Turkey Earthquake Latest Update : तुर्किये में फिर से भूकंप के तगड़ा भूकंप आया है। तुर्किये की आपदा प्रबंधन एजेंसी ‘एएफएडी’ ने कहा कि इस बार 6.4 तीव्रता का भूकंप हताय प्रांत के डेफने शहर के आसपास केंद्रित था। ‘एनटीवी’ टेलीविजन ने कहा कि भूकंप के कारण कुछ क्षतिग्रस्त इमारतें ढह गईं, जिसमें तीन आदमी की मौत हो गई है और तकरीबन 213 लोग घायल हो गये हैं । घटनास्‍थल पर राहत एवं बचाव कार्य शुरू है। अभी और छह लोगों के फंसे होने की आशंका जताई जा रही है।

हाटे में, पुलिस ने तीन मंजिला इमारत के अंदर फंसे एक व्यक्ति को बचाया और तीन अन्य लोगों तक पहुंचने की कोशिश कर रही है। तुर्किये की सरकारी ‘अनादोलु’ एजेंसी ने कहा कि भूकंप के झटके सीरिया, जॉर्डन, इस्राइल और मिस्र में महसूस किए गए। तुर्किये और सीरिया में छह फरवरी को आए 7.8 की तीव्रता वाले भूकंप में लगभग 45,000 लोग मारे गए थे। तुर्किये के अधिकारियों ने उसके बाद 6,000 से अधिक झटके दर्ज किए हैं।

ताजा भूकंप पर अमेरिका ने जताई चिंता

तुर्किये में आए ताजा भूकंप पर अमेरिका ने गहरी चिंता व्यक्त की है। अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने कहा कि सोमवार को दक्षिणी तुर्की में आए दो ताजा भूकंपों को लेकर अमेरिका बेहद चिंतित है वे तुर्किये पूर्ण समर्थन देने के लिए तैयार हैं। सुलिवन ने ट्विटर पर लिखा, “तुर्किये और सीरिया में पहले से ही तबाह हुए क्षेत्रों में भूकंप के प्रभाव की खबरों से हम बहुत चिंतित हैं। अमेरिका अपना पूरा समर्थन देना जारी रखेगा।”

क्यों आ रहे हैं तुर्किये में लगातार भूकंप

तुर्किये और इसके आसपास का इलाका एनाटोलियन प्लेट (Anatolian Plate) पर है। तुर्किये 6 टेक्टोनिक प्लेटों से घिरा है। एनाटोलियन प्लेट के पूर्व में ईस्ट एनाटोलियन फॉल्ट है जबकि बाईं तरफ ट्रांसफॉर्म फॉल्ट है।

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दक्षिण और दक्षिण-पश्चिम में अफ्रीकन प्लेट (African Plate) है। इसके अलावा तुर्किये के उत्तर दिशा में यूरेशियन प्लेट है। यह प्लेटें घड़ी के विपरीत दिशा में घूमती है। इससे इन प्लेटों में घर्षण होता है। इसी के कारण भूकंप के तेज झटके लगते हैं।

कुछ वैज्ञानिकों का यह भी मानना है कि एशिया में हिमालयन क्षेत्र में जिस तरह के हालात हैं उससे कही अलग तुर्किये के आसपास के हैं। उत्तरी एनाटोलियन प्लेट की स्टडी के बाद पता चला है कि वह एनाटोलिया यूरेशियन प्लेट से अलग हो चुकी है। इस स्टडी में सामने आया कि इन प्लेटों पर अरेबियन प्लेट का दबाव बढ़ रहा है। वहीं यूरेशियन प्लेट इस दबाव को रोक रही है।