चंढीगढ़ से एक दर्दनाक घटना सामने आई है। यहां एक साल की बच्ची की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई। घटना गुरुवार शाम की है। दरअसल, बच्ची की मां एक मजदूर है। जब एक्सीडेंट हुआ वह सेक्टर 37 में मजदूरी कर रही थी। उसने काम करने से पहले बेटी को चादर में लपेट कर कंक्रीट ब्लॉक पर सुला दिया था। आरोप है कि उसी वक्त चेयरमैन अपनी SUV 500 से आए और बच्ची को कुचलते हुए निकल गए। एक्सीडेंट के बाद मां चिल्लाने लगी। उसने देखा कि बच्ची खून से लथपथ है।

वह फौरन बच्ची को अस्पताल लेकर भाई मगर तब तक देऱ हो चुकी थी। डॉक्टर्स ने बच्ची को मृत घोषित कर दिया। बच्ची की मौत की खबर सुनते ही मां रोने लगी। उसकी चीखें जिसने भी सुनी वह भी इमोशनल हो गया। वह अपनी मरी हुई बेटी को सीने से लगाए हुई थी। मानो अभी वह जिंदा हो जाएगी। आस-पास के लोग महिला को ढांढस बंधाते रहे, उसे समझाते रहे मगर वह रोती रही।

मां ने बच्ची को चादर में लपेटकर सुला दिया था

दरअसल, बच्ची की मां एक प्रवासी मजदूर है। घटना वाले दिन वह सेक्टर 37 में मजदूरी कर रही थी। बच्ची छोटी थी तो वह उसे अपने साथ लेकर गई थी। उसे क्या पता था कि उसके साथ इस तरह का हादसा हो जाएगा। उसने बच्ची को एक चादर में लपेटा और पास में ही थोड़ी उंचाईं जगह पर सुला दिया। इसके बाद काम करने लगी। अचानक उसने देखा कि एक गाड़ी आई और बच्ची को कुचलते हुए निकल गई। पीड़ित का नाम सलोनी है।

चेयरमैन बच्ची को कुचलते हुए निकल गए

इस मामले में पुलिस ने कहा कि जब यह घटना घटी पीड़िता की मां अनीता सेक्टर 37 के कश्यप भवन के पास पेवर ब्लॉक ठीक कर रही थी। अनीता ने अपनी एक साल की बेटी को कश्यप भवन के एंट्री गेट के कंक्रीट ब्लॉक पर चादर में लपेटकर सुला दिया था। इसी बीच दादूमाजरा कॉलोनी के कश्यप भवन के चेयरमैन नाथी राम (69) अपनी एसयूवी 500 से आए और एंट्री गेट के पास कंक्रीट ब्लॉक पर बची को कुचलते हुए इमारत में चले गए। उन्होंने लड़की पर ध्यान नहीं दिया। इसके बाद पीड़िता को जीएमएसएच-16 अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

चेयरमैन को मिल गई जमानत

फिलहाल पुलिस ने नाथी राम को गिरफ्तार कर लिया है और एसयूवी जब्त कर ली है। उनके खिलाफ सेक्टर 39 पुलिस स्टेशन में लापरवाही से गाड़ी चलाने के कारण मौत का मामला दर्ज किया गया। हालांकि बाद में उनको जमानत मिल गई।