कई बार लोग जिंदगी की दौड़ में असफल होकर निराशा में घिर जाते है और संघर्ष को छोड़कर किस्मत के भरोसे बैठ जाते हैं। ऐसे लोगों को काफी संकट झेलने होते हैं, दूसरी तरफ कई ऐसे लोग भी हैं, जो मुसीबत कितनी भी आए, लेकिन पीछे नहीं हटते हैं और अपने लक्ष्य को पाकर ही रहते हैं। ऐसे संघर्षशील लोगों को कभी भी पराजय से डर नहीं लगता है, क्योंकि वे जानते हैं कि पराजय उन्हें उनके लक्ष्य पाने से नहीं रोक सकता है। परीक्षा चाहे आईएएस-आईपीएस की हो या बैंक, रेलवे या कोई अन्य, सफलता जरूर मिलेगी।

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पंजाब के संगरूर जिले में तैनात एएसपी (सहायक पुलिस अधीक्षक) आईपीएस आदित्य अपने लक्ष्य को पाने से पहले 30 बार असफल हुए, लेकिन हर बार उन्होंने दो गुनी उम्मीद से मैदान में फिर कूदे और अंतत: सफलता को प्राप्त कर सके। वे बताते हैं कि उन्होंने कभी भी अपनी पढ़ाई और अपनी तैयारी को हल्के में नहीं लिया। उन्होंने समय और कोर्स मटेरियल का सही समय प्रबंधन किया। वे प्रतिदिन करीब 20 घंटे पढ़ते थे। उनके मुताबिक सबसे आसान और सबसे सफल तरीका है उत्तर लिखने का अभ्यास करना। यह न केवल लेखन क्षमता बढ़ाता है, बल्कि उत्तर को सही तरीके से लिखने में भी सुधार लाता है।

उन्होंने बताया कि निबंध लिखने की आदत डालने और इसे अपनी दिनचर्या में शामिल करने से लिखने का अभ्यास अच्छा हो जाता है। उनके मुताबिक प्रीलिम्स के लिए अच्छी तैयारी करने की जरूरत होती है। पुरुषों के लिए सबसे जरूरी समय प्रबंधन को समझना और इसी के साथ वैकल्पिक विषय पर पूरी कमांड हासिल करना है। कहा कि साक्षात्कार के लिए यह भी याद रखें कि जज आपके ज्ञान से ज्यादा आपके व्यक्तित्व की परीक्षा लेंगे। इसलिए अपनी पृष्ठभूमि की विस्तृत तैयारी करना न भूलें।

आईपीएस आदित्य का कहना है कि परीक्षा कोई भी हो, बिना मेहनत के सफलता नहीं मिलेगी। सफल होने के लिए मन में लक्ष्य के प्रति चट्टानी दृढ़ता और तैयारी के प्रति लगन बहुत जरूरी है। इन दोनों को समय के साथ प्रबंधन करके आप कोई भी लक्ष्य हासिल कर सकते हैं। हां, एक बार असफल होने पर मन विचलित होता है, लेकिन खुद को मजबूत बनाइए और लक्ष्य को पाने तक जुटे रहिए, सफल जरूर होंगे।