उत्तर प्रदेश के इटावा जिले में शुक्रवार सुबह 54 साल के दारोगा विजय सिंह की मौत रहस्य के घेरे में आ गई है। फिलहाल उनकी मौत का कारण कूलर में आए करंट के झटके को बताया जा रहा है। हालांकि उनके शव के पोस्टमार्टम रिपोर्ट का भी इंतजार किया जा रहा है। इसके बाद ही साफ हो पाएगा कि दारोगा की मौत की असली वजह से क्या है?
एक महीने पहले ही हेड कांस्टेबल से प्रमोशन पाकर बने थे दारोगा
जानकारी के मुताबिक कानपुर के रहने वाले विजय सिंह करीब एक महीने पहले ही हेड कांस्टेबल से दारोगा पोस्ट के लिए चौबिया क्षेत्र की कर्री पुलिस चौकी पर प्रमोशन होकर आए थे। स्थानीय पुलिस के मुताबिक शुक्रवार सुबह सोकर उठने के बाद विजय सिंह कमरे से वॉशरूम के लिए निकले तो बाहर बारिश की वजह से गीली मिट्टी पर पैर पड़ते ही वह फिसले और बचने के लिए उन्होंने कूलर का सहारा लेने की कोशिश की। कूलर में करंट आ रहा था और वह करंट की चपेट में आकर औंधे मुंह जमीन पर गिरकर बेहोश हो गए। सुबह दूध देने आए शख्स ने उनकी हालत की सूचना पुलिस को दी।
परिजनों को पुलिस ने दी जानकारी, पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार
दारोगा विजय सिंह की हालत की सूचना पाकर मौके पर पुलिस बल के साथ पहुंचे एसपी देहात सतपाल सिंह, सैफई सीओ नागेंद्र चौबे उन्हें अस्पताल लेकर गए। वहां डॉक्टर्स ने विजय सिंह को मृत घोषित कर दिया। इसके बाद पुलिस विभाग के उच्च अधिकारियों को मामले की सूचना देने के साथ ही बाकी जरूरी कार्रवाई की गई। उसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। फिलहाल पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। पुलिस अधिकारियों ने विजय सिंह के परिजनों को घटना की जानकारी दी।
देर रात करीब तीन बजे गश्त से लौटे थे दारोगा विजय सिंह
स्थानीय रिपोर्ट्स में कर्री चौकी के इंचार्ज दर्शन सिंह सोलंकी के हवाले से बताया गया है कि वहां तैनात विजय सिंह और शिवनाथ देर रात करीब तीन बजे गश्त से लौटे थे। इसके बाद वह अपने कमरे में जाकर सो गए थे। शुक्रवार सुबह साढ़े सात बजे दूध वाले ने उनकी हालत की जानकारी पुलिस चौकी को दी। इसके बाद पुलिस वाले दल बल के साथ मौका ए वारदात पर पहुंचे थे। विजय सिंह की रहस्यमयी मौत को लेकर साथी पुलिसकर्मियों और आसपास के लोगों की बीच तमाम तरह की चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है।