IPL 2016 जब शुरू हुआ तो भारत के सीमित ओवरों के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की अगुआई वाली पुणे सुपरजाइंट्स को एक हैवीवेट टीम माना जा रहा था। शायद ही किसी ने सोचा होगा कि पुणे का इस टूर्नामेंट में सफर इतने बुरे अंदाज में खत्म होगा। पुणे आईपीएल 2016 से बाहर होने वाली पहली टीम बन गई है। अब तक खेले गए 11 मैचों में तीन में मिली जीत के साथ पुणे प्वाइंट्स टेबल में नीचे से दूसरे नंबर पर है।
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पुणे उन दो नई टीमों में से एक है, जिसने इस साल आईपीएल में शिरकत की। अजिंक्य रहाणे, स्टीव स्मिथ, फाफ डुप्लेसिस, केविन पीटरसन, आर अश्विन, मिचेल स्टार्क, थिसारा परेरा, इशांत शर्मा, इरफान पठान और खुद कप्तान धोनी से सजी इस टीम को चैंपियन बनने की दौड़ में काफी आगे देखा जा रहा था। स्मिथ, डुप्लेसिस, पीटरसन वगरैह चोट लगने की वजह से स्वदेश लौट गए। ऐसे में उम्मीद की जा रही थी कि इरफान पठान पुणे टीम के प्लेइंग इलेवन में स्थायी तौर पर शामिल कर लिए जाएंगे। इस तथ्य ने सभी को चौंका दिया कि पठान ने पुणे की जर्सी में महज एक मैच खेला है। घरेलू टी20 टूर्नामेंट सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में सबसे कामयाब बॉलर रहे इस लेफ्ट आर्म पेसर ने 10 मैचों में 17 विकेट लिए थे।
इरफान ने आईपीएल में अपने कैरियर की शुरुआत किंग्स इलेवन पंजाब की ओर से की थी। तीन सीजन पंजाब की ओर से खेलने के बाद वे अन्य कई फ्रेंचाइजियों के हिस्सा बने। पंजाब के बाद वे दिल्ली डेयरडेविल्स की तरफ से 2012 और 2013 में खेले। आईपीएल 2014 में वे सनराइजर्स हैदराबाद की टीम में रहे। 2015 में पठान चेन्नई सुपर किंग्स के हिस्सा बने और अब वे राइजिंग पुणे सुपरजाइंट्स की ओर से खेलते हैं।
पठान ने आईपीएल में कुल 99 मैच खेले हैं। इनमें से 98 2015 में चेन्नई की टीम में शामिल होने से पहले खेले। पठान को चेन्नई की जर्सी में एक भी मैच खेलने का मौका नहीं मिला। 2016 में भी पुणे की ओर से वे सिर्फ 11 में से एक मैच में खेले हैं। आईपीएल में 80 विकेट ले चुके पठान एक लेफ्ट आर्म बैट्समैन भी हैं। उन्होंने कुल 1128 रन बनाए हैं, जिसमें एक हाफ सेंचुरी भी शामिल है।
जानकार मान रहे हैं कि पुणे टीम में किसी भी घायल हुए प्लेयर की जगह पर पठान को जगह मिल सकती थी। इसके बावजूद, धोनी द्वारा उन्हें टीम से बाहर रखने का फैसला किसी की समझ में नहीं आ रहा।