केरल के एक प्राइवेट स्कूल में फीस जमा न करने पर छात्र को फर्श पर बैठकर परीक्षा देने के लिए मजबूर किया गया। छात्र के परिवार ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। परिवार ने बताया कि छात्र को अन्य बच्चों के सामने प्रताड़ित किया गया। वह कक्षा सात का छात्र है।
वह तिरुवनंतपुरम के वेल्लायमबलम स्थित एक स्कूल में पढ़ता है। स्कूक के प्रिंसिपल ने उसका उत्पीड़न किया और सबके सामने उसे नीचा दिखाया।
स्कूल मैनेजमेंट परिवार के आरोपों से सहमत था क्योंकि उसने स्वीकार किया कि मासिक फीस भुगतान में देरी होने पर लड़के को फर्श पर बैठाना प्रिंसिपल की गलती थी। छात्र के परिवार के अनुसार, परीक्षा के दौरान परीक्षा हॉल में आए प्रिंसिपल ने उन छात्रों से खड़े होने के लिए कहा जिनकी फीस जमा नहीं हुई थी।
लड़के ने मीडिया को बताया, “जब सर (प्रिंसिपल) ने मुझसे कहा कि मेरी फीस जमा नहीं हुई है तो मैंने उनसे मेरे पापा से पूछने के लिए निवेदिन किया लेकिन वह मेरी बात सुनने को तैयार नहीं थे। इसके बाद उन्होंने मुझसे बाहर आकर फर्श पर बैठने को कहा।’’ छात्र के पिता ने आरोप लगाया कि बेटे ने दोस्तों के सामने अपमानित महसूस किया। इसलिए अगले दिन वह परीक्षा देने स्कूल नहीं जाना चाहता था।
प्रिंसिपल छात्र के पिता का भी उड़ाया मजाक
उसके पिता ने आरोप लगाया कि जब उन्होंने उत्पीड़न की घटना के बारे में पूछताछ करने के लिए प्रिंसिपल को फोन किया तो उन्होंने उन्हें भी अपमानित किया। छात्र के पिता ने बताया कि जब मैंने उन्हें फोन किया तो प्रिंसिपल ने मेरा मजाक उड़ाया और कहा कि मेरे बेटे को अच्छे फर्श पर बैठाया गया था। स्कूल के प्रशासक प्रसाद ने कहा यह प्रिंसिपल की गलती थी। हम छात्र के पिता से व्यक्तिगत तौर पर बात कर मामले को सुलझाने का प्रयास करेंगे।
उन्होंने छात्र को परेशान करने के लिए प्रिंसिपल के खिलाफ कार्रवाई करने की भी बात कही। हालांकि छात्र के पिता ने कहा कि वह किसी भी समझौते के लिए तैयार नहीं हैं और लड़के का एडमिशन दूसरे स्कूल में करा देंगे। उन्होंने यह भी कहा कि अब किसी दूसरे बच्चे के साथ ऐसा नहीं होना चाहिए।