सुल्तानपुर जिला जेल से सनीसनीखेज खबर समाने आई है। यहां जेल के अंदर दो कैदियों का शव पेड़ से लकटता हुआ पाया गया है। दोनों को तीन हफ्ते पहले ही गिरफ्तार किया गया था। फिलहाल पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।


दरअसल, सुल्तानपुर जिला जेल में उस वक्त हड़कंप मच गया जब हत्या के मामले में बंद 19 और 21 साल के दो कैदियों का शव पेड़ से लटकता हुआ पाया गया।

इस मामले में जेल अधीक्षक उमेश सिंह का कहना कि जेल वार्डर ने कैदियों को उनके बैरक के पीछे एक पेड़ से लटकते हुए देखा। उनके गले में एक स्कार्फ पाया गया। वार्डर ने तुरंत अन्य कर्मचारियों को सूचित किया जिसके बाद शवों को नीचे लाया गया। फिलहाल जांच के आदेश दे दिए गए हैं। अधिकारी ने आगे कहा कि डीआईजी, अयोध्या रेंज (जेल) हेमंत कुटियाल को जांच करने के लिए कहा गया है।

दरअसल, अमेठी के रहने वाले करिया उर्फ ​​विजय पासी (19) और मंजू उर्फ ​​मनोज रैदास (21) को उनके पड़ोसी 48 साल के ओम प्रकाश की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। ओम प्रकाश की 26 मई को उनके घर के बाहर सोते समय हत्या कर दी गई थी।

पूछताछ के दौरान, विजय पासी और मनोज ने गलती से ओम प्रकाश की हत्या करने की बात कबूल कर ली थी। इस मामले में एसएचओ (जामन) विवेक कुमार सिंह ने बताया कि हत्या से कुछ दिन पहले विजय और मनोज को ओम प्रकाश के भाई जितेंद्र ने एक विवाद के दौरान पीटा था। दोनों जितेंद्र की पिटाई कर बदला लेना चाहते थे। 26 मई को जब ओम प्रकाश रात में अपने घर के बाहर सो रहा था तो दोनों ने उसे जितेंद्र समझ लिया और उसकी पिटाई कर दी जिससे उसकी मौत हो गई।

जमानत ना मिलने से दोनों उदास थे

मनोज को चोरी के मामले में पहले भी गिरफ्तार किया गया था। वहीं विजय को पहली बार गिरफ्तार किया गया था। दोनों को 30 मई को सुल्तानपुर जेल भेज दिया गया था। जेल अधिकारियों के अनुसार, दोनों को जब उनके परिजनों ने बताया कि हत्या के मामले में उनके लिए जमानत हासिल करना आसान नहीं होगा तो वे उदास हो गए थे।

इस मामले में अधिकारियों का कहना है कि उन्हें शक है कि मनोज और विजय ने सुसाइड किया है। फिलहाल आगे की कार्रवाई की जा रही है।