हरियाणा की धरती रविवार को गोलियों की तड़तड़ाहट से दहल गई, INLD चीफ नफे सिंह राठी को गोलियों से भून दिया गया। आलम ये था कि गाड़ी में सवार नफे सिंह को चार से पांच हमलावरों ने पहले घेरा और फिर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी गई। इस वारदात का वीडियो खौफजदा करने वाला है, साफ दिख रहा है कि पूरी प्लानिंग के साथ साजिश को अंजाम तक पहुंचाया गया।
अभी तक इस वारदात को लेकर ज्यादा जानकारी सामने नहीं आई है, लेकिन पार्टी की मानें तो नफे सिंह राठी को पहले भी जान से मारने की धमकी मिल चुकी थी। हैरानी की बात ये है कि उन्हें इस बात की आशंका थी कि उनके साथ कुछ गलत हो सकता है, इसी वजह से सुरक्षा भी मांगी गई थी। लेकिन INLD का आरोप है कि हरियाणा सरकार ने उस मांग को ही नजरअंदाज कर दिया और अब उनके नेता की सरेआम गोली मारकर हत्या कर दी गई।
शुरुआती जांच में तो दो तरह की बातें कही जा रही हैं। एक जांच का आधार है प्रॉपर्टी विवाद जहां कहा जा रहा है कि पुरानी रंजिश की वजह से हत्या कर दी गई। इसी जांच का दूसरा आधार लॉरेंस बिश्नोई गैंग है जहां ऐसा दावा हुआ है कि उसी संगठन ने इस वारदात को अंजाम दिया। लेकिन क्योंकि अभी जांच बिल्कुल शुरुआती है, ऐसे में किसी भी निष्कर्ष तक नहीं पहुंचा जा रहा।
हरियाणा INLD नेता अभय चौटाला ने कहा कि आज जो घटना हुई है, इसकी ज़िम्मेदार राज्य सरकार है। वे ज़िम्मेदार हैं क्योंकि नफे सिंह ने मुझे 6 महीने पहले बताया था कि पुलिस ने उन्हें सूचित किया था कि उनकी जान ख़तरे में है और उन पर कभी भी हमला हो सकता है। उन्होंने एसपी, सीएम और डीजी को लिखा कि वे इसकी जांच करें और उन्हें सुरक्षा मुहैया कराएं। पूर्व विधायकों ने भी सीएम को जानकारी दी लेकिन उन्हें सुरक्षा मुहैया नहीं कराई गई, जिन्हें सुरक्षा की जरूरत है, उन्हें नहीं मिल रही है बल्कि जो कई मामलों में आरोपी है उन्हें सुरक्षा मिल रही है। इसलिए मैं इस घटना के लिए स्पष्ट रूप से मुख्यमंत्री को ज़िम्मेदार मानता हूं…अगर कोई लिखकर दे रहा है कि उसकी जान को खतरा है तो मुख्यमंत्री को जांच करानी चाहिए थी और उसे सुरक्षा मुहैया करानी चाहिए थी।
अभी के लिए पार्टी द्वारा इस मामले में सीबीआई जांच की मांग कर दी है। कहा गया है कि सच तक पहुंचने के लिए निष्पक्ष जांच होना जरूरी है। इस बात पर भी जोर दिया गया है कि खुद को बचाने के लिए सरकार द्वारा लॉरेंस बिश्नोई का नाम लिया जा रहा है।