अमेरिकी ड्रोन हमले में अल कायदा प्रमुख अयमान अल-जवाहिरी की हत्या के बाद आतंकवादी समूह की गद्दी कमांडर विहीन हो गई है। अल कायदा के एक सीनियर लीडर सैफ अल-अदेल के समूह की बागडोर संभालने की उम्मीद है। बता दें कि, अल कायदा के नेता अयमान अल- जवाहिरी को अमेरिका ने काबुल में एक ड्रोन हमले में ढेर कर दिया था।
कौन है सैफ अल-अदेल
सैफ अल-अदेल का नाम एफबीआई की मोस्ट वांटेड आतंकवादियों की सूची में है। एजेंसी ने अपनी वेबसाइट पर बताया है कि अल-अदेल का जन्म 11 अप्रैल को हुआ था, हालांकि उसके साल को लेकर अस्पष्टता है। क्योंकि कहीं अदेल का जन्म 1960 तो कहीं 1963 बताया गया है। सैफ अल-अदेल को मुहम्मद इब्राहिम मकावी, सेफ अल अदेल, इब्राहिम अल-मदानी जैसे उपनामों से भी जाता है। एफबीआई ने उस पर 10 मिलियन डॉलर का इनाम रखा है।
कैसे हुई अल कायदा में सैफ अल-अदेल की एंट्री
मिडिल ईस्ट इंस्टिट्यूट के अनुसार, सैफ अल-अदेल मिस्र की सेना में अधिकारी रहा और अल कायदा के संस्थापक सदस्यों में से एक हैं। सैफ साल 1980 में आतंकी समूह मकतब अल-खिदमत का हिस्सा था। इसी दौरान, सैफ अल-अदेल की मुलाकात ओसामा बिन लादेन और अयमान अल-जवाहिरी से हुई। इसके बाद ही वह उनके (लादेन-जवाहिरी) समूह मिस्र के इस्लामी जिहाद (EIJ) में शामिल हो गए। माना जाता है कि उसने 80 के दशक में अफगानिस्तान में रूसी सेना से लड़ाई भी लड़ी थी।
FBI, क्यों ढूंढ रहा सैफ अल-अदेल को
एफबीआई इस मोस्ट वांटेड की तलाश संयुक्त राज्य के नागरिकों को मारने की साजिश, हत्या, संयुक्त राज्य की इमारतों और संपत्ति को नष्ट करने के संबंध में कर रहा है। इसके अलावा, डार एस सलाम (तंजानिया) और नैरोबी (केन्या) में अमेरिकी दूतावासों को निशाना बनाकर अगस्त 1998 में हुए बम धमाकों के लिए भी अदेल को जिम्मेदार माना जाता है। एफबीआई के मुताबिक, सैफ अल-अदेल मोगादिशु, सोमालिया में हुए “ब्लैक हॉक डाउन” हादसे में भी शामिल रहा था, जिसमें 18 अमेरिकी मारे गए थे।
और कौन से आतंकी उत्तराधिकारी बनने की कतार में
अलकायदा सरगना अल-जवाहिरी की मौत के बाद आतंकी संगठन में वरिष्ठता के मुताबिक सैफ अल-अदेल, अब्दाल-रहमान अल-मघरेबी और इस्लामिक मगरेब (AQIM) में अल-कायदा के यज़ीद मेब्राक और अल-शबाब के अहमद दिरिया का नाम लिस्ट में शामिल हैं। हालांकि, संगठन की तरफ से अभी तक कोई उत्तराधिकारी घोषित नहीं किया गया है।