आज अयोध्या देश दुनिया में चर्चा का विषय बना हुआ है। अयोध्या में नवनिर्मित राम मंदिर (Ayodhya Ram Temple) में आज पूरे विधि-विधान से राम लला की प्राण प्रतिष्ठा (Ram Mandir Pran Pratishtha) हो गई। 23 नवंबर से मंदिर को आम जनता के लिए खोल दिया जाएगा। अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण के साथ ही वहां व्यापार में भी तेजी आ रही है। लोग अयोध्या जाकर बस रहे हैं। ऐसे में हम बताते हैं कि अगर आप भी काम-धंधे के चक्कर में अयोध्या बसना चाहते हैं तो बच्चों को किस स्कूल में पढ़ा सकते हैं।
अयोध्या में जवाहर नवोदय विद्यालय भी है। जवाहर नवोदय विद्यालय छठवीं कक्षा और उससे ऊपर के बच्चों का सरकारी बोर्डिंग स्कूल है। यहां पढ़ना, लिखना, रहना और खाना सबस मुफ्त है। इस स्कूल में एडमिशन के लिए आपको एंट्रेंस टेस्ट पास करना होगा। अयोध्या के जवाहर नवोदय विद्यालय की स्थापना आज से 37 साल पहले 1986 में हुई थी। अयोध्या का नवोदय विद्यालय 17.7 एकड़ में फैला हुआ है।
बात फीस की करें तो जवाहर नवोदय विद्यालय में क्लास 6 से 8 तक के बच्चों की फीस नहीं लगती है। क्लास 9 से 12 तक के स्टूडेंट्स को 600 रुपये हर महीने देने होते हैं। हालांकि गरीबी रेखा के नीचे के बच्चों और लड़कियों से कोई फीस नहीं ली जाती है. अगर आप सरकारी कर्मचारी हैं तो आपके बच्चों को 1500 रुपये फीस देनी पड़ेगी। इसमें भी बीपीएल और लड़कियों के लिए फीस माफ है।
बता दें कि शुल्क व्यवस्था सरकार द्वारा की जाती है। नवोदय विद्यालयों में 75 प्रतिशत ग्रामीण और 25 प्रतिशत शहरी बच्चों को प्रवेश दिया जाता है। इन विद्यालयों में चयनित प्रतिभाशाली बच्चे उच्च कोटि के शिक्षकों द्वारा उत्कृष्ट शिक्षा हासिल करते हैं।
इन विद्यालयों में प्रवेश के लिए हर वर्ष केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा एक योग्यता परीक्षा आयोजित की जाती है। जिला स्तर पर मान्यता प्राप्त विद्यालय से 5वीं कक्षा उत्तीर्ण और 9 से 13 वर्ष की आयु वाले बच्चे परीक्षा में शामिल हो सकते हैं। विद्यालयों में कक्षा 9वीं में भी प्रवेश देने की व्यवस्था की गई है।