कोलकाता के एक व्यापारी के साथ तब ऑनलाइन फ्राड हो गया जब वह फ्लाइट की टिकट बुक करने के लिए साइट पर लॉगइन कर रहा था। व्यापारी ने विशाखापटनम से कोलकाता के लिए एयरलाइन की टिकट बुक की थी। इसके बाद वह अपनी यात्रा लंबी करना चाह रहा था। इसलिए उसने टिकट बुकिंग साइट पर दोबारा विजिट किया। बुकिंग करने के लिए उसने इंटरनेट का सहारा लिया मगर उसके साथ फ्रॉड हो गया। उसने अनजाने में धोखाधड़ी वाली वेबसाइट में लॉगइन कर लिया जिसके बाद उसके खाते से 5.98 लाख रुपये उड़ गए। व्यापारी को थोड़ी देर बाद समझ आया कि उसके साथ फ्रॉड हो गया है।

असल में उसके मोबाइल का एक्सेस किसी और के पास था। उसे समझ नहीं आ रहा था कि ये कैसे हो रहा है? इसलिए किसी भी अनजान वेबसाइट पर ना जाएं और किसी के कहने पर कोई फर्जी ऐप इंस्टॉल ना करें।

खरीदा गया ऑनलाइन डिजिटल सोना

व्यापारी के खाते से 4.14 लाख का इस्तेमाल डिजिटल सोना खरीदने के लिए किया गया। इसके पहले कि वह कुछ समझ पाता उस सोने को बेचकर पैसा दूसरे खाते में ट्रांसफर कर दिया गया। इस मामले में पुलिस ने अनस असलम नाम के एक व्यक्ति गिरफ्तार किया था। अनस के खाते में 4.14 लाख रुपये जमा किए गए थे। आलम को उत्तरी कोलकाता में उनके केशब चंद्र सेन स्थित घर से गिरफ्तार किया गया। पुलिस अधिकारी का कहना है कि उसके पास से सिम कार्ड वाले दो मोबाइल फोन जब्त किए गए हैं। वहीं इस रैकेट के मास्टरमाइंड मकसूद अंसारी को 28 अप्रैल को झारखंड के देवघर के पास से गिरफ्तार किया गया था।

अभी तक कोई पैसा बरामद नहीं हुआ है

शिकायतकर्ता ने धोखाधड़ी की सूचना पिछले साल दिसंबर में दी थी। उसका ऑफिस रसेल स्ट्रीट पर है। वह वहीं से अपना व्यवसाय चलाता है। शिकायतकर्ता का कहना है कि वह एक वेबसाइट पर लॉग इन करके टिकट बुक करने की कोशिश कर रहा था उसी वक्त उसे 5.98 लाख रुपये का चूना लग गया।

ओरिजनल लिंक पर फेंक लिंक का खेल

इस मामले में अधिकारी का कहना है कि जालसाजों ने सर्च इंजन के परिणामों में हेरफेर करने के लिए “सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन” किया था और फर्जी लिंक को ओरिजनल लिंक के ऊपर रखा था, ताकि अधिक से अधिक लोग फ्रॉड का शिकार हो सकें। एक बार जब उन्होंने फ्रॉड लिंक पर क्लिक किया, तो उन्हें लिंक में एक मोबाइल नंबर मिला। उस नंबर पर कॉल करने पर उससे अपने फोन में एक एप डाउनलोड करने को कहा गया। ऐप के जरिए धोखाधड़ी करने वालों ने व्यापारी के फोन का रिमोट एक्सेस हासिल कर लिया और उसके खाते से 5.98 लाख रुपये निकाल लिए।

पुलिस ने जांच में पाया कि व्यवसायी के खाते से निकाले गए 5.98 लाख रुपये में से 4.14 लाख रुपये का इस्तेमाल डिजिटल सोना खरीदने में किया गया था। शिकायतकर्ता के पैसे से खरीदा गया डिजिटल सोना ऑनलाइन बेचा गया और पैसा दूसरे बैंक खाते में जमा कर दिया गया। फिलहाल व्यापारी को अभी तक उसका पैसा वापस नहीं मिला है।