कानपुर के कुख्यात डॉन विकास दुबे के खात्मे के बाद पुलिस ने राहत की सांस ली थी। लेकिन अब उसके करीबी गुर्गे फिर से सिर उठाने लगे हैं। खबर है कि विकास के करीबी गुर्गे अवधेश शुक्ला ने अब एक इंजीनियर को धमकी दी है। दरअसल अवधेश शुक्ला एक फर्जी बिल पास कराने का दबाव इंजीनियर पर बना रहा था और जब उन्होंने इस बात से इनकार किया तब उसने इंजीनियर को धमकी दी और कहा कि ‘विकास दुबे मरा है अभी मैं जिदा हूं..’

इंजीनियर ने लगाई जान बचाने की गुहार: बताया जा रहा है कि अवधेश शुक्ला ने अधिशासी अभियंता एमएल गौतम को धमकी दी है। ‘News 18’ की रिपोर्ट के मुताबिक अवधेश शुक्ला निर्माण कार्य को लेकर इंजीनियर से फर्जी बिल पास करवाना चाहते थे। शुक्ला की ख्वाहिश थी कि बिना निर्माण कराए हीं इंजीनियर फर्जी बिल पास कर दें।

लेकिन एमएल गौतम ने ऐसा करने से इनकार कर दिया। इसके बाद अवधेश शुक्ला ने उन्हें जान से मारने की धमकी देते हुए कहा कि ‘विकास दुबे मरा है अभी मैं जिदा हूं..’ इस मामले में यहां के जिलाधिकारी से लिखित शिकायत की गई है। इंजीनियर ने चेयरमैन के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए खुद की सुरक्षा की गुहार भी लगाई है।

कौन है अवधेश शुक्ला? अवधेश शुक्ला के बारे में बताया जा रहा है कि वो मारे गए कुख्यात डॉन विकास दुबे का बेहद ही करीबी रहा है। फिलहाल अवधेश शिवली नगर पंचायत के चेयरमैन के पद पर भी है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अवधेश के सगे भाई दीपू ने विकास दुबे के साथ मिलकर कई गंभीर वारदातों को अंजाम दिया है। अवधेश शुक्ला पर करोड़ों की मूर्ति चोरी के समेत आधा दर्जन मुकदमें शिवली कोतवाली में ही दर्ज हैं। इसके अलावा अवधेश के भाई पर भी कई आपराधिक मामले दर्ज हैं।

आपको बता दें कि कुख्यात विकास दुबे ने अपने साथियों के साथ मिलकर कानपुर के बिखरू गांव में 8 पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी थी। इस संगीन वारदात को अंजाम देने के बाद विकास दुबे पुलिस से कई दिनों तक छिपता रहा। बाद में पुलिस ने विकास दुबे को उज्जैन से पकड़ा था।

विकास दुबे को कानपुर लाते वक्त रास्ते में उसकी गाड़ी हादसे का शिकार हो गई थी। पुलिस ने बताया था कि विकास दुबे एक घायल पुलिसकर्मी का हथियार लेकर भागने लगा था और उसने पुलिसवालों पर फायरिंग भी की थी। इस दौरान एसटीएफ की गोली से विकास दुबे मारा गया था।