अभी वो कच्ची उम्र में थे लिहाजा किसी को अंदाजा नहीं था कि इस छोटी सी उम्र में वो इतनी बड़ी वारदात को अंजाम दे सकते हैं। कम उम्र में जिस तरह उन सभी ने मिलकर एक भयानक अपराध किया और इसके बाद बच निकलने की कोशिश की उसे सुनकर आप हैरान रह जाएंगे। लेकिन उससे कहीं ज्यादा हैरानी आपको तब होगी जब आप यह जानेंगे कि आखिर उन्होंने यह अपराध क्यों और कैसे किया? यह कहानी है छत्तसीगढ़ के भिंड जिले के पांच नाबालिग दोस्तों की। इन सभी लड़कों की उम्र 13-15 साल के बीच थी। साल 2018 में भिंड में इनकी दोस्ती काफी चर्चित थी क्योंकि यह पांचों अक्सर एक साथ ही नजर आते थे। दोस्तों की मस्ती पूरे सबाब पर थी और सबकुछ ठीकठाक था। लेकिन अचानक इन पांचों में से 4 ने यह तय किया कि वो गैंगस्टर बनेंगे। लेकिन चारों के सामने समस्या यह थी कि उनके गैंगस्टर बनने का शौक आखिर कैसे पूरा होगा और वो कैसे गैंगस्टर की तरह काम करेंगे? इसके लिए इन बच्चों ने मशहूर टीवी धारावाहिक ‘क्राइम पेट्रोल’ देखा और फिर बना लिया एक खतरनाक प्लान।

इन्होंने अपने 13 साल के दोस्त वीरू भदौरिया के अपहरण का प्लान बनाया। 25 अक्टूबर, 2018 को तय प्लान के मुताबिक वो लोग अपने दोस्त वीरू को घूमाने के बहाने दुर्गा नगर में आईटीआई के पास सब स्टेशन के पीछे बने एक खंडरहरनुमा कमरे में ले गए। यहां चारों दोस्तों ने वीरू से कहा कि अब उसका अपहरण हो गया है। दोस्तों की यह बात सुनकर वीरू नाराज हो गया और उसने धमकी दी कि वो यह बात अपनी मां को बता देगा। यह बात सुनर वीरू के दोस्त आगबूबला हो गए। इन सभी ने मिलकर वीरू की पिटाई शुरू कर दी। इन चारों ने 13 साल के लड़के की इतनी पिटाई की कि उसकी मौत हो गई।

इधर जब देर शाम तक वीरू जब घर नहीं आया तो उसके परिजनों ने वीरू के गुमशुदगी की रिपोर्ट देहात थाने में दर्ज कराई। इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए जल्दी ही वीरू की लाश बरामद कर ली। लेकिन अब पुलिस के सामने चुनौती यह थी कि वो कातिलों को कैसे पकड़े? किसी को भी वीरू के दोस्तों पर शक नहीं था लिहाजा चारों नाबालिग खुद को लेकर आश्वस्त थे। 13 साल के मासूम के कातिल की तलाश में जुटी पुलिस ने अचानक वीरू के मोबाइल नंबर की कॉल डिटेल निकलवाई। इससे पुलिस को इस केस में पहला सुराग मिला। पता चला कि वीरू के मोबाइल पर अंतिम बार उसके एक नाबालिग दोस्त ने ही फोन किया था। इसके बाद पुलिस वीरू के नाबालिग दोस्त के पास पहुंची और फिर धीरे-धीरे कड़ियां जुड़तीं चली गईं तथा पूरा मामला खुल गया।

पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए उस वक्त बताया था कि वीरू के चारों नाबालिग दोस्त गैंगस्टर बनने का शौक रखते थे। वीरू का कुछ दिनों पहले अपने एक दोस्त से किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई थी। हत्या के दिन चारों दोस्त वीरू की पिटाई करने उसके घर गए थे लेकिन उसकी मां ने उन्हें वहां से भगा दिया था। इसके बाद इनमे से एक दोस्त ने उसे फोन कर घूमने के बहाने से बाहर बुलाया और फिर इन सब ने उसकी हत्या कर दी। (और…CRIME NEWS)