मध्य प्रदेश के रीवा से धोखाधड़ी का एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां रेप के आरोपी के पिता से ठगों ने लाखों रुपये ठग लिए। दरअसल, ठगों ने आरोपी के पिता के पास एसपी, जज, डॉक्टर बनकर बार-बार कॉल किया औऱ बेटे को छुड़ाने के नाम पर लाखों रुपयों का चूना लगा दिया। पिता को बाद में एहसास हुआ कि उनके साथ ठगी की गई है। ठगी का ये मामला सीधी जिले के चुरहट थाना क्षेत्र का है। गांव पड़खुरी के अहिवरण साकेत की शिकायत के बाद मामले का खुलासा हुआ।
दरअसल, उनके पास एक फोन आया। सामने से ठग ने कहा, “मैं SP ऑफिस रीवा से बोल रहा हूं। दुष्कर्म केस में बंद आपके बेटे की फाइल तैयार की जा रही है। अगर आप चाहते हैं कि यह फाइल रोक दी जाए तो मैं जैसा कहता हूं वैसा ही करना पड़ेगा।”
यहीं से ठगी का सिलसिला शुरू हुआ और पिता के पास ऐसे कई फोन आने शुरू हो गए। हर बार उनसे बेटे को बचाने की बात कही गई और बदले में पैसे मांगे गए। फोन करने वाला ठग खुद को कभी मेडिकल रिपोर्ट बनाने वाले डॉक्टर, कभी फैसला लेने वाला जज तो कभी एसपी बताता। बेटे के मोह में पिता ने कई बार में अपनी सारी जमा पूंजी करीब 2 लाख 66 हजार रुपए ठग के खाते में ट्रांसफर कर दिए। कई बार पैसे देने के बाद ठग का फिर से फोन आया। 5वें दिन उसने कहा कि सबकुछ तैयार है कुछ औऱ रुपये भेज दो तो तुम्हारा बेटा जेल से छूट जाएगा। इस बार पिता को शक हुए क्योंकि 4,5 बार से उनसे यही बात कही जा रही थी। इसके बाद उन्होंनेस ट्रांसफर किए गए नंबर पर फोन किया तो नंबर बंद आ रहा था। उनका शक यकीन में बदल गया इसके बाद उन्होंने अपने रिश्तेदारों को इस बारे में बताया।
क्या था दुष्कर्म का मामला
दरअसल, रीवा के समान थाने में अहिवरण साकेत के बेटे अनुराग साकेत पर एक युवती ने दुष्कर्म की FIR दर्ज कराई थी। दोनों की मुलाकात हुई थी। फिर दोस्ती हुई जो बाद में प्यार में बदल गई। अनुराग ने उससे शादी का वादा किया और संबंध बनाए। बाद में पढ़ाई की बात कहके उसने शादी से मना कर दिया। इसके बाद युवती ने उस पर दुष्कर्म का मामला दर्ज करा दिया। इसके बाद अनुराग को जेल हो गई। इसके बाद ही अनुराग के पिता के साथ ठगी का खेल शुरू हुआ।
रिपोर्ट के अनुसार, रिश्तेदारों को बताने के बाद पिता अहिवरण साकेत ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। इसके बाद पुलिस पैसे ट्रांसफर किए गए खातों की जांच की तो वे मजदूरों के नाम पर निकला। मजदूरों ने बताया कि एक प्राइवेट कंपनी उनके गांव में आई थी। उन्होंने 2,3 लाख लोन देने की बात कही थी। शर्त रखा था कि लोन उसी को मिलेगा जिसके पास बैंक खाता औऱ सिम हो। इसके बाद वे मजदूरों से बैंक डिटेल और सिम लेकर चले गए। पुलिस का कहना है कि मामला दिल्ली-एनसीआर से जुड़ा है। आरोपियों की तलाश की जा रही है।