अलीगढ़ से एक दर्दनाक खबर सामने आई है। यहां स्कूल के एक 16 साल के छात्र ने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। छात्र का नाम दक्ष राठौर है। वह सीबीएसई बोर्ड का छात्र था। हाल ही में उसका 10वीं का रिजल्ट आउट हुआ था। वह अपने रिजल्ट से खुश नहीं था। इसलिए उसने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी।

उसके कमरे से सुसाइड नोट बरामद हुआ है। जिसमें लिखा है, “आई एम सॉरी पापा-मम्मी, मैंने आपको निराश किया।” दक्ष के माता-पिता इस घटना ने काफी दुखी है। उन्हें विश्वास नहीं हो रहा है कि उनका बेटा इस दुनिया में नहीं है। दक्ष अपने माता-पिता के साथ अलीगढ़ के ग्रीन पार्क अपार्टमेंट में रहता था। उसके पिता का नाम अमित निर्मल राठौर है। वे पेशे से वकील हैं। उन्होंने टीओआई से बात करते हुए कहा, “मेरा बेटा एक अच्छा छात्र था। वह इस बात से परेशान था कि उसके जितने नंबर आने चाहिए थे उतने नहीं आए। हमें नहीं पता था कि वह इस तरह का कोई कदम उठा लेगा। हम बर्बाद हो गए।”

वह कहता था अखबार में फोटो छपेगी

इस मामले में महुआ खेड़ा थाने के एसएचओ विजय सिंह का कहना है कि सोमवार की रात फांसी लगाने से करीब दो घंटे पहले दक्ष ने ऑनलाइन खाना ऑर्डर किया था। 12:30 बजे उसने अपने माता-पिता से आखिरी बार बात की थी। वे मसूरी की यात्रा से लौट रहे थे। दक्ष के माता-पिता जब 1:30 बजे घर लौटे तो दरवाजा अंदर से बंद था। इसके बाद उन्होंने देखा तो दक्ष ने पंखे पर फांसी के फंदे पर लटक रहा था।

माता-पिता ने दक्ष की आंखें दान कर दीं

लड़के के पिता का कहना है कि दक्ष अक्सर कहता था कि वह मुझे गर्व महसूस कराएगा क्योंकि बोर्ड परीक्षा के टॉपर्स के बीच उसकी तस्वीर अखबारों में छपेगी। मैं भी उसे मोटिवेट करता रहता था। जब रिजल्ट आया तो उसकी फोटो अखबार में नहीं छपी और वह 95 प्रतिशत नंबर भी नहीं ला पाया…इस बात से वह दुखी था। वह बहुत सेंस्टिव था। वह कहता था कि वह नेत्रदान करेगा। इसलिए हम उसकी आंखें दान कर रहे हैं.