बच्ची अपने मां-बाप के साथ जंगल में गई थी। जंगल में लड़कियां इकठ्ठा करने के बाद उसके मां-बाप ने उससे कहा कि वो वहीं रुके और थोड़ी देर में वो आकर उसे अपने साथ ले जाएंगे। बेटी को छोड़ मां-बाप कुछ समय के लिए वहां से चले गए। लेकिन जब वो वापस लौटे तो उनकी लाडली जंगल में खो चुकी थी। जंगल की खाक छानने के बाद जो कुछ भी वहां से मिला वो सिहरन पैदा करने वाला है। यह घटना बिहार के समस्तीपुर जिले का है। 5 अप्रैल 2019 यानी शुक्रवार को सातवीं क्लास में पढ़ने वाली यह मासूम अपने मां-बाप के साथ जंगल की तरफ गई थी। बच्ची के मां-बाप हरदिया गाछी में अपना घर बना रहे थे और घर बनाने के लिए ही वो लकड़ियां इकठ्ठा करने जंगल की तरफ गए थे। ट्रैक्टर पर लकड़ी भर जाने की वजह से बच्ची के मां-बाप ने बच्ची को वहीं छोड़ दिया और उससे कहा कि लकड़ियां उतार कर वो वापस आएंगे और उसे अपने साथ ले जाएंगे।
लेकिन जब परिवार के लोग वापस इस घने जंगल में लौटे तो उनकी बेटी वहां से लापता हो गई थी। अनहोनी की आशंका से सहमे परिवार वालों ने तुरंत अपनी बच्ची की तलाश शुरू कर दी। करीब दो घंटे तक जंगल की खाक छानने के बाद बाद उन्हें घने जंगलों के बीच एक गड्ढे में पेड़ों के पत्ते जलते हुए नजर आए। जब परिवार वाले वहां पहुंचे तो वहां का मंजर देख उनके होश फाख्ता हो गए। किसी ने उनकी बेटी को इन पेड़ के पत्तों के बीच रखकर जला दिया था। घरवालों ने आशंका जताई कि बच्ची को जंगल में अकेला पाकर किसी ने उसके साथ रेप किया और फिर हत्या कर उसके शव को पेड़ के पत्तों के साथ जला दिया।
यह इलाका जिले के सिंधिया थाना क्षेत्र में पड़ता है। इधर थाने में जब इस घटना की सूचना मिली तो पुलिस वालों के होश उड़ गए। आनन-फानन में पुलिस मौके पर पहुंची। लेकिन यहां पुलिस को लोगों के गुस्से का सामना भी करना पड़ा। किसी तरह पुलिस ने अधजली बच्ची के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। इस मामले में पुलिस अब इस जघन्य अपराध को अंजाम देने वाले की तलाश में जुट गई है। (और…CRIME NEWS)

