Written by Jignasa Sinha

मुजफ्फरनगर में अधिकारियों ने रविवार को खुब्बापुर गांव में एक निजी स्कूल को सील कर दिया। वहां इस सप्ताह की शुरुआत में एक सात वर्षीय लड़के को उसकी महिला टीचर के कहने पर अन्य छात्रों ने पीटा था। 60 वर्षीय शिक्षिका तृप्ता त्यागी ने गुरुवार को घटना के दौरान कथित तौर पर लड़के की आस्था का हवाला दिया था और “मोहम्मद के बच्चों” के बारे में अपमानजनक बातें की थीं। उन्होंने अन्य छात्रों से लड़के को “जोर से” पीटने के लिए भी कहा था।

वीडियो वायरल होने के बाद स्कूल और टीचर के खिलाफ कार्रवाई की मांग

घटना का एक वीडियो शुक्रवार को वायरल हो गया और उसके बाद सोशल मीडिया पर शिक्षक और स्कूल के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई। पीड़ित लड़के के परिवार ने कहा कि पहाड़ा सुनाने में गलती के लिए उसे सार्वजनिक तौर पर पीटा और पिटवाया गया था। आरोपी टीचर तृप्ता त्यागी ही नेहा पब्लिक स्कूल के भी मालिक हैं। उन पर आईपीसी की धारा 323 (चोट पहुंचाना) और 504 (शांति भंग करने के इरादे से जानबूझकर अपमान) के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने कहा कि धाराएं जमानती होने के कारण उसे अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया है।

वायरल वीडियो में दिखे टीचर के सांप्रदायिक बोल, बच्चे को सहपाठियों से पिटवाया

वायरल वीडियो में लड़के के सहपाठियों से उसको पीटने के लिए कहते हुए तृप्ता त्यागी को कथित तौर पर यह कहते हुए सुना जाता है, “मैंने तो घोषणा कर दिया, जितने भी मोहम्मद बच्चे हैं, इनके वहां चले जाओ।” इन बातों को लेकर ही उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की जा रही थी। रविवार को बेसिक शिक्षा अधिकारी शुभम शुक्ला ने कहा, ”हमने जांच की है… हमने पाया कि स्कूल विभाग के मानदंडों को पूरा नहीं करता है।”

तृप्ता त्यागी के घर के एक निर्माणाधीन इमारत में चलाया जा रहा था स्कूल

शुभम शुक्ला ने कहा, “हमने स्कूल को इसे सील करने के लिए नोटिस जारी किया है और अधिकारी आगे की कार्रवाई के लिए जांच कर रहे हैं। बच्चे को पीटने के लिए शिक्षक को नोटिस भी दिया गया है।” एक अन्य अधिकारी ने नाम बताने से इनकार करते हुए कहा, “यह एक निर्माणाधीन इमारत है और शिक्षिका अपने घर पर छात्रों को पढ़ाती थीं। बच्चों के लिए न तो पंखे थे और न ही लाइटें। कक्षा 1 से 5 तक के लिए कोई सेक्शन नहीं था। हमने इसे अभी के लिए सील कर दिया है।”

स्कूल को यूपी शिक्षा बोर्ड से मान्यता रद्द करने के लिए भी नोटिस भेजा गया है

सूत्रों ने कहा कि स्कूल को यूपी शिक्षा बोर्ड से मान्यता रद्द करने के लिए भी नोटिस भेजा गया है। शिभा विभाग के एक अधिकारी ने कहा, “सभी 50 छात्रों को एक सप्ताह के भीतर [गांव के] सरकारी स्कूल या जिले के अन्य स्कूलों में स्थानांतरित कर दिया जाएगा।” लड़के के परिवार ने पहले ही उसे स्कूल से निकाल दिया है और एक नए स्कूल की तलाश कर रहे हैं। खुब्बापुर गाँव में लगभग 375 परिवार हैं और केवल दो स्कूल हैं। कक्षा 1 से 5 तक का एक सरकारी स्कूल और दूसरा नेहा पब्लिक स्कूल। यह साल 2019 में पंजीकृत हुआ था।

नेहा पब्लिक स्कूल की सीलिंग पर आरोपी तृप्ता त्यागी और उनके परिवार ने साधी चुप्पी

संपर्क करने पर तृप्ता त्यागी और उनके परिवार के सदस्यों ने स्कूल की सीलिंग पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि वे ग्रामीणों से परेशान हैं। वहीं, खुब्बापुर के ग्रामीणों ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि अन्य सभी निजी स्कूल कुछ दूरी पर हैं और अपेक्षाकृत महंगे हैं। नेहा पब्लिक स्कूल में माता-पिता प्रति माह 300-500 रुपये का भुगतान करते हैं, जबकि अन्य स्कूल 1,500 रुपये से 2,000 रुपये तक मासिक शुल्क लेते हैं। इसे गांव के कई परिवार वहन नहीं कर सकते।

Muzaffarnagar School News: Jayant Chaudhary और Owaisi ने पीड़ित के पिता से की बात| Video

राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने जिला प्रशासन को दिए कड़ी कार्रवाई के निर्देश

इस बीच, राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) ने मुजफ्फरनगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को जांच शुरू करने और शिक्षक के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया है। अधिकारी को एक सप्ताह के अंदर कार्रवाई रिपोर्ट सौंपने का भी निर्देश दिया गया है। एनसीपीसीआर ने मुजफ्फरनगर के जिला मजिस्ट्रेट को आरटीई अधिनियम, 2009 की धारा 17 (बच्चे को शारीरिक दंड/मानसिक उत्पीड़न) के तहत मामले में कार्रवाई शुरू करने का भी निर्देश दिया है।