UPSC क्लियर कर IAS अधिकारी बनना हर कैंडिडेट का सपना होता है, लेकिन चुनिंदा लोगों को ही इसमें कामयाबी हासिल हो पाती है। आज आपको सौम्या गुरुरानी की कहानी बताएंगे जिन्होंने अपनी तीसरे प्रयास में यूपीएससी एग्जाम तो क्लियर कर लिया था, लेकिन उनका सपना तो सिर्फ आईएएस बनने का था। यही वजह थी कि उन्होंने IPS मिलने के बाद भी दोबारा एग्जाम दिया और UPSC 2018 AIR 30वीं रैंक प्राप्त कर आईएएस बनने का सपना पूरा कर लिया।

सौम्या गुरुरानी का परिवार मूल रूप से उत्तराखंड के अल्मोड़ा का रहने वाला है। सौम्या बचपन से ही पढ़ाई में काफी होशियार थीं। इसलिए उनका परिवार चाहता था कि वह एक बार यूपीएससी परीक्षा जरूर दें। हालांकि सौम्या को भी पता था कि ये परीक्षा इतनी आसान नहीं है और इसके लिए काफी मेहनत चाहिए होती है। उन्होंने अपनी तैयारी शुरू की और शुरुआत के दो प्रायस में उन्हें असफलता हासिल हुई।

एक साल की छुट्टी लेकर की थी तैयारी: असफलता को ही उन्होंने अपनी मजबूती बनाया। आखिरकार तीसरे प्रयास में उन्होंने यूपीएससी में सफलता प्राप्त कर ली। लेकिन रैंक के आधार पर उन्हें IAS नहीं बल्कि IPS मिल रहा था। जबकि वो तो सिर्फ आईएएस बनना चाहती थीं। सौम्या ने पहले आईपीएस जॉइन कर लिया, लेकिन चौथी बार भी एग्जाम देने का फैसला किया। सौम्या गुरुरानी को इसके लिए समय चाहिए था तो उन्होंने करीब एक साल की छुट्टी ले ली।

चौथे प्रयास में उन्होंने सफलता प्राप्त हुई और इसी के साथ उनका सपना भी पूरा हुआ। सौम्या ने एक इंटरव्यू में बताय था, ‘अगर आपकी दिलचस्पी यूपीएससी की तरफ है तो आपको जरूर इसके लिए प्रयास करना चाहिए। प्रयास के दौरान कई बार यहां असफलता मिलती हैं लेकिन उन से घबराने की जरूरत नहीं है। आप अपने लक्ष्य पर फोकस करें और सही स्ट्रेटजी बनाकर आगे बढ़ें। नोट्स बनाने से भी कुछ चीजें आसान हो जाती है। रणनीति के साथ पढ़ाई करेंगे तो आपको जरूर सफलता मिलेगी।’