उत्तर प्रदेश के झांसी जिले में कर्ज में डूबे किसान ने अपनी जान दे दी। यह मामला लहचूरा थानाक्षेत्र के एक गांव सहपुर खुर्द का है। मृतक किसान का नाम चंद्रभान सिंह बताया जा रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक चंद्रभान सिंह पर केसीसी के करीब 50,000 रुपए बकाए थे। इसके अलावा 36 साल के चंद्रभान के ट्रैक्टर से टकरा कर एक युवक की मौत हो गई थी। इस हादसे के बाद चंद्रभान सिंह को 5 लाख रुपए के मुआवजा देने का आदेश अदालत ने दिया था।
चंद्रभान सिंह के पास 10 बीघा जमीन का काश्तकार था। उनके घर में पत्नी, तीन बेटियां और 2 बेटे थे। इसके अलावा उनके तीन भाई भी उनके साथ रहते थे। बताया जा रहा है कि चंद्रभान सिंह घर की खऱाब आर्थिक स्थिति को लेकर काफी परेशान रहते थे। कर्ज चुकाने के दबाव से वो मानसिक तौर पर परेशान थे। परिजनों का कहना है कि इसी दबाव में आकर उन्होंने फांसी लगा ली।
बहरहाल चंद्रभान सिंह की मौत की सूचना मिलने के बाद पहुंची पुलिस ने उनके शव का पोस्टमार्टम कराया और आगे की जांच करने की बात कही जा रही है। पुलिस का कहना है कि अगर जांच में कर्ज से परेशानी की बात सामने आएगी तो मृतक किसान के आश्रितों को मुआवजा भी दिया जाएगा।
आपको बता दें कि हाल ही में हरदोई के भरावन कोतवाली क्षेत्र के गांव बंजरा निवासी किसान ने घर से कुछ दूर पेड़ से फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली थी। इस मामले में परिजनों ने बताया था कि दो माह पहले किसान ने ट्रैक्टर खरीदा था, कर्ज की किस्त न दे पाने पर कंपनी वाले ट्रैक्टर खींच ले गए थे। इससे वह काफी परेशान चल रहा था।
इससे पहले बांदा में भी शुक्रवार को एक किसान ने कथित तौर से घर में फांसी लगा ली थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक परिजनों ने उस वक्त बताया था कि कुलदीप ने अपनी सात बीघे की कृषि भूमि गिरवी रखी थी लेकिन जिस व्यक्ति ने भूमि गिरवी रखी, उसने बदले में कुलदीप को पैसा नहीं दिया और संभवतः इसी से परेशान होकर उसने फांसी लगाकर आत्महत्या की।