मध्य प्रदेश के उज्जैन शहर में एक अधेड़ व्यक्ति ने संदिग्ध नकली शराब के खिलाफ शिकायत लेकर प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा और आबकारी विभाग से संपर्क किया है। व्यक्ति ने चार क्वार्टर देसी शराब खरीदी थी, लेकिन उनमें से दो बोतल का सेवन करने के बाद भी उसे नशा नहीं हुआ। इसके अलावा, शख्स ने आबकारी विभाग को पत्र भेजकर कहा है कि उसके द्वारा खरीदी गई शराब नकली या मिलावटी हो सकती है।
इस क्रम में शिकायतकर्ता ने अधिकारियों ने सबूत के तौर पर शराब की बची हुई दो बोतलें भी जमा कीं। आबकारी अधिकारियों ने मामले की जांच का आश्वासन दिया है। यहां तक कि शख्स ने शराब ठेकेदार के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं होने पर उपभोक्ता फोरम का रुख करने की धमकी भी दी है। शिकायतकर्ता लोकेंद्र सेठिया ने एक स्थानीय दुकान से चार क्वार्टर खरीदे थे, जिनमें से दो पीने पर भी उसे नशा नहीं हुआ था।
इसके बाद लोकेंद्र सेठिया सीधे आबकारी थाने गए और अधिकारियों को बोतलों में पानी होने की शिकायत दी। उन्होंने शेष दो बोतलें आबकारी अधिकारियों को सौंपते हुए कहा कि वे इसका सत्यापन करें और संबंधित ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई करें। हालांकि, उनकी शिकायत पर 6 मई तक कुछ नहीं हुआ, इसलिए नाराज सेठिया ने शनिवार को पुष्टि की कि वह उपभोक्ता फोरम का रुख करेंगे।
लोकेंद्र सेठिया ने मामले में बात करते हुए बताया कि वह शराब पीने वालों के लिए न्याय चाहते हैं। सेठिया ने कहा, “मैं कमाता हूं और फिर पीता भी हूं, लेकिन उन लोगों का क्या जो कमाते नहीं है केवल पीतें हैं।” लोकेंद्र सेठिया ने कहा कि, मैं करीब बीस सालों से शराब पी रहा हूं और मुझे पता है कि शराब कैसी होती है। सेठिया के मुताबिक, उन्हें पीने के बाद जल्द ही एहसास हो गया था कि शराब में मिलावट की गई थी।
शिकायत में सेठिया ने कहा था कि उसने 12 अप्रैल को उज्जैन के क्षीरसागर इलाके में एक शराब की दुकान पर एक दोस्त के साथ चार क्वार्टर खरीदे थे। शिकायतकर्ता लोकेंद्र सेठिया ने दुकान के कर्मचारियों से नकली शराब की शिकायत की तो उन्होंने लोकेंद्र की बात को अनसुना कर दिया और कहा वह उनके खिलाफ क्या कर सकते हैं।