वो महिलाओं से नफरत करता था और मानता था कि उसके जैसे दरिंदे हर तरफ मौजूद हैं। जी हां, आज हम बात कर रहे हैं अमेरिका के इतिहास के सबसे भयानक खूनी दरिंदे टेड बंडी की। जब पुलिस ने साल 1978 में इसे पकड़ा था तो इसने पुलिस को बताया था कि उसने कितनी महिलाओं और बच्चियों को अपना शिकार बनाया है उसे याद भी नहीं है। हालांकि कहा जाता है कि उसने 30 से ज्यादा महिलाओं को मारा और उनके साथ रेप किया।
टेड बंडी इतना क्रूर था कि वो पहले लड़कियों को बेसुध करता फिर उनके साथ रेप करता और फिर उनका कत्ल कर देता था। इतना ही नहीं कई बार तो उसने लाश से भी संबंध बनाए हैं। लड़कियों की खोपड़ी वो अपने घर में ट्रॉफी की तरह सजा कर रखता था और इन खोपड़ियों के साथ सोता भी था। 24 जनवरी 1989 को इलेक्ट्रिक चेयर से टेड बंडी को मौत की सजा दी गई। लेकिन मौत की सजा पाने से पहले इस खूंखार सीरियल किलर ने पूछताछ के दौरान अपने बारे में अजीबोगरीब बातें भी बताई।
मौत की सजा पाने से एक दिन पहले टेड बंडी ने मनोवैज्ञानिक जेम्स डॉबसन से बातचीत के दौरान कहा कि ‘समाज को मुझसे और मेरे जैसे लोगों से बचाने की जरुरत है।’ उससे पहले डिटेक्टिव कीपल जब टेडी से पूछताछ कर रहे थे तो उसने खुलासा किया कि उसने 18 साल की छात्रा को इसलिए मारा क्योंकि उसे महिलाओं से नफरत है। उसने आगे कहा था कि ‘हम जैसे सीरियल किलर किसी के बेटे हो सकते हैं, किसी के पति हो सकते हैं। हम सभी जगह हैं।’ कीपल से बातचीत करते हुए टेडी ने कहा था कि इसमें कोई शक नहीं है कि सबको यहीं लगता है कि मैंने बुरा किया है। सवाल यह है कि क्या, कैसे और क्यों?
स्टीफन मिकहॉड और हॉग आईनेसवर्थ ने अपनी किताब “The Only Living Witness: The True Story of the Serial Sex Killer Ted Bundy.” में लिखा है कि टेड बंडी ने कहा था कि ‘मैं नहीं जानता कि क्यों लोग दोस्त बनना चाहते हैं। मुझे नहीं मालूम क्यों लोग एक-दूसरे के प्रति आकर्षित हो जाते हैं।’
मरने से पहले टेड बंडी ने एक ऑफिसर से बातचीत के दौरान कहा कि ‘मैं सोचता हूं कि मुझे गोलियों की बौछार के बीच खड़ा कर मारा जाएगा या फिर एक गैस चैम्बर में।’ ‘टेड बंडी न कहा था कि अपराध का बोध कराना या आत्मग्लानि, यह एक हथियार है जिसका इस्तेमाल हम लोगों को कंट्रोल करने के लिए करते हैं। यह एक तरह से मोह-माया है। यह एक कमजोर हथियार है।’


