उत्तर प्रदेश के जनपद गौतम बुद्ध नगर में होमगार्डों की कथित तौर पर फर्जी हाजिरी लगाकर सरकार को करोड़ों रुपए की चपत लगाने के मामले में बुधवार (13 नवंबर) को एक मुकदमा दर्ज किया गया है। बता दें कि ड्यूटी पर नहीं आ रहे होमगार्डों की हाजिरी लगाई जाती थी और बाद में उनसे उनका हिस्सा ले लिया जाता था। मामले की जांच चार सदस्यीय वाली टीम कर रही है। मामले में उत्तर प्रदेश के होमगार्ड मंत्री चेतन चौहान ने होमगार्ड महानिदेशक को तलब कर पूरे मामले की जानकारी मांगी है। मंत्री ने यह भी जानना चाहा है कि इस मामले में मुकदमा दर्ज कराने में देर क्यों हुई है।

क्या है पूरा मामलाः जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक वैभव कृष्ण ने सोमवार (11 नंवबर) को बताया था कि उन्हें सूचना मिली थी कि कुछ होमगार्ड ड्यूटी पर नहीं आते, लेकिन विभाग के अधिकारी थानों में उनकी उपस्थिति दिखाकर उनका वेतन निकाल लेते हैं। विभाग के ही एक संगठित गिरोह के माध्यम से यह पूरा घोटाला किया जा रहा है। पुलिस अधिकारी के अनुसार, फर्जी हाजिरी के आधार पर होमगार्ड जवानों के खाते में पैसा चला जाता था। इसके बाद घोटाले में शामिल लोग बाद में जवानों से अपना हिस्सा ले लेते थे। इस तरह से यह गिरोह काम करता था।

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मामले की जांच चार सदस्यीय टीम के हवालेः शासन स्तर की एक समिति होमगार्ड घोटाला मामले की जांच कर रही है। मामले में जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने अपनी खुद की जांच के बाद होमगार्ड विभाग के अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा लिखने की सिफारिश की थी। शासन ने अपने स्तर से भी जांच कराने का निर्णय भी लिया था। वहीं अब इस मामले की जांच चार सदस्यीय की टीम कर रही है।

होमगार्ड मंत्री ने मांगा पूरा ब्यौराः इस मामले में बुधवार (13 नवंबर) को प्रदेश के होमगार्ड मंत्री चेतन चौहान ने डीजी, होमगार्ड को तलब कर पूरा ब्यौरा मांगा है। उन्होंने डीजी से यह स्पष्टीकरण भी मांगा कि मुकदमा दर्ज कराने में इतनी देरी क्यों हुई है? बहरहाल, बुधवार (13 नवंबर) जनपद गौतम बुद्ध नगर में इस मामले में मुकदमा दर्ज हुआ है। बताया जा रहा है कि ऐसे फर्जी तरीके से गिरोह ने सरकार को करोड़ों रुपए का चूना लगाया है।