मध्य प्रदेश पुलिस की बड़ी लापरवाही सामने आई है। एक नाबालिग लड़की से रेप और सुसाइड के 11 महीने बाद बरायठा पुलिस स्टेशन ने केस दर्ज किया है। घटना के समय पीड़िता की उम्र 12 साल थी। पुलिस ने बताया कि पीड़िता का शव पिछले साल जुलाई में जंगल के इलाके में पेड़ से लटका हुआ पाया गया था। पुलिस इतने समय तक फॉरेंसिक रिपोर्ट का इंतजार कर रही थी।
टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, फॉरेंसिक रिपोर्ट मिलने के बाद ही इस मामले में केस दर्ज किया गया है। पुलिस स्टेशन इंचार्ज कविता द्विवेदी ने कहा कि बिना फॉरेंसिंक रिपोर्ट के पुलिस केस दर्ज नहीं कर सकती थी इसलिए रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा था।
कविता द्विवेदी ने आगे बताया, ‘हमें 20 जुलाई 2020 को एक लड़की के सुसाइड की जानकारी मिली थी। थाने से पुलिसकर्मी तुरंत मौके पर पहुंच गए थे। लड़की का शव हमें जंगल के इलाके में पेड़ से टलका हुआ मिला था। लड़की की पहचान करना काफी मुश्किल था। हम सबसे पहले शव का पोस्टमार्टम करवाना चाहते थे और ऐसा ही किया भी गया। हमने शव को सबसे पहले पेड़ से उतारकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा।’
पुलिस ने पोस्टमार्टम के साथ शव की फॉरेंसिक जांच की भी मांग की थी। करीब 11 महीने बाद फॉरेंसिक रिपोर्ट आई और अब जाकर पुलिस ने ये मामला दर्ज किया है। रिपोर्ट में रेप की पुष्टि हुई है। द्विवेदी ने बताया कि IPC की धारा 376 (रेप) के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है।
अभी मामला अज्ञात लोगों के खिलाफ दर्ज किया गया है। बरायठा जिला सागर हेडक्वार्टर से करीब 100 किलोमीटर की दूरी पर है। मृतक एक किसान की बेटी है। नाबालिग पीड़िता ने अपने साथ हुए हादसे के बाद कथिततौर पर सुसाइड कर लिया था।
इसके अलावा राजस्थान की राजधानी जयपुर में बड़ी बहन ने ही कथिततौर पर अपनी दो छोटी बहनों का गैंगरेप करवा दिया थ। दोनों बहनों ने आरोप लगाया कि उनकी बड़ी बहन बॉयफ्रेंड के साथ लिव-इन में रहना चाहती थी, लेकिन वह विरोध कर रही थी जिसके बाद उसने रेप की साजिश रची और एक मकान में ले जाकर कथित तौर पर दरिंदगी की। पुलिस ने इस मामले में छह लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।