भारत और इंग्लैंड के बीच हुए कानपुर टी20 मैच के बाद भारतीय कप्तान विराट कोहली और विकेटकीपर महेंद्र सिंह धोनी के नाम एेसे रिकॉर्ड जुड़ गए हैं, जिसे वे चाहकर भी पीछा नहीं छुड़ा सकेंगे। कोहली तीसरे एेसे कप्तान हैं, जिन्होंने भारत के लिए तीनों फॉर्मेट्स में कप्तानी की है। टेस्ट क्रिकेट में बतौर कप्तान उनका प्रदर्शन बेहद उम्दा रहा है। उनकी कप्तानी में खेले गए 22 टेस्ट मैचों में भारत को 14 में जीत मिली है, जबकि 6 मैच ड्रॉ रहे हैं। विकेटकीपर महेंद्र सिंह धोनी का यह 7वां मैच था,जिसमें वह कप्तान नहीं थे। साल 2012 में आखिरी बार एेसा हुआ था। उन्होंने बतौर कप्तान 239 टी20 मैच खेले हैं।

लेकिन यहां बात हो रही है रिकॉर्ड्स की। इंग्लैंड के खिलाफ कानपुर में खेले गए पहले टी20 मुकाबले में भारत को सात विकेट से हार मिली। इसके साथ ही कोहली पहले भारतीय खिलाड़ी बन गए हैं, जिन्हें खेल के तीनों प्रारूपों में बतौर कप्तान अपने पहले मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा है। कोहली ने टेस्ट क्रिकेट में कप्तानी करियर की शुरुआत 2015 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट मैच से की थी। एेसे तो कोहली इंग्लैंड के खिलाफ वनडे सीरीज से भारत के पूर्णकालिक कप्तान बने हैं। लेकिन साल 2013 में वेस्ट इंडीज में खेली गई त्रिकोणीय सीरीज में उन्होंने पहली बार टीम इंडिया की कप्तानी की थी। इस मुकाबले में भारत को श्री लंका के हाथों 161 रनों से हार का सामना करना पड़ा था। श्री लंका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 348 रन बनाए थे। और गुरुवार को इंग्लैंड के खिलाफ पहले टी20 में भी भारत को सात विकेट से हार का सामना करना पड़ा था। कोहली की कप्तानी में भारत को पहली टेस्ट हार ऑस्ट्रेलिया में मिली थी वहीं दूसरी बार भारतीय टीम को श्री लंका में इस द्वीपीय देश में हार का सामना करना पड़ा था।

दूसरी ओर महेंद्र सिंह धोनी के नाम भी अनोखा रिकॉर्ड दर्ज हुआ है। अब तक 4 टी20 मैचों में धोनी ने भारत की तरफ से सबसे ज्यादा रन बनाए हैं। इन सभी मैचों में भारत को हार का मुंह देखना पड़ा है। इसके अलावा भारत ने अब तक सबसे ज्यादा 6 टी20 मुकाबले इंग्लैंड से ही हारे हैं। इसके बाद न्यूजीलैंड का नंबर है, जिसने 5 बार भारत को हराया है।