जब वो 16 साल का था तो उसने अपने ही एक दोस्त की हत्या कर दी और फिर उसका खून पी गया। यह दरिंदा इतना शातिर है कि उसने फर्जी डिग्रियों के दम पर डॉक्टर की नौकरी भी हासिल कर ली थी। लेकिन यह शातिर अब कानून के शिकंजे में है। रूस के रहने वाले इस शख्स का नाम है बोरिस कोन्द्राशिन। बीते शुक्रवार (02-02-2019) को पुलिस ने इस शातिर को दबोचा है। 36 साल का बोरिस Chelyabinsk के Urals city के एक अस्पताल में चिकित्सक के तौर पर काम कर रहा था। उसने यहां नौकरी हासिल करने के लिए फर्जी डिग्रियों का सहारा लिया था।
रूस की मीडिया के मुताबिक जब बोरिस 16 साल का था तो उसने अपने एक स्कूल के साथी को जहरीला पदार्थ खिलाकर उसे मार दिया था। इतना ही नहीं सहपाठी की हत्या के बाद उसने उसके शरीर के टुकड़े-टुकड़े कर दिए थे और उसका खून पी गया था। यह सब बोरिस ने उस वक्त तंत्र-मंत्र और पूजा-पाठ के नाम पर किया था। उस वक्त एक न्यूज साइट Znak.com से बातचीत करते हुए बोरिस ने कहा था कि वो एक Vampire है।
साल 2000 के अगस्त के महीने में बोरिस को मनोवैज्ञानिक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। डॉक्टरों ने उस वक्त बताया था कि बोरिस को Homicidal Schizophrenia है। इस अस्पताल से उसे करीब 10 साल बाद छुट्टी मिली थी। बोरिस को Chelyabinsk’s City Hospital No.11 ने हायर किया था। बोरिस अस्पताल में लोगों को शराब, सिगरेट नहीं पीने और व्यायाम के फायदे के बारे में बताता था। बोरिस की पोल उस वक्त खुल गई जब बोरिस का बरसों पहले इलाज करने वाले एक चिकित्सक ने उसे इस अस्पताल में देखा।
उन्होंने तुरंत अस्पातल प्रशासन से संपर्क कर बोरिस के बारे में बताया और फिर शुरू हुई बोरिस की डिग्रियों की जांच जो पूरी तरह फर्जी निकलीं। बोरिस की बहन ने Znak.com से बातचीत करते हुए कहा कि उन्हें और उनकी मां को बोरिस की इस नौकरी के बारे में पहले से कुछ भी मालूम नहीं था। उन्होंने बताया कि उसे बरसों पहले उसे अस्पताल से छुट्टी जरुर मिल गई थी लेकिन वो अब भी वो चिकित्सीय निरीक्षण में है।


