Written by Vijay Kumar Yadav
Mumbai Murder Case: मुंबई के गोरेगांव में साल 2021 में एक महिला की उसके घर के अंदर बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। बाद में इस संगीन अपराध के लिए गिरफ्तार किया गया शख्स मौका-ए-वारदात पर वापस लौट आया और उसने ही मुंबई पुलिस को जानबूझकर इसकी जानकारी भी दी। उसे इस बात का भरोसा था कि किसी को भी उस पर हत्या करने का शक नहीं होगा, लेकिन जिस अहम बात पर उसने ध्यान नहीं दिया वह था मुंबई पुलिस का कुत्ता लियो। उसने आरोपी के बच निकलने की साजिशों को नाकाम कर दिया और उसकी गिरफ्तारी तय करवा दी।
क्या है मुंबई के गोरेगांव ईस्ट में 40 साल की विधवा शेहनाज गंभीर शेख की हत्या का पूरा मामला
रिपोर्ट के मुताबिक, 14 जनवरी, 2021 को 40 वर्षीय विधवा शेहनाज गंभीर शेख की गोरेगांव (पूर्व) के आरे कॉलोनी में एक चॉल में उसके घर पर हत्या कर दी गई थी। उसके सिर पर किसी भारी वस्तु से हमला किया गया था। शेख उस समय अपनी तीन बेटियों के साथ रह रही थी। इस बीच जब वह घर पर अकेली थी तो उसकी हत्या कर दी गई। जब उसकी एक बेटी वापस लौटी तो उसे पता चला कि उसकी मां की सिर पर हमला कर हत्या कर दी गई है।
पुलिस के रडार से बचने के लिए मौका-ए-वारदात पर पहुंचकर कर रहा था जांच टीम की मदद
सूचना मिलने के बाद स्थानीय आरे मार्ग पुलिस मौके पर पहुंची और सबूत सुरक्षित करने के लिए इलाके को सील कर दिया। पुलिस ने पड़ोसियों और स्थानीय लोगों से महिला के बारे में पूछताछ की तो एक पड़ोसी सूरज कुमार मौर्य से उन्हें बहुत सारी जानकारी मिली थी। मौर्य ने पुलिस को कहा था कि वह शेख और उसके परिवार के सदस्यों को अच्छी तरह से जानते हैं। मौर्य द्वारा दिए गए विवरण का उपयोग करते हुए, पुलिस ने जांच को आगे बढ़ाया।
कपड़े के टुकड़े मिलने और इलाके में सीसीटीवी कैमरे नहीं होने के चलते पुलिस ने बुलाया डॉग स्क्वाड
घटना स्थल की बारीकी से जांच करते समय पुलिस की जांच टीम ने वहां पर एक पुरुष के नीले रंग के कपड़ों का टुकड़ा देखा और संदेह किया कि यह आरोपी का हो सकता है, क्योंकि शेख के साथ केवल उनकी तीन बेटियां रहती थीं। चूंकि शेख के घर के आसपास के इलाके में कोई सीसीटीवी कैमरे नहीं था, इसलिए पुलिस ने सहायता के लिए पुलिस डॉग स्क्वाड को बुलाने का फैसला किया। पुलिस ने अपने लियो नाम के साढ़े तीन साल के डोबर्मन डॉग को कपड़े का टुकड़ा सुंघाया।
लियो की निशानदेही पर पुलिस ने की सभी संदिग्धों की जांच, कई लोगों को हिरासत में थाना लाया गया
लियो ने पहले घर के चारों ओर सूँघा, हर कोने और दिशा की जाँच की और थोड़ी देर बाद अपने हैंडलर कांस्टेबल भाऊ शिंदे को घर के पीछे की तरफ ले गया। जांचकर्ताओं का मानना था कि यह आरोपियों के भागने का रास्ता है। लियो फिर आगे बढ़ा और पड़ोस के एक घर की ओर इशारा करने लगा। इस घर में रहने वाला एक शख्स बाहर गया था और जब कुछ देर बाद लौटा तो उसे पड़ोस के अन्य संदिग्धों के साथ हिरासत में ले लिया गया और थाने ले जाया गया। पुलिस ने उस क्षेत्र से अन्य संदिग्धों को भी हिरासत में लिया, जिनकी ओर लियो ने इशारा किया था।
पुलिस स्टेशन में पहचान परेड के दौरान लियो ने की हत्यारे की पहचान, मौर्य को देखकर हैरत में पुलिस
पुलिस स्टेशन में पहचान परेड में हत्यारे की पहचान करने के लिए लियो को एक बार फिर बुलाया गया। थोड़ी देर बाद, लियो ने एक संदिग्ध पर भौंकते हुए उसे हत्यारे के रूप में पहचाना। जब पुलिस ने उससे लगातार पूछताछ की, तो वह कथित तौर पर टूट गया और उसने हत्या करने की बात स्वीकार कर ली। पुलिस ने कहा कि संदिग्ध कोई और नहीं बल्कि शेख का पड़ोसी 25 वर्षीय सूरज कुमार मौर्य ही था, जिसने मामले को सुलझाने में पुलिस की मदद करने के बहाने पुलिस को गुमराह किया और जांच को पटरी से उतार दिया था।
40 साल की विधवा शेहनाज गंभीर शेख के साथ रोमांटिक रिश्ते में था 25 साल का सूरज कुमार मौर्य
मौर्य ने कथित तौर पर कबूल किया कि वह शेख के साथ रोमांटिक रिश्ते में था। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि शेख ने उस पर शादी के लिए दबाव डालना शुरू कर दिया था, लेकिन वह ऐसा करने में असमर्थ था। इसलिए उसने उसे मारने का फैसला किया। एक पुलिस सूत्र ने कहा कि हत्या के दिन मौर्य शेख के घर में घुस गया क्योंकि उसकी बेटियां बाहर थीं। उसका शेख के साथ झगड़ा हुआ जो काफी देर तक चला और उसने कथित तौर पर उसका मुंह बंद करने के बाद किसी भारी सामान से उस पर वार किया। पुलिस ने कहा कि शेख की हत्या करने के बाद मौर्य घबरा गया और भागने की जल्दी में उसने अपराध स्थल पर कपड़े का एक टुकड़ा छोड़ दिया।
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पुलिस की मदद का नाटक कर बचना चाहता था आरोपी सूरज कुमार मौर्य, लियो ने नाकाम किया साजिश
मुंबई पुलिस के अनुसार, सूरज कुमार मौर्य इस बात को लेकर इतना आश्वस्त था कि कथित अपराध होने पर उसे शेख के घर के आसपास कोई नहीं देखेगा। इसलिए वह खुद मौका-ए-वारदात पर गया और पुलिस रडार से दूर रहने के लिए पुलिसकर्मियों की मदद करने का नाटक किया, लेकिन पुलिस के डॉग लियो ने उसकी साजिश को पटरी से उतार दिया और उसकी गिरफ्तारी सुनिश्चित करवा दी।