Crimean Bridge Collapsed after Huge Explosion: रूस और यूक्रेन के बीच पिछले कई महीनों से चल रही तनातनी के बीच शनिवार को रूस को क्रीमिया से जोड़ने वाले एकमात्र पुल पर भीषण विस्फोट होने के बाद आग लग गई, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई। इस धमाके के बाद पुल का कुछ हिस्सा ढह भी गया। बता दें कि, रूसी सरकार क्रीमिया के जरिए ही यूक्रेन के दक्षिणी हिस्से में युद्ध के लिए सारा सामान भेजती है। यूक्रेन की मीडिया के मुताबिक, यह घटना 8 अक्टूबर की सुबह करीब छह बजे की है।
क्रीमिया ब्रिज ब्लास्ट के बाद बढ़ेगी टेंशन
रूस के समर्थन वाली क्षेत्रीय संसद के अध्यक्ष ने इस हमले का आरोप यूक्रेन पर लगाया है, हालांकि रूस ने अभी तक इसके लिए किसी को जिम्मेदार नहीं ठहराया है। बीते महीनों में सामने आई कई मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया है यूक्रेनी अधिकारी समय-समय पर इस पुल को उड़ा देने की धमकी देता रहा है। भले ही अभी यूक्रेन ने भी इसकी जिम्मेदारी नहीं ली है लेकिन इस घटना के बाद दोनों देशों में तनाव बढ़ने की आशंका जाहिर की जा रही है।
यूरोप में सबसे लंबा पुल है क्रीमियाई ब्रिज
रूस की नेशनल एंटी टेरर कमेटी ने बताया कि ट्रक में रखा बम फटने से ईंधन ले जा रही ट्रेन की सात बोगियों में आग लग गई, जिसके परिणामस्वरूप “पुल के दो हिस्से आंशिक रूप से ढह गए।” काला सागर और आजोव सागर को जोड़ने वाले कर्च इलाके पर बना या पुल साल 2018 में खोला गया था। यह यूरोप में सबसे लंबा पुल है, जिसकी लम्बाई 19 किलोमीटर है। इसे बनाने में 3.6 अरब डॉलर का खर्च आया था।
देखें संबंधित वीडियो
रूस के लिए बहुत महत्त्व रखता है यह ब्रिज
रूस ने साल 2014 में अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन कर यूक्रेन से क्रीमिया को छीन लिया था और फिर इस पुल का निर्माण कराया था। माना जाता है कि रूस के लिए क्रीमिया बहुत महत्व रखता है और यह दक्षिण में उसके सैन्य अभियानों के लिहाज से महत्वपूर्ण है। यदि पुल को बंद कर दिया जाता है तो इससे क्रीमिया तक सामान भेजना और मुश्किल हो जाएगा।
यूक्रेन ने भी नहीं ली ब्लास्ट की जिम्मेदारी
अधिकारियों ने अगली सूचना तक पुल पर यात्री ट्रेनों की आवाजाही को निलंबित कर दिया गया है। राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इस आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए एक सरकारी समिति बनाने का आदेश दिया है। वहीं, यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की की पार्टी के सांसद ने भी शनिवार को इस दावे को खारिज कर दिया कि घटना के पीछे यूक्रेन का हाथ है। उन्होंने इसे क्रीमिया पर नियंत्रण करने और रूस में मिलाने के प्रयासों का परिणाम करार दिया है। भले ही यूक्रेन ने इस विस्फोट की जिम्मेदारी न ली हो लेकिन यूक्रेन के कई अधिकारियों ने इस घटना पर खुशी जताई है।