एसटीएफ की टीम ने सवा लाख रुपये के इनामी और पिंटू सेंगर हत्याकांड के आरोपी राशिद कालिया उर्फ गेड़ा को झांसी में मुठभेड़ के बाद मार गिराया। मुठभेड़ जिले के मऊरानीपुर इलाके में शनिवार सुबह हुई। यूपी एसटीएफ ने एक बयान में बताया कि उसकी पहचान राशिद कालिया (45) के रूप में हुई है। मुठभेड़ के दौरान उसे पुलिस की गोली लग गई। उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। उसके खिलाफ कानपुर और झांसी में लूट, हत्या और हत्या के प्रयास समेत 13 मामले दर्ज हैं।
युवती पर तेजाब हमले के दो आरोपी गिरफ्तार
उधर, यूपी के महराजगंज पुलिस ने 23 वर्ष की युवती पर कथित तेजाब हमले के मामले में एक मुठभेड़ के बाद दो लोगों को गिरफ्तार किया है। अपर पुलिस अधीक्षक अतीश कुमार सिंह ने शनिवार को बताया कि शुक्रवार देर रात एक मुठभेड़ के बाद पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार किया।
भागने की कोशिश के दौरान लगी पुलिस की गोली
उन्होंने बताया कि यह मुठभेड़ शुक्रवार-शनिवार की दरमियानी रात करीब एक से डेढ़ बजे के आसपास हुई जिसके बाद दोनों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने कहा कि मुख्य आरोपी अनिल वर्मा गोली लगने से घायल हो गया, जबकि दूसरा आरोपी राम बचन घटनास्थल से भागने के दौरान घायल हुआ। सिंह ने कहा कि इन आरोपियों ने अपने साथियों के साथ चार-पांच दिन पहले इस घटना को अंजाम देने की योजना बनाई थी। तेजाब हमले में घायल युवती और मुख्य आरोपी पिछले कुछ समय से एक दूसरे को जानते थे। पीड़िता की शादी तीन महीने पहले तय हो चुकी थी, इसलिए मुख्य आरोपी इस बात को लेकर व्यथित था।
जम्मू-कश्मीर में शुक्रवार को सुरक्षा बलों के साथ दो मुठभेड़ों में छह आतंकवादी मारे गए। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कश्मीर घाटी के कुलगाम जिले में सुरक्षा बलों के साथ रातभर चली मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के पांच आतंकवादी मारे गये। कुलगाम जिले में 18 घंटे तक चली मुठभेड़ खत्म होने के बाद कश्मीर जोन के पुलिस महानिरीक्षक वी.के. बिरदी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, “मारे गए आतंकवादियों के शव बरामद किए जा चुके हैं और इलाके में छानबीन की जा रही है।” बिरदी ने कहा कि ड्रोन फुटेज के जरिए आतंकवादियों के शवों का पता लगाया गया।
अधिकारियों ने बताया कि बृहस्पतिवार को इलाके में आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना मिलने के बाद सुरक्षा बलों ने कुलगाम के नेहामा गांव में घेराबंदी की और तलाशी अभियान शुरू किया। उन्होंने बताया कि आतंकवादियों ने सुरक्षाकर्मियों पर गोलीबारी शुरू कर दी, जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई। अधिकारियों ने कहा कि सुरक्षा बलों ने आतंकवादियों की मौजूदगी वाले क्षेत्र के चारों ओर कड़ी घेराबंदी कर रखी थी, लेकिन रात के समय इस अभियान को रोकना पड़ा। उन्होंने बताया कि कुलगाम के नेहामा इलाके के समनो में रातभर शांति रहने के बाद शुक्रवार तड़के गोलीबारी हुई।
उन्होंने कहा कि जिस घर में आतंकवादी छिपे हुए थे, आज सुबह हुई गोलीबारी में उसमें आग लग गई, जिससे आतंकवादियों को बाहर निकलना पड़ा। अधिकारियों ने बताया कि मारे गए आतंकवादियों की पहचान समीर अहमद शेख (पीएएफएफ), यासिर बिलाल भट, दानिश अहमद ठोकर, हंजुल्ला याकूब शाह और उबैद अहमद पैडर (सभी टीआरएफ के सदस्य) के रूप में हुई है। शेख ने 2021 में आतंकवाद की दुनिया में कदम रखा था जबकि अन्य पिछले साल या इस वर्ष इसमें शामिल हुए थे। सुरक्षा अधिकारियों के अनुसार पीएएफएफ और टीआरएफ लश्कर के मुखौटा संगठन हैं।