चार दिन पहले आगरा के एत्माउद्दौला स्थित एक अनाथालय में कथित दुष्कर्म से दुखी 16 वर्षीय एक किशोरी के यमुना में छलांग लगाकर कूदने की घटना के बाद प्रशासन ने रविवार को छापा मारकर अनाथालय को सील कर दिया। किशोरी को स्थानीय लोगों ने नदी से फौरन निकाल लिया था, इससे उसकी जान बच गई।
बिना रजिस्ट्रेशन चल रहा था अनाथालय प्रशासन ने अनाथालय के प्रबंधन के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। जांच में पता चला कि अनाथालय का कोई रजिस्ट्रेशन नहीं कराया गया है। यह गैरकानूनी तरीके से चलाया जा रहा था। यहां रह रहे 28 बच्चों को शाहगंज के बाल गृह में शिफ्ट कर दिया गया है। किशोरी के अलावा यहां रह रहीं 10 लड़कियों में से तीन को आशा ज्योति केंद्र में भेज दिया गया है, जबकि कम उम्र की बच्चियों को बालगृह में रखा गया है।
तीन युवकों ने किया था रेप किशोरी का आरोप है कि अनाथालय के तीन युवकों ने उसके साथ दुष्कर्म किया था। इससे दुखी होकर किशोरी ने तीन अक्टूबर को अनाथालय की छत से यमुना में छलांग लगाकर जान देने की कोशिश की थी। स्थानीय लोगों की नजर पड़ी तो उन्होंने उसे नदी से निकालकर बचा लिया।
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पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर जेल भेजा इन आरोपियों में वहीं का एक सफाई कर्मी, दूसरा रसोइयां और तीसरा अनाथालय में ही रह रहा एक युवक था। पुलिस ने तीनों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और उनको गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। इस घटना की जानकारी मिलने पर महिला आयोग की उपाध्यक्ष सुषमा सिंह ने अनाथालय जाकर उसका निरीक्षण किया था। इस दौरान वहां उन्हें बीयर की बोतल और कंडोम पड़े मिले।