आज बात एक ऐसे पुलिसवाले की जिसकी पर्सनैलिटी देख अपराधी दहशत से कांप उठते हैं। इस सुपरकॉप को महाराष्ट्र पुलिस का ‘अर्नोल्ड’ कहा जाता है। किशोर डांगे को बॉडी बिल्डिंग का जुनून रहा है। शानदार बॉडी बनाने वाले किशोर डांगे ने कई बार विदेश में भी देश का नाम रौशन किया है। किशोर की इस शानदार बॉडी के पीछे उनकी 10 साल की कड़ी मेहनत और जिम में की गई कई घंटों की तपस्या है।

पुलिस की ड्यूटी पूरी करने के बाद वह कई घंटे जिम में ही बिताते हैं। किशोर डांगे ने एक बार बताया था कि उनके सीनियर अधिकारी भी उन्हें पूरा सहयोग देते हैं। कॉम्पीटिशन के लिए जब भी उन्हें बाहर जाना होता था तो उन्हें आसानी से छुट्टी मिल जाती थी। पूर्व की पृथ्वीराज चव्हाण सरकार ने किशोर के बाहर जाकर कॉम्पीटिशन में हिस्सा लेने का पूरा खर्च भी उठाया था।

किशोर डांगे के बारे में आपको बता दें कि उन्होंने नॉर्थ आयरलैंड में हुए World Police और Fire Games में गोल्ड मेडल हासिल किया था। अपनी बेजोड़ पर्सनैलिटी और बॉडी के दम पर किशोर डांगे ने मिस्टर महाराष्ट्र और मिस्टर मराठवाड़ा का खिताब कई बार अपने नाम किया है। उज्जैन नेशनल्स में भी किशोर डांगे ने 95 किलोग्राम कैटेगरी में गोल्ड मेडल जीता था। अमेरिका के लॉस एंजेलिस में बॉडी बिल्डिंग प्रतियोगिता में किशोर ने सिल्वर मेडल भी जीता था।

विलक्षण प्रतिभा के धनी किशोर डांगे के बारे में कहा जाता है कि वो सभी तरह के स्पोर्ट्स में सक्रिय रहते हैं। हालांकि उन्हें बॉडी बिल्डिंग का शौक सबसे ज्यादा है। गरीबी की वजह से कई बार वो प्रैक्टिस नहीं कर पाए लेकिन जब कभी भी किशोर डांगे के पास थोड़े-बहुत पैसे भी होते थे तब वो अपनी डायटिंग और बिल्डिंग पर उसमें से कुछ रकम जरुर खर्च करते थे। संसाधनों की कमी के बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी।

वे इस मुकाम को हासिल करने के लिए पढ़ाई के साथ-साथ बॉडी बिल्डिंग पर भी ध्यान देते थे। आर्थिक तंगी के कारण कई बार उनकी प्रैक्टिस छूटी। पर जैसे ही पुलिस में नौकरी मिली उन्होंने बॉडी बिल्डिंग पर फोकस किया जिसकी बदौलत वे इस मुकाम पर पहुंच सके। बेमिसाल बॉडी बनाने के बाद उन्होंने बॉडी बिल्डिंग इवेंट में महाराष्ट्र पुलिस को रिप्रजेंट करना भी शुरू कर दिया। ड्यूटी के दौरान जब किशोर डांगे फिल्ड में होते हैं तब उनकी बेमिसाल बॉडी देख अपराधियों के पसीने छूटने लगते हैं।