उत्तर प्रदेश में अभी भले ही योगी सरकार ने अपनी दूसरी पारी का शपथ ग्रहण पूरा न किया हो पर अपराधियों में बुलडोजर और एनकाउंटर का खौफ जारी है। सरकार के शपथ ग्रहण के पहले से ही मेरठ और कानपुर में अवैध संपत्तियों पर बुलडोजर चल गया है। इसी बीच बदमाश भी थाने में हाजिरी लगाने व सरेंडर करने पहुंच रहे हैं। कुछ ऐसा ही नजारा मंगलवार को गोंडा से सामने आया, जहां एक 25 हजार का इनामी बदमाश गौतम सिंह अचानक थाने पहुंच गया।

जानकारी के अनुसार, गौतम सिंह नाम का एक बदमाश मंगलवार को एक तख्ती लिए अचानक थाने पहुंच गया। गौतम सिंह पर पुलिस ने 25 हजार का इनाम रखा था और बीते दिनों ही उसका नाम एक अपहरण मामले में सामने आया था। गौतम ने इस तख्ती पर लिख रहा था कि “मैं आत्मसमर्पण कर रहा हूं, मुझे गोली मत मारो। इसके बाद उसने पुलिसवालों से कहा कि मैं अब अपराध नहीं करूंगा।”

पुलिस के मुताबिक, बीते 8 मार्च को गोंडा जिले के छपिया थाना क्षेत्र के एक गल्ला व्यवसायी बबलू गुप्ता का अपहरण कर लिया गया था। फिर 20 लाख की फिरौती भी मांगी गई थी। हालांकि पुलिस ने कार्रवाई करते हुए व्यवसायी को मुक्त करा लिया था और रिंकू नाम के बदमाश को गिरफ्तार किया गया था। फिर पुलिस ने एक एनकाउंटर में राजकुमार और जुबैर नाम के दो अपराधियों को भी धर दबोचा था।

इसी क्रम में अपहरण कांड में शामिल 25 हजार का इनामी गौतम सिंह अचानक थाने जा पहुंचा था। जहां उसने पुलिसकर्मियों से कहा कि वह आत्मसमर्पण कर रहा है और उसे गोली न मारी जाए। पुलिस के मुताबिक, बदमाश ने दोबारा अपराध न करने की कसम भी खाई है। हालांकि, इस तरह इनामी बदमाश का थाने पहुंचकर सरेंडर करना चर्चा का विषय बना हुआ है।

इस इनामी बदमाश के सरेंडर करने के मामले पर जिले के पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार मिश्र ने बताया कि यह बदमाश छपिया थाना क्षेत्र के एक गल्ला व्यवसायी के अपहरण में वांछित था। ऐसे में बदमाश ने छपिया थाने में आत्मसमर्पण किया है। बदमाश द्वारा कहा गया है कि अब वह दोबारा अपराध नहीं करेगा।