उत्तर प्रदेश पुलिस दिन-रात एक कर एक आईपीएस अधिकारी की तलाश में जुटी हुई है। दरअसल यह आईपीएस अधिकारी रंगदारी और हत्या का आरोपी है। आरोप लगने के बाद से ही आईपीएस अधिकारी मणिलाल पाटीदार फरार बताए जा रहे हैं। पहले पुलिस ने मणिलाल पाटीदार की सूचना देने वाले को 25,000 रुपए इनाम देने का ऐलान किया था। लेकिन अब हाल ही में यह इनाम की राशि बढ़ा दी गई है। अब हत्या और रंगदारी के आरोपी आईपीएस के सिर पर 50,000 रुपए का इनाम रख दिया गया है।
महोबा के पूर्व पुलिस अधीक्षक रहे मणिलाल पाटीदार पर क्रशर के कारोबारी इंद्रकांत त्रिपाठी से रंगदारी मांगने और ना देने पर उनकी हत्या करने का आरोप है। इस मामले में मणिलाल पाटीदार को लोअर, जिला और हाईकोर्ट ने पहले ही राहत देने से इनकार कर दिया था। प्रशासन ने आईपीएस अधिकारी के घर पर कुर्की का नोटिस भी भेजा था लेकिन मणिलाल पाटीदार फरार हो गए थे।
यह है पूरा मामला: दरअसल कबरई कस्बा निवासी इंद्रकांत त्रिपाठी ने सात सितंबर को तत्कालीन पुलिस अधीक्षक मणिलाल पाटीदार पर रिश्वत मांगने और हत्या कराने की आशंका जताते हुए एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल किया था। वीडियो वायरल होने के दूसरे दिन आठ सितंबर को उनको गोली लगी थी।
कई पुलिसवालों पर दर्ज हुआ केस: गोली लगने से गंभीर रूप से जख्मी कारोबारी को कानपुर के रिजेंसी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां 13 सितंबर को उनकी मौत हो गई थी। इस मामले में क्रशर कारोबारी इंद्रकांत के भाई रविकांत त्रिपाठी ने तत्कालीन एसपी मणिलाल पाटीदार (निलंबित), तत्कालीन कबरई थानाध्यक्ष देवेंद्र कुमार शुक्ला और सिपाही अरुण कुमार यादव (दोनों बर्खास्त) के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम व हत्या समेत अन्य धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कराई थी।