यह कहानी उस गैंगस्टर की है जिसकी जान के पीछे अंडरवर्ल्ड का सबसे बड़ा माफिया दाउद इब्राहिम भी पड़ा हुआ है। कहा जाता है कि डीके राव एक समय मुंबई का काफी मशहूर गैंगस्टर हुआ करता था। उसने छोटा राजन के साथ भी काम किया और आरोप लगा कि उस वक्त उसने कई हत्याएं भी कीं। डीके राव कई बार जेल जा चुका है। डीके राव के बारे में आपको बता दें कि वो एक बेहद ही गरीब परिवार से ताल्लुक रखता था।
मुंबई के माटुंगा में जन्में डीके राव के बारे में कहा जाता है कि उसने कम उम्र में कई बैंकों में भी चोरी और लूटपाट की वारदात को अंजाम दिया और फिर इसके बाद उसने मशहूर गैंगस्टर छोटा राजन को ज्वायन करने का फैसला किया। जॉन अब्राहम, इमरान हाशमी और सुनील शेट्टी की फिल्म ‘मुंबई सागा’ के बारे में कहा जाता है कि वो डीके राव की जिंदगी पर आधारित थी। संजय गुप्ता के डायरेक्शन में बनी इस फिल्म में अभिनेता जॉन इब्राहिम का किरदार डीके राव से काफी मिलता-जुलता था।
कहा जाता है कि एक वक्त था जब डीके राव आधी मुंबई पर राज करता था। हालांकि छोटा राजन का दाहिना हाथ कहे जाने वाले डीके राव के पीछे खुद दाउद इब्राहिम पड़ा हुआ है। डीके राव उर्फ रवि मल्लेश वोरा के बारे में बताया जाता है कि 80 के दशक में डीके राव आधुनिकता के दौर पर में सबसे आगे था। यह भी कहा जाता है कि पुलिस के साथ डीके राव की तीन बार मुठभेड़ हुई और तीनों बार वो जिंदा बच गया, हालांकि इस दौरान उसे गोली जरुर लगी थी। डीके राव पर फिरौती मांगने, बैंक लूट, हत्या, धमकी देने समेत उसके खिलाफ दर्जनों मामले दर्ज हैं।
बताया जाता है कि डीके राव के साथ पुलिस की मुठभेड़ सबसे पहले साल 1991-92 में हुई थी। उस वक्त वो पुलिस की गोली से बच गया था। छोटा राजन के भारत डिपोर्ट किए जाने के बाद डीके राव उससे अलग हो गया था। इसके बाद डीके राव खुद का गिरोह चला रहा था।
लेकिन 12 अक्टूबर 2017 को डीके राव की गिरफ्तारी हुई थी। हालांकि इससे पहले भी डीके राव पुलिस के हत्थे चढ़ा था लेकिन जुलाई 2016 में वो जेल से रिहा हुआ था। इसके बाद अक्टूबर 2017 में एक बिल्डर से रंगदारी मांगने के आरोप में उसे पकड़ा गया था। इस मामले में छोटा राजन की भूमिका भी सामने आई थी।
बताया जाता है कि साल 2017 में डीके राव की गिरफ्तारी अंटॉप हिल के एसआरए से जुड़े एक प्रॉजेक्ट के संबंध में की गई थी। जब जुलाई 2016 में डीके राव जेल से बाहर आया, तो उसने फिर से हफ्ता मांगने की गतिविधियां तेज कर दी थी। इसके बाद एक सोसाइटी निमार्ण कर रहे बिल्डर से डीके राव ने 50 लाख रुपये का हफ्ता मांगा था। बिल्डर के कंसल्टेंट ने धारावी पुलिस थाने में इस बाबत एफआईआर लिखवाई, जिसके बाद उसे गिरफ्तार किया गया था।