20 साल से ज्यादा समय तक वो लोगों के बीच खौफ की वजह बना रहा। कई लड़कियों को उसने वीभत्स तरीके से मारा। लेकिन कहा जाता है कि सिर्फ हत्या कर इस हत्यारे का दिल नहीं भरता था बल्कि वो शव के टुकड़े कर उन्हें खाता भी था। जर्मनी का यह सीरियल किलर ‘Man Eater’ के नाम से मशहूर रहा। दो दशक तक हत्याओं को अंजाम देने के बाद जब पुलिस ने उसे उसके अपार्टमेंट से पकड़ा था तब वो अपने घर में 5 साल की एक लड़की के शरीर के टुकड़े को पका रहा था। यह भी कहा जाता है कि जर्मनी के इतिहास में जोएचिम क्रॉल का नाम सबसे पहले सीरियल किलर के तौर पर दर्ज है।
17 अप्रैल 1933 को जोएचिम क्रॉल का जन्म हुआ और वो अपने 8 भाई-बहनों में सबसे छोटा था। क्रॉल के पिता द्वितीय विश्वयुद्द के दौरान जेल भी जा चुके थे। साल 1955 में मां के निधन के बाद जोएचिम क्रॉल ने 22 साल की उम्र में पहला मर्डर किया। वाल्सटेड की सड़क पर घूम रही एक 19 साल की महिला की जोएचिम ने हत्या की और फिर उसके शव को क्षत-विक्षत कर दिया। इस हत्या के बाद जोएचिम क्रॉल एक खूंखार सीरियल किलर बन गया और उसने 4 से लेकर 61 साल तक की कई महिलाओं का कत्ल किया। क्रॉल ने ज्यादातर 12 साल की उम्र की लड़कियों को मौत के घाट उतारा। विभिन्न मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक साल 1962 में उसने 13 साल की एक लड़की की दुपट्टे से गला घोंटकर हत्या की और फिर चाल साल बाद दिसंबर 1966 में उसने पांच साल के एक बच्चे को पानी में इसलिए डूबा कर मार दिया क्योंकि वो देखना चाहता था कि पानी में डूबने के वक्त कैसे महसूस होता है।
कहा जाता है कि जोएचिम क्रॉल ने कई महिलाओं को बेहोश कर या उनकी हत्या कर उनके साथ दुष्कर्म किया। हत्या के बाद वो चाकू से शव के टुकड़े करता और फिर उन्हें पका कर खाता भी था। जोएचिम जिस घर में रहता था वहां का बाथरुम वो अपने पड़ोस के साथ शेयर करता था। जुलाई 1933 में जोएचिम के बाथरुम में बना फ्लश पूरी तरह जाम हो गया। जब उसके पड़ोसी ने इस बात की सूचना जोएचिम को दी तो उसने कहा कि इसमें मानव अंग भर गया है। जोएचिम की बात से डरे उसके पड़ोसी ने पुलिस को खबर दी और इसके बाद पुलिस ने जब प्लम्बर की मदद से ट्वॉयलेट की जांच कराई तो वहां से मानव अंग मिले।
पुलिस ने यहां से दिल, फेफड़े, लीवर और किडनी बरामद किए। क्रॉल की सच्चाई सामने आ चुकी थी और जब पुलिस ने उसके घर में छापेमारी की तो वहां वो चूल्हे पर आलू और कुछ अन्य सब्जियों के साथ मानव अंग पकाता पकड़ा गया था। 3 जुलाई 1976 को पुलिस ने उसे गिरफ्ता किया था। उसने एक पुरुष और 13 महिलाओं की हत्या की बात कबूली थी। हालांकि अदालत में उसपर 9 कत्ल के इल्जाम ही साबित हो सके और उसे उम्रकैद की सजा सुनाई गई। 58 साल की उम्र में 1 जुलाई 1991 को उसकी मौत हार्ट अटैक से हुई। (और…CRIME NEWS)

