UPSC में हर साल लाखों कैंडिडेट्स अपनी किस्मत आजमाते हैं, लेकिन सफलता चुनिंदा को ही हासिल हो पाती है। आज हम आपको झारखंड कैडर के IAS अधिकारी रवि जैन की कहानी बताएंगे। जिनकी सपना बचपन से ही IAS अधिकारी बनने का था और अपना सपना पूरा करने के लिए उन्होंने लाखों रुपए की नौकरी तक छोड़ दी थी। इसके बाद उन्होंने UPSC की तैयारी शुरू की और सफलता हासिल कर अपना सपना भी पूरा किया।
झारखंड से शुरुआती पढ़ाई करने के बाद रवि दिल्ली आ गए थे। यहां उन्होंने इंजीनियरिंग करने के लिए कॉलेज में दाखिला ले लिया। ग्रेजुएशन के बाद उन्हें मोटे पैकेज पर लाखों रुपए की नौकरी भी मिल गई, लेकिन उन्होंने यूपीएससी की तैयारी करने का ही फैसला किया और करीब 3 साल तक नौकरी करने के बाद छोड़ दी। हालांकि उन्हें ये अच्छे से मालूम था कि ये सफर उनके लिए आसान नहीं रहने वाला है। क्योंकि UPSC को देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में एक माना जाता है।
रवि जैन ने एक इंटरव्यू में बताया था, UPSC में सफलता आसान तो नहीं होती, लेकिन नामुमकिन भी नहीं होती है। इसलिए कोशिश करें ज्यादा से ज्यादा सेल्फ-स्टडी करने की। यही एक मात्र उपाय है यूपीएससी को क्लियर करने का। कई बार हम कोचिंग पर ज्यादा डिपेंड हो जाते हैं। सिलेबस के बारे में जानने के लिए कोचिंग का सहारा जरूर लिया जा सकता है, लेकिन उसके साथ आपको सेल्फ स्टडी भी जारी रखनी होगी।
पुराने पेपर्स से करें तैयारी: रवि मानते हैं, पिछले कई सालों के पेपर्स भी सॉल्व करें। इससे आपको सबसे ज्यादा फायदा होने वाला है। ऐसा करने से आप टाइम मैनेजमेंट और तैयारी दोनों आराम से सीख और कर पाओगे। साथ ही इंटरनेट पर भी सबकुछ उपलब्ध है। इसकी मदद से भी आप अपना सिलेबस कवर कर सकते हो। लेकिन ध्यान रहे कि ये जानकारी किसी ऑथेंटिक वेबसाइट से ही जुटाई जाए। क्योंकि इंटरनेट पर तो बहुत कुछ उपलब्ध है उसमें से अपने चीजें निकालना आना चाहिए।
बता दें, रवि जैन चौथे प्रयास में सफलता प्राप्त की है। इससे पहले वह तीन प्रयास दे चुके थे, लेकिन किसी न किसी राउंड में जाकर बाहर हो जाते थे। UPSC CSE 2019 में न सिर्फ वह कामयाब हुए बल्कि उन्हें 9वीं रैंक भी प्राप्त हुई।