कोई शख्स एक दुकान में घुसता है और फिर चार नाबालिग लड़कियों का मर्डर कर देता है। इस दौरान इनमें से एक बच्ची के साथ वो दुष्कर्म भी करता है और फिर चुपचाप वहां से निकल जाता है। इस हत्याकांड की कई सालों तक जांच होती है और कई लोग इन हत्याओं का जुर्म कबूलते हैं लेकिन अफसोस कि हत्यारा पुलिस के कब्जे में नहीं आता। हम बात कर रहे हैं 1990 के दशक में टेक्सास के ऑस्टिन में हुई एक भयानक वारदात की। 6 दिसंबर 1991 को फायर बिग्रेड की एक टीम को वेस्ट एंडरसन लेन की एक दुकान के अंदर से धुंआ उठता नजर आता है। जब टीम के सदस्य दुकान के अंदर जाता हैं तो वहां का भयानक नजारा देख वो चौंक उठते हैं। दुकान की फर्श पर चार नाबालिग लड़कियों का खून से सना शव पड़ा था।

उस वक्त पता चला कि इनमें से एक नाबालिग लड़की के साथ दुष्कर्म हुआ है। इन सभी लड़कियों को उन्हीं के कपड़ों से लकड़ी के गट्ठे की तरह बांधा गया था और .22 कैलिबर हैंडगन से इन्हें मौत के घाट उतारा गया था। इस हत्याकांड की खबर जैसे ही बाहर आई कोहराम मच गया और अधिकारियों पर आरोपी हत्यारे को पकड़ने के लिए दबाव काफी बढ़ गया। इस घटना के बाद चार नाबालिगों को इस वारदात में शामिल होने के लिए चार्ज किया गया। इनमें से 2 नाबालिगों पर से चार्ज बाद में हटा लिया गया क्योंकि उनके खिलाफ साक्ष्यों का अभाव था।

इसके बाद वर्ष 1999 में दो नाबालिगों ने गुनाह कबूल किया। दोनों प्रेमी-प्रेमिका थे। इन दोनों को अलग-अलग जेलों में डाल दिया गया। लेकिन जल्दी ही इन दोनों के इकबालिया जुर्म को लेकर विवाद हो गया और कहा गया कि जांच अधिकारियों ने इन दोनों से जबरन यह जुर्म कबूल करवाया है। बाद में इस मामले की जांच कर रहे एक जांचकर्मी का ट्रांसफर भी हो गया। दरअसल इस जांच अधिकारी की एक तस्वीर वायरल हुई थी जिसमें वो पूछताछ के दौरान एक नाबालिग आरोपी पर बंदूक ताने नजर आ रहे थे।

इस मामले ने इतना तूल पकड़ा कि सजा काट रहे दोनों दोषियों के खिलाफ बंद हो चुके इस केस की फाइल को दोबारा खोलना पड़ा। कुल मिलाकर इन दोनों पर जुर्म साबित नहीं हो सका। कहा जाता है कि करीब 50 लोगों ने पुलिस के सामने इस हत्या का जुर्म कबूला लेकिन सभी के इकबालिया बयान गलत थे। इस मामले में पुलिस ने एक सीरियल किलर केनिथ मैकडफ को भी पकड़ा जो उस इलाके में काफी सक्रिय था। लेकिन पुलिस के सामने केनिथ मैकडफ के बयान को लेकर भी काफी विवाद हुआ।

इस मामले में कुछ ऐसे साक्ष्य भी मिले जिनके बारे में सही-सही पता नहीं लगाया जा सका। जिस दुकान में इस वीभत्स हत्याकांड को अंजाम दिया गया था वहां उस वक्त मौजूद दो अन्य लोगों ने बताया था कि उन्होंने 2 अज्ञात लोगों को वहां देखा था। यह लोग दुकान के अंदर भी गए थे। लेकिन इन दोनों लोगों की पहचान नहीं हो सकी। पुलिस ने इस मामले में डीएनए जांच का भी सहारा लिया था लेकिन हत्यारे की पहचान नहीं हो सकी। (और…CRIME NEWS)