कई बार अच्छी नौकरी होने के बाद भी आप अलग काम करना चाहते हो। नेहा भोसले की कहानी भी कुछ ऐसी ही थी। नेहा एक प्राइवेट नौकरी कर रही थीं, लेकिन वह शुरू से ही देश की सेवा करना चाहती थीं। नेहा ने अचानक एक दिन यूपीएससी के लिए तैयारी करने का फैसला किया और नौकरी के साथ ही पहली बार प्रयास किया, लेकिन वह अपने इस प्रयास में कामयाब नहीं हो पाईं।
नेहा को पता था कि यूपीएससी के लिए अचानक कामयाबी मिलना बहुत मुश्किल है। इस परीक्षा के लिए लगातार मेहनत करना बहुत जरूरी होता है। इसलिए उन्होंने नौकरी छोड़कर एक बार फिर अच्छे से यूपीएससी प्रयास देने का फैसला किया। मेहनत और धैर्य के बल पर नेहा ने साल 2019 में AIR 15 रैंक प्राप्त की और आज वह IAS अधिकारी है। नेहा ने करीब तीन साल तक लगातार नौकरी की थी।
नेहा भोसले से जब उनकी कामयाबी का मंत्र पूछ गया तो उन्होंने कहा, ‘आप अगर पूरी तरह डेडीकेट होकर कुछ सालों तक यूपीएससी की तैयारी करेंगे, तो आप निश्चित रूप से यहां अपना सपना पूरा कर सकते हैं। यहां सही रणनीति और टाइम मैनेजमेंट का विशेष ध्यान रखने की जरूरत होती है। अगर आप सही समय पर सही दिशा में तैयारी करेंगे, तो आपको जल्द सफलता मिल जाएगी। इस परीक्षा के लिए धैर्य बनाए रखना भी बहुत जरूरी होता है।’
नेहा ने नोट्स बनाने पर दिया था जोर: नेहा भोसले ने कहा, ‘कक्षा 10वीं और 12वीं की किताबों ने काफी मदद की थी। उन्हीं किताबों से मैं ज्यादातर पढ़ाई की थी। नोट्स बनाने भी बहुत जरूरी हैं। मैं हाईलाइट करती थी, लेकिन कई बार कैंडिडेट्स के लिए ये मुश्किल होता है क्योंकि बार-बार किताब खोलना भी आसान नहीं होता है। ऐसे में आप इनसे आसानी से रिवीज कर पाएंगे। प्रीलिम्स के लिए मैंने ज्यादा नोट्स बनाए थे। समय थोड़ा कम है तो आप लोग ‘इंडियाज़ स्ट्रगल फॉर इंडीपेंडेंस बुक पढ़ सकते हैं।’
नेहा बताती हैं, ‘मैं बुक्स में ही ज्यादातर चीजों को हाईलाइट कर लिया था। मुझे थोड़ा नोट्स बनाना समय बर्बाद करने जैसा भी लगता था। मैंने एग्जाम से कुछ समय पहले सिर्फ हाईलाइट को ही पढ़ा था। सिर्फ एक बार ही कक्षा 9वीं एनसीआरटी भी देखी थी जिससे कुछ छूट तो नहीं रहा। मैंने अर्थशास्त्र के लिए भी कई बुक्स देखी थीं। किताबों के ज्यादा से ज्यादा पढ़ें, नोट्स नहीं बनाने पर कुछ घबराने की जरूरत नहीं है।’

