शामली जिले में शुक्रवार को आयोजित एक महापंचायत में पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ आपत्तिजनक भाषण देने के आरोपी आचार्य जसवीर महाराज की तलाश में पुलिस लगातार छापे मार रही है। उधर, घटना के वक्त मंच पर मौजूद बीजेपी सांसद हुकुम सिंह, बीजेपी एमएलए सुरेश राणा समेत कई दूसरे लोगों की भूमिका की भी जांच चल रही है। बता दें कि 23 साल की एक हिंदू लड़की बीते एक दिसंबर को अपने घर में किराए पर रहने वाले एक दूसरे समुदाय के लड़के के साथ कथित तौर पर भाग गई थी। पुलिस को इस मामले में कोई सुराग न मिलने के बाद शुक्रवार को महापंचायत बुलाई गई थी। महापंचायत के बाद मुस्लिम समुदाय के लोगों ने आचार्य के कथित आपत्तिजनक भाषण को लेकर प्रदर्शन किया था। उन्होंने कांधला पुलिस स्टेशन का घेराव करके उनकी गिरफ्तारी की मांग की थी। इसके बाद, मुजफ्फरनगर में आश्रम चलाने वाले यशवीर महाराज पर दंगे भड़काने, दो समुदायों के बीच कटुता को बढ़ावा देने आदि की धाराओं में मामला दर्ज हुआ।
कांधला पुलिस स्टेशन के एसएचओ नरेश पाल सिंह ने कहा, ”मौलाना एहतरामुल नाम के शख्स ने शनिवार को शिकायत दर्ज कराई कि बीजेपी सांसद हुकुम सिंह, एमएलए सुरेश राणा और कुछ दूसरे लोग मंच पर मौजूद थे, जब यशवीर महाराज ने पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ आपत्तिजनक भाषण दिया था। मौलाना की शिकायत को स्वामी यशवीर महाराज के खिलाफ दर्ज एफआईआर से अटैच कर दिया गया है।” वहीं, शामली के एसपी विजय भूषण ने बताया, ”इस मामले में मिले सबूतों के आधार पर कार्रवाई होगी। हमें महापंचायत के दो वीडियो फुटेज मिले हैं और हमारी टीम इसकी जांच कर रही है।” बता दें कि हुकुम सिंह कैराना से सांसद हैं, जबकि राणा शामली के थाना भवन विधानसभा से विधायक हैं।
क्या कहना है बीजेपी नेताओं का
हुकुम सिंह ने कहा, ”यह पंचायत नहीं बल्कि जनसभा थी। जब मैं मौके पर पहुंचा, आचार्य जसवीर महाराज भाषण दे रहे थे। मैं और कुछ दूसरे लोगों ने तुरंत उनसे माइक छीन लिया और उन्हें बोलने नहीं दिया। वहां मौजूद पुलिसवालों ने इस तरह हालात को संभालने के लिए मेरा धन्यवाद दिया। पुलिस के पास रिकॉर्डिंग है। उन्हें जांच करके पता करने दीजिए कि गलती किसकी है।” वहीं, बीजेपी एमएलए सुरेश राणा ने कहा, ” कांधला के रहने वाले सामाजिक कार्यकर्ता नरेश सैनी ने महापंचायत बुलाई थी। एक लापता लड़की को पुलिस ढूंढ नहीं पाई, जिसके बाद यह महापंचायत बुलाई गई और विभिन्न वर्गों के लोग इसमें शामिल हुए। हमने यह मांग की कि लड़की के घरवालों के खिलाफ मामले वापस लिए जाने चाहिए। वहां मौके पर कई पुलिसवाले मौजूद थे और उन्होंने इसकी रिकॉर्डिंग भी की। मैंने अपने भाषण में आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल नहीं किया।”
लड़की की गुमशुदगी पर हुआ था बवाल
बता दें कि लड़की के गायब होने के बाद लोगों ने विरोध प्रदर्शन, पथराव आदि किया था। इस मामले में 12 लोगों के खिलाफ मामला भी दर्ज किया गया है। उधर, लड़की ने पिता ने कांधला पुलिस स्टेशन में मोहम्मद आसिफ, उसकी पत्नी, भाई और मां के खिलाफ अपहरण और दूसरी धाराओं में एफआईआर दर्ज कराई है। दूसरी ओर, पुलिस का कहना है कि लड़की को दिल्ली से बरामद कर लिया गया है और मोहम्मद आसिफ भी गिरफ्तार हो चुका है। पुलिस अब लड़की का बयान लेगी और उसे मजिस्ट्रेट के सामने पेश करेगी।
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