है।
बिहार बोर्ड ने मैट्रिक के उन छात्रों को ग्रेस अंक देकर पास कर दिया है जो एक या दो विषय में फेल हो गये थे। ऐसे छात्रों की संख्या एक लाख 41 हजार 677 हैं।
बिहार बोर्ड ने कक्षा 12वीं के रिजल्ट 24 मार्च को ही घोषित कर दिए थे, जबकि मैट्रिक के रिजल्ट 26 मई को जारी किए गए थे। बोर्ड ने इस वर्ष सबसे पहले 12वीं बोर्ड का रिजल्ट जारी करने का रिकार्ड बनाया है। याद दिला दें कि पिछले वर्ष भी बिहार बोर्ड ने ही 10वीं और 12वीं के रिजल्ट सबसे पहले जारी किए थे।
बिहार बोर्ड ने कक्षा 12वीं के रिजल्ट 24 मार्च को ही घोषित कर दिए थे, जबकि मैट्रिक के रिजल्ट 26 मई को जारी किए गए थे। बोर्ड ने इस वर्ष सबसे पहले 12वीं बोर्ड का रिजल्ट जारी करने का रिकार्ड बनाया है। याद दिला दें कि पिछले वर्ष भी बिहार बोर्ड ने ही 10वीं और 12वीं के रिजल्ट सबसे पहले जारी किए थे।
बिहार स्कूल एग्जामिनेशन बोर्ड (BSEB) ने 10वीं और 12 वीं कक्षा के 2 लाख से अधिक छात्रों को प्रमोट कर दिया है। आधिकारिक वेबसाइट पर इस संबंध में नोटिस जारी की गई है।
12वीं पास करके कॉलेज में एडमिशन की तलाश में लगे स्टूडेंट्स के लिए पहली लिस्ट बिहार बोर्ड ने जारी कर दी है। लिस्ट जारी होने के साथ ही कॉलेजों में दाखिला शुरू हो गया है। यह 12 अगस्त तक जारी रहेगा। पटना के एएन कॉलेज, बीडी कॉलेज, कॉलेज ऑफ कॉमर्स, जेडी वीमेंस इत्यादि सभी कॉलेज ऑनलाइन दाखिला ले रहे हैं। कोविड-19 के कारण छात्रों को कॉलेज नहीं बुलाया जा रहा है।
प्रथम श्रेणी में चार लाख 43 हजार 284, द्वितीय श्रेणी में चार लाख 69 हजार 439 और तृतीय श्रेणी में 56 हजार 115 विद्यार्थी सफल हुए।
इंटर परीक्षा में छात्राओं का एक बार फिर जलवा रहा। विज्ञान संकाय में नेहा कुमारी ने 476 अंक (95.2 फीसदी) लाकर सूबे में अव्वल रही। वहीं वाणिज्य संकाय में कौसर फातिमा और सुधांशु नारायण चौधरी 476 (95.2 फीसदी) अंक लाकर संयुक्त रूप से टॉपर बने। कला संकाय में साक्षी कुमारी ने 474 (94.80 फीसदी) अंक प्राप्त प्रथम स्थान प्राप्त किया।