पूरा भारत आज यानी 13 अप्रैल को बैसाखी पर्व 2025 को धूमधाम से मना रहा है, जिसे सबसे ज्यादा हरियाणा और पंजाब जैसे कृषि आधारित राज्यों में फसलों के काटने की शुरुआत करके मनाया जाता है। वैसे तो बैसाखी पर्व प्रकृति से जुड़ा त्योहार है लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि, यह पर्व छात्रों के लिए भी काफी महत्वपूर्ण है क्योंकि बैसाखी पर्व से मिलने वाली प्रमुख पांच शिक्षाओं को मनाकर छात्र अपने जीवन और व्यवहार में सुधार कर एक अच्छा और सफल नागरिक बन सकते हैं।
बैसाखी पर्व से छात्रों मिलने वाली पांच प्रमुख शिक्षाएं
बैसाखी से सीखें नई शुरुआत करना
बैसाखी पर्व सिख धर्म के नव वर्ष की शुरुआत का प्रतीक है, जो छात्रों को जीवन में मिलने वाली चुनौतियों और असफलताओं से निराश होने और हार मानने के बजाय एक नई शुरुआत करने के लिए प्रेरित करता है ताकि जिसे अपनाकर छात्र अपने लक्ष्यों की तरफ पूरी ऊर्जा और जोश के साथ आगे बढ़ सकेंगे।
Happy Baisakhi 2025 Wishes LIVE Update
बैसाखी सिखाती है साहस और वीरता
बैसाखी पर्व छात्रों को वीरता और साहस के साथ जीना सिखाती है क्योंकि सिख धर्म का ये त्यौहार सिखों के साहस और वीरता को भी प्रदर्शित करता है, जिसे अपने जीवन में आत्मसात करके छात्र निडर होकर वीरता और साहस के साथ अपने जीवन में आने वाली चुनौतियों का सामना कर सकते हैं।
बैसाखी से सीखें एकता और भाईचारा
सिखों के प्रमुख पर्व बैसाखी से छात्रों को सिख समुदाय की एकता और भाईचारे का नजारा भी देखने को मिलता है, जो छात्रों को अपने साथियों के साथ एकता और भाईचारा बनाने के लिए प्रेरित करता है क्योंकि बहुत पुरानी कहावत है कि एकता में बल होता है और ये बैसाखी पर्व इस बात को सिद्ध भी करता है।
बैसाखी सिखाती है संस्कृति और परंपरा का पालन करना
बैसाखी पर्व से जिस तरह एकता और नई शुरुआत की प्रेरणा मिलती है उसकी तरह सिख धर्म की संस्कृति और परंपरा का पालन और उसे आगे बढ़ाना भी छात्र अपने जीवन में आत्मसात कर सकते हैं क्योंकि कहा जाता है कि सैकड़ों कटे हुए पेड़ एक जड़ वाले पेड़ का मुकाबला नहीं कर सकते इसलिए छात्रों को बैसाखी से अपनी जड़ों से जुड़ना सीखना चाहिए।
बैसाखी सिखाती है धन्यवाद और आभार प्रकट करना
सिख धर्म के प्रमुख पर्वों में से एक बैसाखी सिखाती है प्रकृति द्वारा दिए गए उपहारों के लिए धरती का धन्यवाद करना और आभार प्रकृट करना। उसी तरह छात्र इस पर्व से जीवन में अभिभावकों, गुरुओं और जीवन में प्रत्येक व्यक्ति से मिलने वाली सुविधाओं और शिक्षाओं के लिए उनका धन्यवाद करना और आभार प्रकृट करना सीख सकते हैं।
बैसाखी पर्व 2025 से मिलने वाली इन शिक्षाओं को अपने जीवन में आत्मसात करके अपने जीवन का हिस्सा बनाने के बाद छात्र, एक सफल और विनम्र व्यक्तित्व के साथ अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए कदम बढ़ा सकते हैं।