पुणे- बेंगलुरु हाईवे पर नरहे में एक सड़क दुर्घटना ‘ब्लैक स्पॉट पॉइंट’ एक गैर-लाभकारी संगठन (NGO) द्वारा स्थापित स्पीड रडार गन और कनेक्टेड व्हीकल-एक्टिवेटेड स्पीड साइन (VASS) डिस्प्ले की कथित चोरी की पुणे सिटी पुलिस ने रविवार को जांच शुरू कर दी। सड़क हादसे की रोकथाम और सड़क सुरक्षा के लिए काम करने वाले एक गैर-लाभकारी संगठन सेव लाइफ फाउंडेशन के वरिष्ठ सहयोगी विशाल वेकर द्वारा शनिवार को पुणे की सिंहगढ़ रोड पुलिस स्टेशन में मामले में पहली सूचना रिपोर्ट (FIR) दर्ज की गई थी।
पुणे- बेंगलुरु हाईवे पर गाड़ियों की स्पीड देखने और डेटा जुटाने के लिए लगाया था सिस्टम
पुणे पुलिस के अधिकारियों ने कहा कि संगठन ने कुछ महीने पहले वाहनों की स्पीड प्रदर्शित करने और उस पर डेटा इकट्ठा करने के लिए एक्सीडेंट प्रोन सेल्फी प्वाइंट पर एक स्पीड रडार गन और एक कनेक्टेड वीएएसएस सिस्टम स्थापित किया था। उन्होंने कहा, “शिकायत करने वाले ने हाल ही में एक रिपोर्ट के साथ हमसे संपर्क किया कि प्वाइंट से दोनों सिस्टम चोरी हो गए थे। इसके बाद मामले में एक प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू की गई है।”
भारती विद्यापीठ और सिंहगढ़ रोड कवर करता है मुंबई-बेंगलुरु हाईवे का ये हिस्सा
मुंबई-बेंगलुरु हाईवे के कटराज और नरहे के बीच जिस हिस्से पर सेल्फी पॉइंट स्थित है वह एक प्रमुख दुर्घटना-संभावित क्षेत्र बना हुआ है। वहां भारी वाहनों के कारण मानवीय गलतियों, तेज स्पीड और ड्राइवरों द्वारा गियर बदलने के कारण ज्यादातर दुर्घटनाएं होती हैं। हाईवे के इस हिस्से की देखभाल करने वाले दो यातायात क्षेत्राधिकार जो इस हिस्से को कवर करते हैं भारती विद्यापीठ और सिंहगढ़ रोड ने मिलकर 2022 में 40 से अधिक घातक दुर्घटनाओं की सूचना दी है। इसमें 44 लोगों की जान चली गई थी।
इस हाईवे पैच में नेवले ब्रिज और सेल्फी पॉइंट के रूप में पहचाने जाने वाले दो प्रमुख एक्सीडेंट ब्लैक स्पॉट भी हैं। यहां पुणे शहर के अन्य ब्लैक स्पॉट के मुकाबले सबसे अधिक दुर्घटनाएं देखी गई हैं। साल 2018 से 2022 के बीच इन दोनों जगहों पर 108 दुर्घटनाएं हुईं, जिनमें 40 लोगों की मौत हो गई।
क्या होता है ब्लैक स्पॉट? केंद्रीय मंत्रालय और भारतीय सड़क कांग्रेस ने बनाए मानदंड
केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय (MORTH) और भारतीय सड़क कांग्रेस (IRC) द्वारा स्थापित मानदंडों के अनुसार सड़क के 500 मीटर के एक हिस्से को ‘ब्लैक स्पॉट’ के रूप में संदर्भित किया जाता है, जिस पर तीन वर्षों में पांच या अधिक मौतें या गंभीर चोटों वाली दुर्घटनाएं हुई हैं। अधिकारियों ने कहा कि सेव लाइफ फाउंडेशन इन दुर्घटनाओं के रुझानों का विश्लेषण करने और विभिन्न उपचारात्मक उपायों पर काम करने के लिए पुलिस के साथ सहयोग कर रहा है।