बिहार के अररिया जिले से शिक्षा व्यवस्था को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (DIET), फोर्ब्सगंज में चल रही शिक्षक प्रशिक्षण प्रक्रिया के दौरान चार प्रशिक्षु शिक्षकों को संस्थान से सामान चोरी करते हुए रंगे हाथ पकड़ा गया। यह पूरा मामला न सिर्फ प्रत्यक्ष जांच में सामने आया है, बल्कि संस्थान में लगे CCTV कैमरों में भी चोरी की घटना रिकॉर्ड हो गई है।

इन चार प्रशिक्षु शिक्षकों पर लगे आरोप

नोटिस के अनुसार, जिन प्रशिक्षु शिक्षकों पर कार्रवाई की गई है, उनके नाम इस प्रकार हैं:

मो. नुरुल इस्लाम

मो. मजहर इस्लाम

मो. नियाज आलम

मो. तौकीर आलम

ये सभी अभ्यर्थी शिक्षक पद पर चयनित होने के बाद DIET फोर्ब्सगंज में प्रशिक्षण (ट्रेनिंग) प्राप्त कर रहे थे।

चोरी किए गए सामानों की सूची

संस्थान प्रशासन द्वारा जारी नोटिस में बताया गया है कि आरोपित प्रशिक्षु शिक्षकों को:

चाय के कप

हैंड वॉश डिस्पेंसर

बल्ब

बेडशीट

जैसी संस्थान की सामग्रियां चुराते हुए पकड़ा गया।

इसके अलावा, कमरे की तलाशी और कार की जांच के दौरान भी कई अन्य चोरी किए गए सामान बरामद किए गए हैं।

CCTV फुटेज में कैद हुई पूरी घटना

संस्थान प्रशासन के अनुसार, चोरी की यह पूरी गतिविधि DIET परिसर में लगे CCTV कैमरों में स्पष्ट रूप से रिकॉर्ड हुई है। CCTV फुटेज और भौतिक साक्ष्यों के आधार पर ही यह कार्रवाई की गई है, जिससे आरोपों की पुष्टि होती है।

सरकार ने फिलहाल 8000 रुपये की रिकवरी मांगी

मामला गंभीर होने के बावजूद, फिलहाल सरकार और शिक्षा विभाग की ओर से चारों आरोपित प्रशिक्षु शिक्षकों से केवल 8000 की वसूली का निर्देश दिया गया है। नोटिस में यह भी उल्लेख है कि यह राशि संस्थान के नुकसान की भरपाई के रूप में जमा कराई जाएगी। भविष्य में अनुशासनात्मक कार्रवाई पर भी निर्णय लिया जा सकता है।

जिला शिक्षा विभाग ने जारी किया नोटिस

इस पूरे मामले को लेकर जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (DIET), फोर्ब्सगंज की ओर से आधिकारिक नोटिस जारी किया गया है, जिसकी प्रति जिला शिक्षा पदाधिकारी सहित संबंधित अधिकारियों को भेजी गई है।

Jansatta Education Expert Conclusion

अररिया DIET का यह मामला स्पष्ट करता है कि शिक्षक प्रशिक्षण के दौरान अनुशासन और नैतिकता बेहद जरूरी है। अब देखना होगा कि शिक्षा विभाग आगे क्या सख्त कदम उठाता है और क्या इन प्रशिक्षु शिक्षकों पर आगे कोई बड़ी कार्रवाई होती है।

हालांकि, सोशल मीडिया पर इस चोरी की घटना की खबर वायरल हो चुकी है और इंटरनेट यूजर्स लगातार बिहार सरकार और शिक्षा विभआग से चोरी करने वाले इन प्रशिक्षु शिक्षकों को बर्खास्त करने और कानूनी कार्रवाई न करने पर सवाल उठा रहे हैं। साथ ही यूजर्स द्वारा लगातार ये भी पूछा जा रहा है कि जो शिक्षक ट्रेनिंग के दौरान चोरी करते पकड़े गए हैं क्या गारंटी है कि नौकरी के आने के बाद ये स्कूल की संपत्ति की चोरी नहीं करेंगे।