जुर्म की दुनिया में कुछ घटनाएं ऐसी हैं जो भले पुरानी हो गई हों लेकिन उनकी चर्चा आज भी होती है। ऐसे अपराधों की चर्चा जब भी होती है लोग सोच में पड़ जाते हैं कि कोई ये सब कैसे कर सकता है। आज हम जिस घटना की बारे में आपको बताने जा रहे हैं उसे अंजाम दिया गया था साल 1936 में। घटना जापान के टोक्यो की है। यहां सादा आबे टोक्यो की सड़कों और गलियो में तीन दिनों तक घूमती रही। जब उसे गिरफ्तार किया गया तब उसके हाथ में एक बैग था जिसमें उसके प्रेमी का गुप्तांग था जिसे उसने काट दिया था।

कुल आठ भाई-बहनों में सादा आबे सांतवें नंबर पर थी। आबे एक ऐसे घर में पली थी जहां उसे काफी यौन शोषण का सामना करना पड़ा था। 15 साल की उम्र में उसके साथ बलात्कार हुआ था। इस घटना के बाद उसके परिवार ने उससे किनारा कर लिया और उसे वेश्यावृत्ति में धकेल दिया।  काम के लिए एक प्रॉसिच्यूट के तौर पर भेज दिया गया। इसी दौरान उसकी मुलाकात चिजो इशिदा नाम के एक शख्स से हुई। इशिदा पहले से ही शादीशुदा था और लड़कियों का शौकीन भी था।

23 अप्रैल 1936 को हुई अपनी पहली मुलाकात में दोनों ने तय किया कि वो एक-दूसरे के साथ शारीरीक संबंध बनाएंगे। इसलिए यह दोनों करीब चार दिनों तक एक साथ रहे। इसके बाद वो कुछ समय के लिए अलग हो गए। अब आबे को इस बात से जलन होने लगी कि इशिदा अपनी पत्नी के साथ क्यों रहता है? आबे के मन में धीरे-धीरे इशिदा के लिए नफरत और क्रोध घर करने लगा। ये नफरत इतनी बढ़ गई कि उसने इशिदा की जान लेने का मन बनाने लगी। हालांकि इशिदा ने उसे अपनी रखैल बना कर रखा हुआ था। इशिदा ने आबे को रहने के लिए घर दे रखा था और उसे पैसे भी दिया करता था।

गिरफ्तारी के बाद कोर्ट में ट्रायल के दौरान सादा आबे।

एक रात उसी घर में इशिदा नशे की हालत में आया और सादा आबे संग संबंध बनाने लगा। संबंध बनाने के दौरान इशिदा ने जैसे ही अपने कपड़े उतारे आबे ने अपने दुपट्टे से उसका गला घोंट दिया। गला घोंटने के बाद कई घंटों तक वह उसकी लाश के साथ सोती रही। वो कई घंटों तक उसके मृत शरीर से लिपटी रहने के बाद रसोइघर में गई और वहां से एक चाकू लेकर आई। इस चाकू से उसने इशिदा का गुप्तांग काट लिया। इशिदा के गुप्तांग को काटने के बाद उसने उसे एक कागज में अच्छी तरह से लपेट कर अपने पर्स में रख लिया। इसके बाद उसने इशिदा के ही खून से उसके जांघ पर लिख दिया हमेशा साथ रहेंगे। इस भयानक कत्ल को अंजाम देने के बाद आबे वहां से फरार हो गई।

जैसे ही इशिदा का मृत शरीर मिला यह स्थानीय मीडिया की सुर्खियों में आ गया। पुलिस ने जांच के बाद पूरी शिद्दत के साथ आबे की तलाश शुरू कर दी। 20 मई की शाम करीब 4 बजे वह टोक्यो की सड़क पर घूमती पकड़ी गई। पुलिस को देखते ही आबे ने सरेंडर कर दिया और अपना अपराध कबूल कर लिया। सबूत के तौर पर उसने इशिदा के प्राइवेट पार्ट को भी पुलिस को सौंप दिया।

पुलिस ने जब उससे पूछा कि उसने ऐसा क्यों किया? तो आबे ने इसके जवाब में कहा- मैं उसे बहुत प्यार करती थीं। मैं किसी भी कीमत पर उसे अपने साथ देखना चाहती थी। मैं जानती थी कि अगर मैं उसे मार दूं तो फिर कोई महिला दोबारा उसे छू नहीं पाएगी। इशिदा के प्राइवेट पार्ट काटने का कारण पूछे जाने पर आबे ने बताया कि मैं उसे शरीर या फिर उसके सिर को अपने साथ नहीं ले जा सकती थी। आबे ने ये भी कहा कि इस पार्ट के साथ मेरी तमाम खूबसूरत यादें जुड़ी हुई हैं।