तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (TTD) ने शुक्रवार शाम को लापता हुई छह साल की लड़की के शनिवार दोपहर को मृत पाए जाने के बाद सुरक्षा इंतजामों को और ज्यादा बढ़ा दिया है। टीटीडी ने सुरक्षा के लिए अब तिरुमाला में मंदिर की ओर जाने वाली अलीपिरी सीढ़ियों पर पुलिस और वन विभाग के कर्मियों को तैनात किया है।
माता-पिता और रिश्तेदारों से अलग होकर जंगल में भटक गई थी बच्ची
टीटीडी अधिकारियों ने कहा कि 6 साल की लड़की अपने माता-पिता और रिश्तेदारों से अलग हो गई और आसपास के जंगल में भटक गई थी। रात होने के बाद ज्यादातर जंगली जानवरों ने उस पर हमला कर दिया। पुलिसकर्मी और वन विभाग के अधिकारी बच्ची की मौत के कारणों का पता लगाने के लिए जांच कर रहे हैं। जल्द ही इस दर्दनाक घटना का कारण साफ हो जाएगा।
21 जून को तीन साल के एक बच्चे पर भी हुआ था जंगली जानवर का हमला
इससे पहले तिरुपति मंदिर के पास 21 जून को फुटपाथ मार्ग पर एक तीन साल के लड़के पर भी एक जंगली जानवर ने हमला किया था, लेकिन वह हमले में बच गया था। बाद में वन विभाग के अधिकारियों ने कहा था कि हमलावर जानवर तेंदुआ हो सकता है। इस मामले को लेकर टीटीडी के कार्यकारी अधिकारी ए वी धर्म रेड्डी ने टीटीडी, सतर्कता और सुरक्षा, पुलिस और वन विभाग के अधिकारियों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक की।
तीर्थयात्रियों पर जंगली जानवरों का हमला रोकने के लिए मिलकर काम करेंगे सभी विभाग
धर्म रेड्डी ने कहा, “टीटीडी यह सुनिश्चित करने के लिए कड़े कदम उठाने के लिए प्रतिबद्ध है कि फुटपाथ पर जंगली जानवर तीर्थयात्रियों पर हमला न करें।” उन्होंने कहा, ”यह दुखद घटना वाकई चौंकाने वाली है और हम शोक संतप्त माता-पिता के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं।” उन्होंने फुटपाथ पर बच्चों के साथ ट्रैकिंग कर रहे अभिभावकों से भी अपील की कि वे अपने बच्चों को अकेला न छोड़ें।
रेड्डी ने यह भी कहा कि पुलिस या वन विभाग कर्मी 100 तीर्थयात्रियों के समूह के साथ तब तक रहेंगे जब तक वे सुरक्षित क्षेत्र में नहीं पहुंच जाते। जंगली जानवरों को इधर आने से रोकने के लिए अन्य उपायों को अपनाने पर भी विचार किया जा रहा है।