मध्यप्रदेश में परीक्षा से पहले चेकिंग के नाम पर एक सिख छात्र की पगड़ी जबरदस्ती उतरवाए जाने पर हंगामा मच गया है। मामला राज्य के धार जिले का है। बताया जा रहा है कि यह छात्र 12वीं की परीक्षा देने गया था। एक स्कूल में बने परीक्षा केंद्र में परीक्षा से पहले चेकिंग की जा रही थी कि किसी छात्र ने अपने साथ चिट तो नहीं रखा है? इस दौरान एक महिला शिक्षिका ने इस छात्र को अपनी पगड़ी उतारने के लिए कहा। छात्र का सेंटर जिला मुख्यालय से करीब 55 किलोमीटर दूर धामनोद के एक सरकारी गर्ल्स स्कूल में पड़ा था। 02 मार्च, 2020 को छात्र के साथ यह घटना हुई। इस दिन यहां हिंदी विषय की परीक्षा थी।
घटना के बाद इस सिख छात्र ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि ‘परीक्षा शुरू होने से पहले चेकिंग के दौरान एक शिक्षक ने उसे पगड़ी हटाने के लिए कहा।’ बताया जा रहा है कि इस सिख छात्र ने महिला शिक्षिका की बात मानने से इनकार कर दिया और उसने सेंटर इंचार्ज से मामले में बातचीत की।
हालांकि सेंटर-इंचार्ज ने भी उससे नियमों का पालन करने के लिए कहा। बाद में इस छात्र की पगड़ी उतरवा कर उसकी चेकिंग की गई और उसके बाद ही उसे परीक्षा में शामिल होने की इजाजत दी गई।
इस मामले के उजागर होने के बाद हंगामा मच गया है। State Tribal Welfare Development, के डिप्टी कमिशनर ब्रजेश पांडे ने कहा है कि मामले के सामने आने के बाद महिला शिक्षिका को ड्यूटी से हटा दिया गया है। छात्र के साथ हुई इस पूरी घटना की जांच भी कराई जा रही है।
‘दैनिक भास्कर’ की रिपोर्ट के मुताबिक इस मामले में अब सिख समाज ने आपत्ति दर्ज करवाते हुए दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग की है।
यहां की ब्लॉक एजुकेशन ऑफिसर नीता श्रीवास्तव ने इस पूरे मामले पर कहा है कि ‘धामनोद केंद्र पर ऐसी शिकायत मिली थी। मैंने तीनों शिक्षकों से बात की और अधिकारियों को भी इस संबंध में अवगत कराया।
प्रारंभिक रूप से शिक्षकों की गड़बड़ी सामने आई। इस पर तीनों शिक्षकों को हटाने के आदेश दिया है। मैं खुद केंद्र पर जाऊंगी, अन्य स्टाफ से भी बात करूंगी। दोषी शिक्षकों से माफीनामा लिखवाया जाएगा और जांच में जो भी दोषी होगा, उस पर सख्त कार्रवाई होगी।’
